
- आठवें दिन भी भोपाल सहकारी दुग्ध संघ ने उपभोक्ताओं से वसूला अधिक कीमत
भोपाल/विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। सरकारी आदेशों की उपेक्षा करते हुए भोपाल सहकारी दुग्ध संघ उपभोक्ताओं से चाय दूध पर एक रूपए अधिक कीमत ले रहा है। यह आर्थिक अपराध की श्रेणी में आता है। इसलिए यह मामला भोपाल सहकारी दुग्ध संघ के लिए गले की हड्डी बन गया है। अधिकारी मनमर्जी से बढ़ाई कीमत को कम करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। उधर पिछले सात दिन में भोपाल सहकारी दुग्ध संघ ने अपनी तरफ से एक रुपए दाम बढ़ाकर उपभोक्ताओं से 5.60 लाख रुपए की वसूली कर डाली है।
बता दें कि भोपाल दुग्ध संंघ ने 21 मार्च से दाम में बढ़ोतरी की है। चार रुपए दाम बढ़ाने की अनुमति एमपी स्टेट को आॅपरेटिव डेयरी फेडरेशन के प्रबंध संचालक संजय गुप्ता द्वारा दी गई थी। ये दाम तो बढ़ाए गए, साथ में अधिकारियों ने अपनी तरफ से चाय दूध पर प्रति लीटर एक रुपए बढ़ा दिए हैं। जिसकी वजह से यह दूध 52 की जगह 53 रुपए में मिल रहा है। एक अनुमान के मुताबिक रोजाना यह दूध 80 हजार उपभोक्ता खरीदते हैं जो सात दिनों से एक रुपए अतिरिक्त चुका रहे हैं। इस हिसाब से यह राशि 5.60 लाख रुपए होती है।
अधिकारियों के निर्देशों का इंतजार
जानकारी के अनुसार अभी तक भोपाल दुग्ध संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपीएस तिवारी ने दाम कम नहीं किए हैं। दाम कम करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों का इंतजार किया जा रहा है जो इस मामले में पड़ने से बच रहे हैं ,क्योंकि यह आर्थिक अपराधों से जुड़ा है। इधर आम उपभोक्ताओं से एक रुपए की अतिरिक्त वसूली का मामला सरकार के संज्ञान में आया है। पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कहा कि उपभोक्ताओं के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। मामले की जांच कराएंगे, कार्रवाई की जाएगी। उधर ग्वालियर दुग्ध संघ के सीईओ एएस सेंगर, जबलपुर दुग्ध संघ सीईओ दीपक शर्मा, उज्जैन सीईओ डीपी सिंह समेत अन्य सीईओ का कहना है कि वे एमपीसीडीएफ द्वारा तय दामों से ज्यादा बढ़ोतरी नहीं कर सकते।
अन्य दुग्ध संघ में कीमतें कम
प्रदेश के छह सहकारी दुग्ध संघों में से अकेले भोपाल दुग्ध संघ ने ही सांची के चाय दूध के दाम प्रति लीटर बढ़ाए हैं। बाकी के किसी भी दूध संघ ने उपभोक्ताओं पर इस तरह बोझ नहीं डाला है। गौरतलब है कि भोपाल में चाय दूध जहां 53 रुपए लीटर है, वहीं इंदौर में 46, उज्जैन में 52, जबलपुर में 52, ग्वालियर में 45 और बुंदेलखंड में 52 रुपए प्रति लीटर कीमत है। उधर उपभोक्ताओं में भारी नाराजगी है। उपभोक्ता अनिल बाजपेयी का कहना है कि सरकार आम नागरिकों को रियायत दे रही है। हाल में 88 लाख लोगों के 6400 करोड़ बिजली बिल माफ किए हैं। ऐसी सरकार से अलग जाकर भोपाल दुग्ध संघ को दाम नहीं बढ़ाने चाहिए।