10 जिलों में आगे बढ़ा मानसून… भारी बारिश का अलर्ट

भारी बारिश
  • आंधी-बारिश से प्रदेशभर में गिरा पारा, गर्मी से कुछ राहत

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। राजधानी सहित आधे प्रदेश में अभी जहां मानसून का इंतजार है, वहीं इसकी उत्तरी सीमा लगातार आगे बढ़ रही है। मंगलवार को मानसून ने प्रदेश के 10 और जिलों को कवर करते हुए इंदौर, बैतूल, धार, उज्जैन तक अपनी पहुंच बना ली है, वहीं बंगाल की खाड़ी, की ओर से भी सिस्टम आगे बढ़ते हुए मंडला, सिवनी, बालाघाट से आगे बढ़ गया है। आज झाबुआ, उज्जैन, मंदसौर, शहडोल, मंडला के साथ ही धार, रतलाम, मंदसौर, नीमच जिलों में भारी से तेज बारिश का यलो अलर्ट है। भोपाल में बादल, बौछारों के बीच तेज हवाओं का दौर रहेगा। पूरी उम्मीद है कि अगले दो से तीन दिन में भोपाल तक मानसून पहुंच सकता है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ रहा बढ़ रहा मानसूनी सिस्टम अभी पूरे करंट में है। अगले कुछ दिन इसके लिए सभी परिस्थितियां अनुकूल होने से पूरे प्रदेश में मानसून 25 से 27 जून तक ऑनसेट हो सकता है। मौसम केंद्र के अनुसार दो दिन बाद तापमान में दो डिग्री तक और कमी आएगी। प्रदेश के अधिकांश जिनमें जारी बादल, बारिश और तेज हवाओं के असर से भोपाल सहित अधिकांश जिलों में पारा 2 से 5 डिग्री तक गिरा। रात में भी दो डिग्री तक कमी रही। भोपाल में अधिकतम तापमान 31 डिग्री गिरकर 34.4 डिग्री रहा, जो सामान्य से 2 डिग्री कम है। नर्मदापुरम, पचमढ़ी, उज्जैन, जबलपुर, नरसिंहपुर, सीधी, और उमरिया में 3 से 4 डिग्री तक कमी आई। प्रदेश में औसतन दो डिग्री की कमी के साथ औसत अधिकतम पारा 36 डिग्री रहा। बारिश की वजह से दिन के तापमान में भी गिरावट हुई है। शिवपुरी में ही पारा सबसे ज्यादा 40 डिग्री रहा। वहीं, सबसे कम तापमान इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 5 बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 34.4 डिग्री, इंदौर में 32.2 डिग्री, ग्वालियर में 38.5 डिग्री, उज्जैन में 33 डिग्री और जबलपुर में पारा 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अभी आंधी-बारिश के 4 सिस्टम एक्टिव
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि वर्तमान में आंधी और बारिश के 4 सिस्टम एक्टिव है। गुजरात क्षेत्र और पड़ोसी हिस्से में लो प्रेशर एरिया (कम दबाव क्षेत्र) और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम सक्रिय है। वहीं, वेस्टर्न डिस्टरबेंस और टर्फ की एक्टिविटी भी देखने को मिल रही है। इस वजह से अगले चार दिन तक पूरे प्रदेश में मौसम बदला रहेगा। कुछ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। यानी, 24 घंटे में सवा 4 इंच पानी गिर सकता है।
इस बार एक दिन लेट पहुंचा मानसून
इस बार देश में मानसून 8 दिन पहले ही आ गया था। वहीं, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में यह तय समय से पहले पहुंच गया। ऐसे में अनुमान था कि मध्यप्रदेश में यह जून के पहले सप्ताह में ही आ जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पिछले 15 दिन से मानसून महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में एक ही जगह पर ठहरा रहा। इस वजह से एमपी में इसकी एंट्री नहीं हो पाई। 13-14 जून को मानसून आगे बढ़ा। बावजूद यह प्रदेश में 1 दिन लेट हो गया। बता दें कि एमपी में मानसून के प्रवेश की सामान्य तारीख 15 जून ही है। पिछले साल यह 21 जून को एंटर हुआ था।
कहां पहुंचा मानसून?
मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार मंगलवार को मानसून आगे बढ़ते हुए अलीराजपुर झाबुआ धार, इंदौर, देवास, हरदा, उत्तरी खंडवा, बैतूल पचमढ़ी, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, सिवनी, बालाघाट मंडला और डिंडोरी जिलों में आगे बढ़ गया है। अरब  सागर और बंगाल की खाड़ी दोनों बीच सक्रिय हैं। इससे पूरी उम्मीद है कि यह अभी लगातार आगे बढ़ेगा। इसके लिए सभी परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। दो दिन में अरब सागर, यह राजस्थान और मप्र के कुछ और हिस्सों, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार के शेष हिस्सों में आगे बढ़ जाएगा। भोपाल में भी दो से तीन दिन में आने की उम्मीद है।
सिंगरौली में बिजली गिरने से 2 बच्चियों की मौत
इंदौर समेत प्रदेश के 19 जिलों में मंगलवार तक मानसून पहुंच गया। इस दौरान प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर भी जारी रहा। मंगलवार को सिंगरौली में आकाशीय बिजली गिरने से दो बच्चियों की मौत हो गई। वहीं, भोपाल, राजगढ़, धार, रतलाम, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, सतना, टीकमगढ़ समेत कई जिलों में बारिश दर्ज की गई।

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