आधुनिक संचार साधनों से मतदान केंद्रों पर नजर

आधुनिक संचार साधनों
  • जहां मोबाइल कवरेज नहीं है, वहां पर वायरलैस सेट, लैंडलाइन फोन से होगा संपर्क

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में होने वाले विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण सफल बनाने के लिए चुनाव आयोग ने तैयारियां तेज कर दी है। आयोग ने पुलिस, आयकर, वाणिज्यिक कर-आबकारी, एयरपोर्ट अथॉरिटी, सीआईएसएफ, नारकोटिक्स केंद्रीय एवं राज्यीय, परिवहन, बैंक, दूरसंचार, रेलवे विभाग, केंद्रीय उत्पाद शुल्क, सेवा शुल्क एवं सेवाकर, स्टेट जीएसटी आदि को  जिम्मेदारी सौंप दी है। वहीं चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण कराने को लेकर मप्र पुलिस तैयारियों में जुट गई है।  पुलिस हर मतदान केंद्र पर आधुनिक संचार के साधनों से नजर रखने की तैयारी कर रही है। जहां मोबाइल कवरेज नहीं है, वहां पर वायरलैस सेट, लैंडलाइन फोन से संपर्क किया जाएगा। विधानसभा चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण कराने के लिएपुलिस की ओर से प्रदेश के सभी जिलों में बनाए जाने वाले पोलिंग बूथों का सर्वे का कार्य कराया गया। इसमें सामने आया है कि आधुनिक संचार के साधनों का उपयोग करने में हम आगे बढ़ रहे हैं।
स्टेट कमांड सेंटर से बताया गया है कि वर्ष 2018 में किए गए सर्वे में शैडो ऐरिया वाले पोलिंग बूथों की संख्या 1569 रही, जो वर्ष- 2023 में घटकर सिर्फ 816 रह गई है। पुलिस अब मप्र विधानसभा चुनाव के दौरान सभी शैडो ऐरिया के पोलिंग बूथ से लगातार संपर्क बनाए रखने की तैयारी करने में व्यस्त है। इसलिए जिस जगह के पोलिंग बूथ तक मोबाइल कवरेज नहीं है, वहां पर वायरलैस सेट, लैंड लाइन फोन से संपर्क बनाए रखने के प्रयास किए जा रहे हैं।
हर खबर स्टेट कमांड सेंटर पर मिलेगी
चुनाव आयोग से मिले निर्देश के बाद पुलिस की तैयारियां तेज हो गई हैं। चुनाव के दौरान सभी जिलों के सभी पोलिंग बूथों से पुलिस का लगातार संपर्क बना रहेगा। पोलिंग बूथ पर चल रही प्रत्येक पल की खबर स्टेट कमांड सेंटर पर मिलेगी। पोलिंग बूथ पर नजर रखी जाएगी, साथ ही कानून व्यवस्था प्रभावित होते ही प्रदेश मुख्यालय से अधिकारी त्वरित निर्णय लेकर पोलिंग बूथ पर तैनात अमले को नए निर्देश दे सकेंगे। मप्र विधानसभा चुनाव के लिए सभी जिलों में पुलिस के लिए संचार साधनों से लैस किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में 23 जिलों को डिजिटल मोबाइल रेडियो (डीएमआर) सुविधा से लैस किया गया है। चुनाव के दौरान बड़े शहरों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्हें ट्रैकिंग सिस्टम से लैस किया जा रहा है। इसमें इंदौर, उज्जैन के बाद राजधानी भोपाल में ट्रैकिंग सिस्टम लगाने का काम किया जा रहा है। यह एक प्रकार, की तकनीकी सॉल्यूशन होती है, जिसका उपयोग सामान्यत: ट्रक, कार, जीप और अन्य वाहनों की स्थिति, मार्ग व उनके संचालन की जानकारी ट्रैक करने के लिए किया जाता है। यह जीपीएस और सेंसर्स का उपयोग करता है, ताकि वाहन को सटीक स्थान और अन्य महत्वपूर्ण डेटा को स्थानांतरित किया जा सके। ट्रैकिंग सिस्टम का उपयोग करके वाहन प्रबंधन व संचालन की स्थिति को देखकर उन्हें सुरक्षा देने का निर्णय लिया जा सकता है।
शैडो ऐरिया वाले 816 बूथों पर विशेष नजर
एसएसपी मोबाइल एवं वायरलैस भोपाल प्रशांत खरे का कहना है कि मप्र विधानसभा चुनाव के लिए बनाए जाने वाले पोलिंग बूथों का सर्वे कराया गया, जिसमें शैडो ऐरिया वाले बूथों की संख्या 816 है। इन सभी पोलिंग बूथों से लगातार संपर्क बनाए रखने अन्य संचार साधनों का उपयोग किया जाएगा। चुनाव के दौरान स्टेट कमांड सेंटर से अधिकारी कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए निर्देश देकर उस पर अमल भी करा सकेंगे। चुनाव की तैयारियां करने में व्यस्त पुलिस ने संचार साधनों में मुख्य रूप से उपयोग की जाने वाली क्लोज्ड यूजर ग्रुप (सीयूजी) सिम को भी अपग्रेड करा लिया है। विधानसभा चुनाव के दौरान पुलिस की 80 हजार सीयूजी सिम लगातार काम करेंगी। इससे पुलिस को आसानी होगी। प्रदेश के सभी जिलों में मप्र विधानसभा चुनाव के दौरान चल रहीं गतिविधियों पर पुलिस प्रशासन क्लोज्ड सर्विस टेलीविजन (सीसीटीवी) से नजर रखेगा। इसमें प्रदेश मुख्यालय में बैठे- बैठे सिटी सर्विलांस व पुलिस थानों में लगाए गए करीब 11 हजार कैमरों से सभी जिलों के घटनाक्रम को देखा जा सकेगा।

Related Articles