मोदी के तीन घंटे के प्रवास पर मिलेंगी कई सौगातें

नरेंद्र मोदी
  • हबीबगंज स्टेशन का नया नाम होगा अटल बिहारी वाजपेयी  

    भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को अल्प प्रवास पर भोपाल आ रहे हैं। इस दौरान वे तीन घंटे भोपाल में रहेंगे। इस दौरान वे मप्र सरकार द्वारा आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। इसका आयोजन मप्र सरकार द्वारा अमर शहीद बिरसा मुंडा की जयंती पर जंबूरी मैदान में जनजातीय महासम्मेलन के नाम से किया जा रहा है, जिसमें प्रदेश के करीब 2 लाख आदिवासियों को शामिल करने का लक्ष्य तय किया गया है। अपने प्रवास के समय मोदी द्वारा पुनर्निर्मित विश्व स्तरीय हबीबगंज रेलवे स्टेशन का लोकार्पण कर देश को समर्पित किया जाएगा साथ ही इसका नया नामकरण भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से किया जाएगा।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर भोपाल आने के बाद सीधे आदिवासी महासम्मेलन में शामिल होंगे, जिसमें वे करीब दो घंटे मौजूद रहेगी। इस दौरान उनके द्वारा स्व सहायता समूह के उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया जाएगा।
    बताया जा रहा है कि महासम्मेलन में सिर्फ चार नेताओं को ही बोलने का मौका मिलेगा जिसमें करीब  25 मिनट का भाषण प्रधानमंत्री द्वारा दिया जाएगा, जबकि उनके भाषण के पहले राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मौका मिलेगा। इनके अलावा केंद्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते द्वारा स्वागत भाषण दिया जाएगा। यही नहीं कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के आने से पहले गायक कैलाश खेर व  पारंपरिक मांदल पर संगीतकार शिवमणि की प्रस्तुति भी होगी। इसके बाद दोपहर दो बजे मोदी द्वारा हबीबगंज स्टेशन का लोकार्पण किया जाएगा। अपने प्रवास के समय मोदी द्वारा सोलर ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार द्वारा शुरू किए जा रहे ऊर्जा साक्षरता मिशन का भी शुभारंभ किया जाएगा।
    इस अभियान के तहत स्कूलों व कॉलेजों में विद्यार्थियों को सौर ऊर्जा के विषय में रोचक ढंग से आधारभूत जानकारी दी जाएगी, ताकि ऊर्जा संरक्षण व जलवायु परिवर्तन के प्रति बचपन से ही उन्हें जागरूक किया जा सके। इसी तरह से प्रधानमंत्री द्वारा राज्य स्किल सेल मिशन का पायलट कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया जाएगा। इसके तहत मौके पर ही पहले रोगी का ब्लड सैंपल लिया जाएगा।
    गौरतलब है कि स्किल सेल एक जेनेटिक बीमारी है। सामान्य रूप में हमारे शरीर में लाल रक्त कण प्लेट की तरह चपटे और गोल होते हैं। यह रक्त वाहिकाओं में आसानी से आवाजाही कर पाते हैं, यदि जीन असामान्य हैं तो लाल रक्त कण प्लेट की तरह गोल न होकर अर्धचंद्राकार रूप में दिखाई देते हैं। इस वजह से यह रक्त वाहिकाओं में ठीक तरह से आवागमन नहीं कर पाते हैं। इससें शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। इसके कारण मरीज को एनीमिया की समस्या होती है। आदिवासियों में यह रोग तेजी से पनप रहा है। स्किल सेल रोग अधिकतर उन इलाकों में ज्यादा होता है, जो अविकसित होते हैं।
    शिवराज द्वारा की जा सकती है बड़ी घोषणा
    माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सामुदायिक वनों के प्रबंधन के अधिकार ग्राम सभाओं को सौंपे जाने की बड़ी घोषणा की जा सकती है। इसके अलावा अनुसुचित जनजाति साहूकार एक्ट को लागू करने के अलावा आदिवासियों से जुड़ी कोई बड़ी अन्य योजना का भी ऐलान किया जा सकता है। इस महासम्मेलन में आदिवासियों की गौड, भील, कोल व सहरिया जाति के लोगों पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इन सभी को एक दिन पहले 14 नवंबर को विदिशा, रायसेन, सांची व सीहोर में लाकर ठहराया जाएगा। इन्हें 15 नवंबर को सम्मेलन स्तर पर लाया जाएगा।
    हबीबगंज स्टेशन का होगा नमाकरण
    हबीबगंज स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन के रूप में पीपीपी मोड में विकसित किया गया है। इसे प्रधानमंत्री लोकार्पण कर देश को समर्पित करेंगे। इसी दौरान हबीबगंज स्टेशन का नाम अटल बिहारी वाजपेयी स्टेशन करने की घोषणा की जाएगी। प्रधानमंत्री दोपहर 2.05 पर हबीबगंज स्टेशन पहुंचेंगे। वे यहां स्टेशन परिसर का अवलोकन करेंगे। इसके बाद आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद वे दोपहर 3.15 बजे दिल्ली रवाना होंगे।
    सिर्फ आदिवासी चेहरों को ही मिलगी मंचासीन होने का मौका
    कार्यक्रम के समय मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल मंगू भाई पटेल के अलावा 13 आदिवासी नेता मौजूद रहेंगे। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा बतौर विशिष्ट अतिथि आमंत्रित किए गए हैं, जबकि मंच पर पहली पंक्ति में शिवराज सरकार में मंत्री बिसाहूलाल सिंह, विजय शाह और मीना सिंह को जगह मिली है। दूसरी पंक्ति में पूर्व मंत्री ओम प्रकाश धुर्वे, गजेंद्र सिंह पटेल, सांसद दुगार्दास उईके, हिमाद्री संपतिया उईके, सुमेर सिंह सोलंकी व पूर्व मंत्री कलसिंह भाभर बैठेंगे।

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