
- लॉ एंड ऑर्डर पर उठे सवाल वो पहुंचे टॉप-10 में
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। हाल ही में चर्चा में आए पुलिस के एक सर्वे को लेकर कई पुलिस अधीक्षकों और अन्य अफसरों ने सवाल उठाएं हैं। दरअसल जिन जिलों में अपराधों की पतारसी और बदमाशों की धरपकड़ सहित अपराधों को नियंत्रण करने में बेहतर काम किया है, उनमें से कई जिले इस सर्वे में टॉप टेन में जगह ही नहीं बना सके।
वहीं कुछ जिले ऐसे हैं, जहां पर कानून व्यवस्था और पुलिस के व्यवहार से आम लोग परेशान है, फिर भी वे सर्वे में बेहतर पोजिशन पाने में सफल रहे हैं। सूत्रों की मानी जाए तो कुछ जिलों के पुलिस अधीक्षकों ने इस सर्वे को लेकर अपने रेंज के एडीजी, आईजी से आपत्ति जताई है। आपत्ति में बताया गया कि उनके जिले की पुलिस बेहतर काम कर रही है, इसके बाद भी उन्हें इस सर्वे में टॉप टेन में जगह ही नहीं मिली। जबकि पुलिस मुख्यालय को जो जिलों से रिपोर्ट गई उसके आधार पर उनकी रैकिंग बेहतर आनी थी। वहीं कुछ आईपीएस अफसरों के सोशल मीडिया ग्रुप पर भी सर्वे को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। इन ग्रुप पर लिखा जा रहा है कि सर्वे कब, कैसे और किस आधार पर किया गया पता ही नहीं चला। साफ है कि पुलिस अफसर ही इस सर्वे से संतुष्ट नहीं हैं। हालांकि कुछ जिले जो वास्तव में बेहतर काम कर रहे हैं, उन्हें इसमें बेहतर पोजिशन मिली है।
ये हैं टॉप में
इस सर्वे में पहले नंबर पर नीमच जिला है, जबकि दूसरे नंबर पर भिंड जिला है। तीसरे नंबर पर हरदा, चौथे पर सिवनी और पांचवे नंबर पर भोपाल है। टॉप टेन में कटनी, जबलपुर, दतिया, रतलाम और उमरिया शामिल हैं। इनमें से कुछ जिले बेहतर काम कर रहे हैं।
इन जिलों में हो रहा बेहतर काम
भोपाल ग्रामीण रेंज के राजगढ़ जिले में इन दिनों कानून व्यवस्था को लेकर बेहतर काम हो रहा है, यहां का ब्यावरा थाना प्रदेश के सबसे सुंदर और व्यवस्थाओं और पुलिसकर्मियों के व्यवहार के मामले में कमतर नहीं हैं। यहां पर अपराधियों की भी धरपकड़ इतनी तेजी से हुई वार के पर अंकुश लग गया। यह जिला सर्वे में 49 वें नंबर पर आया है। ग्वालियर जिला पुलिस भी इन दिनों बेहतर काम कर रही है। यहां पर न सिर्फ गंभीर अपराधों में तेजी से कमी आई है, बल्कि वारंट तामिली सहित अपराधों की पतारसी में बेहतर काम हो रहा है। यह जिला सर्वे में 39 वे नंबर पर है। झाबुआ जिले की पुलिस इन दिनों अपराधों को कम करने के साथ ही आदिवासी समुदाए में जागरुकता फैलाने का काम कर रही है। शादियों में डीजे, शराब आदि के सेवन में दूर रहने का पुलिस का यह प्रयास प्रदेश भर में सराहा जा रहा है। यह जिला सर्वे में 19 वें नंबर पर बताया गया है। इनके अलावा भी कई ऐसे जिले हैं जहां पर पुलिसिंग को लेकर बेहतर काम हो रहा है, लेकिन सर्वे में उनका क्रम बहुत नीचे कर दिया गया है।
सर्वे में पूछे ये सवाल…
बताया जाता है कि सर्वे में पूछा गया था कि क्या पुलिसकर्मियों-अफसरों का व्यवहार ठीक रहता है? यह पहला सवाल था, जबकि दूसरे सवाल में पूछा गया था कि क्या पुलिस द्वारा एफआईआर नहीं लिखने, देरी से लिखने, सही धाराओं में नहीं लिखने की शिकायत रहती है? क्या पुलिस द्वारा चरित्र सत्यापन में विलम्ब किया जाता है? क्या पुलिस झूठा अपराध दर्ज कर गलत आरोपी बनाती है? क्या पुलिस द्वारा अनावश्यक मारपीट कर परेशान किया जाता है? महिलाओं-बच्चों से जुड़े मामलों में लापरवाही करती है? ऐसे 11 सवाल इस सर्वे में शामिल थे। बताया जाता है कि इन सवालों से 52 जिलों के लोगों से राय ली गई, इसके बाद ग्रेडिंग दी गई।