
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। शिवराज सरकार के मंत्रियों की एक बार फिर संगठन द्वारा क्लास लगाई जा रही है। इस क्लास में परीक्षक के तौर पर बतौर भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश मौजूद रहने वाले हैं। इसमें उनके द्वारा कामकाज की समीक्षा की जाएगी। गौरतलब है कि इसके पहले भी संगठन द्वारा मंत्रियों की बीते माह ही क्लास लगाई जा चुकी है। प्रदेश भाजपा मुख्यालय में लगाई जाने वाली इस क्लास में मंत्रियों के साथ अलग से बैठक की जा रही है। इसमें मंत्रियों से विभागीय कामकाज में गति लाने के साथ कार्यकर्ताओं से संवाद बढ़ाने संबंधी दिशा-निर्देशों पर अब तक किए गए अमल को लेकर कैफियत ली जाएगी। इसके अलावा नए साल के लिए मंत्रियों के लिए लक्ष्य भी तय कर सौंपे जाएंगे। इसी तरह से पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में बूथ विस्तार के कार्यक्रमों पर चर्चा की जाएगी। दरअसल, पार्टी मिशन 2023 की तैयारियों में जुट गई है। इसके लिए बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाई जा रही है। तय किया गया है कि मंत्री, सांसद, विधायक से लेकर प्रदेश, संभाग और जिला पदाधिकारियों के लक्ष्य निर्धारित किए जाएंगे। सबको क्षेत्र आवंटित होंगे और इन्हें प्रतिमाह संबंधित क्षेत्र में मतदान केंद्र स्तर पर संगठन विस्तार का काम करना होगा। इसमें सभी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी भी सुनिश्चित की जाएगी। वहीं, पिछले माह पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने विभिन्न मोर्चा पदाधिकारियों और मंत्रियों के साथ बैठक की थी। इसमें संगठन की अपेक्षाएं बताई थीं। साथ ही मंत्रियों से यह भी पूछा था कि आपकी संगठन से क्या अपेक्षा है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जन कल्याण के जो कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, उनका लाभ वास्तविक हितग्राहियों तक पहुंचाने का काम भी कार्यकर्ताओं को करना है। मालूम हो कि पिछले माह पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने सभी मंत्रियों के साथ बैठक की थी और उन्हें पार्टी की अपेक्षाओं के बारे में बताया था।
एक माह पहले भी की गई थी समीक्षा : बीते माह के अंतिम दिनों में भी बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री ने शिवराज कैबिनेट के सभी मंत्रियों की बैठक बुलाई थी। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पार्टी के प्रदेश प्रभारी पी मुरलीधर राव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मौजूद रहे थे। उस समय मंत्रियों के परफॉर्मेंस के बारे में बात की गई थी। उस समय मंत्रियों को साफतौर पर बता दिया गया था कि कोई कितना भी बड़ा नेता क्यों ना हो, संगठन के लिए एक आम कार्यकर्ता ही है। संगठन और सरकार के साथ बेहतर तालमेल के साथ काम करें। उस समय मंत्रियों से पूछा गया था कि उनकी संगठन से क्या अपेक्षाएं हैं? इस पर कोई मंत्री खुलकर नहीं बोला, लेकिन संतोष ने साफ तौर पर कह दिया था कि संगठन को मंत्रियों से जो अपेक्षाएं हैं, उन्हें हर हाल में एक साल में पूरा करना है। उन्होंने हर मंत्री से उनके विभाग की उपलब्धियों की जानकारी भी ली थी। दरअसल इस तरह की बैठकों को सरकार पर संगठन का नियंत्रण मजबूत करने के साथ अगले विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियों की शुरुआत के रूप में भी देखा जा रहा है। वे बूथ और मंडल स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ पहले ही बैठक कर चुके हैं। अब मंत्रियों के साथ चर्चा में उनके कामकाज का हिसाब मांगा गया। जानकारी के मुताबिक इसमें ज्यादा जोर पार्टी के चुनावी वादों पर था। उस बैठक में भी बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में संतोष ने पार्टी की ओर से चलाए जा रहे अभियानों की समीक्षा की थी। इसमें सरकार की योजनाओं और पार्टी की नीतियों को हर घर में पहुंचाने के लिए रणनीति पर भी विचार-विमर्श हुआ था। संगठन महामंत्री ने 11 सदस्यीय बूथ समिति के हरेक सदस्य को प्रत्येक बूथ पर 30 परिवारों से संपर्क कर पार्टी का जनाधार बढ़ाने का निर्देश दिया था।