ठांय-ठांय के बीच मतदाताओं से अधिक मतदान

अधिक मतदान

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। इस बार प्रदेश में शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और विवाद रहित मतदान का दावा किया जा रहा है। लेकिन सारे दावों पर चंबल ने पानी फेर दिया है। इस बार चंबल की विधानसभा सीटों पर ठांय-ठांय के बीच मतदाताओं से अधिक वोट पड़ गए हैं। हिंसक झड़पों, पथराव और गोलीबारी के बीच मतदाताओं से अधिक मतदान कैसे हो गया इस को लेकर हर कोई आश्चर्यचकित है।
मुरैना जिला प्रशासन खुद ही पीठ थमथपा रहा है कि इस बार मुरैना जिले में शांतिपूर्ण मतदान हुआ और वोटिंग ग्राफ पहले से ज्यादा बढ़ गया, लेकिन निर्वाचन आयोग के आंकड़ों में जो दिख रहा है, वह हैरान और परेशान करने वाला है। मुरैना शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे कई पोलिंग बूथ हैं, जहां मतदाताओं से कहीं ज्यादा वोट पड़ गए। कहीं 263, कहीं 158 तो कहीं 80 वोट ज्यादा डाल दिए गए। बढ़े वोट का उल्लेख निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट में भी दिख रहे हैं।
बीहड़ में जमकर उपद्रव
हर चुनाव की तरह चंबल अंचल में जमकर उपद्रव हुआ। भिंड में मतदान के बीच जिले के मेहगांव विधानसभा में मानहड़ गांव में बीजेपी प्रत्याशी राकेश शुक्ला पर उपद्रवियों ने पथराव कर दिया, जिसमें शुक्ला घायल भी हुए। वहीं उनके वाहन को भी नुकसान हुआ। हालात को देखते हुए उनके सुरक्षागार्ड को हवाई फायर कर उन्हें निकालकर लाना पड़ा। वहीं घटना के कुछ देर बाद गांव में दोबारा उपद्रव हो गया। मानहड़ की पोलिंग बूथ पर भी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए, जिसमें फायरिंग की घटना भी सामने आई। एक युवक गोली लगने से घायल हो गया, जो वोट डालने गया था। युवक का आरोप है कि खुद कांग्रेस प्रत्याशी राहुल सिंह भदौरिया ने फायरिंग की थी जिसकी गोली उसके पैर में लगी। घटना के बाद युवक को अस्पताल ले जया गया। मानहड़ में हुई बीजेपी प्रत्याशी पर हमले के मामले में भिड़ पुलिस पुलिस अधीक्षक असित यादव का कहना है कि उन्हें सूचना मिली थी राकेश शुक्ला पर पथराव किया है उनके पैर में चोट भी आयी है। मुरैना के दिमनी विधानसभा के मिरघान गाँव में द्वारा फिर उपद्रव हुआ। जिसमें दो लोग घायल हुए। एक व्यक्ति को गोली लगी है। मिरघान मतदान केंद्र पर पथराव की सूचना मिलते ही पहुंचे पुलिस बल ने मतदाताओं को सुरक्षित मतदान केंद्र तक पहुंचाया। इस बीच कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की कुल संख्या से अधिक वोटिंग कैसे हो गई जिला प्रशासन को भी नहीं पता।
फर्जी मतदान या गड़बड़ी
सवाल उठ रहा है, कि यह फर्जी मतदान हुआ है या फिर कोई तकनीकी गड़बड़ी के कारण ऐसा हो गया? कुछ भी हुआ हो लेकिन यह गंभीर है और जांच का विषय बन चुका है। मुरैना शहर के पोलिंग बूथ क्रमांक 162 पर पुरुष मतदान 114.81 प्रतिशत हो गया है। इस बूथ पर 655 पुरुष मतदाता थे, लेकिन पुरुषों के वोट 752 डाले गए हैं। यानी जिला मुख्यालय पर ही 97 वोट ज्यादा डाले गए। मुरैना विधानसभा के ही बूथ क्रमांक 275 परीक्षा में 133.06 प्रतिशत पुरुष मतदान हो गया है। इस बूथ की वोटिंग लिस्ट में 242 पुरुष मतदाता हैं, लेकिन ईवीएम में वोट 322 पुरुष मतदाताओं के डाले गए। परीक्षा गांव के ही बूथ क्रमांक 276 पर पुरुष मतदान 114.58 प्रतिशत हो गया, यहां 391 पुरुष मतदाता थे, लेकिन वोट 448 ने डाल दिए हैं।

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