मंडल युवा तो बुजुर्ग… संभालेंगे जिला

  • भाजपा संगठन चुनाव की नई गाइडलाइन, फिर मिली वीडी को शाबाशी
  • गौरव चौहान
भाजपा संगठन

संगठन चुनाव को लेकर दिल्ली में भाजपा की बैठक में गाइड लाइन बनाई गई है। बैठक में मंडल अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष के लिए उम्र की सीमा भी तय कर दी है। मंडल अध्यक्ष के लिए 45 साल और जिलाध्यक्ष के लिए अधिकतम 60 साल की उम्र तय की गई है। लेकिन यह भी स्पष्ट किया है कि उन नेताओं को ही अध्यक्ष बनाया जाए जो भविष्य में पार्टी के लिए मूल्यवान साबित हों। इसके लिए खास तौर से युवाओं को ही मौका दिया जाएगा। संगठन चुनाव को लेकर देश भर की समीक्षा में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने इस बात के लिए मप्र की तारीफ की कि प्रदेश ने 73 फीसदी बूथ समितियों का गठन कर लिया है। उन्होंने महिला बूथ अध्यक्ष और व्हाट्सएप प्रमुख बनाने पर प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा की तारीफ की। गुजरात ने अभी तक 15 हजार बूथ अध्यक्ष बनाए हैं। वहां बूथ अध्यक्षों को हाथी पर घुमाने की भी तारीफ की गई।विधानसभा-लोकसभा चुनाव में मिली जीत के बाद अब भाजपा का पूरा फोकस संगठन चुनाव पर है। भाजपा में संगठनात्मक बदलाव के लिए संगठन चुनाव की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। फिलहाल बूथ स्तर पर भाजपा के सक्रिय सदस्यों को पदाधिकारी चुना जा रहा है। भाजपा के संगठन चुनाव पर केंद्रीय नेतृत्व की विशेष नजर है। इसके लिए जारी हाईकमान के निर्देश में कहा गया है कि बूथ, मंडल या जिलाध्यक्ष के चुनाव निष्पक्ष और सर्वसम्मति से होने चाहिए। विधायक या सांसद अपने समर्थक या रिश्तेदार को संगठन में बैठाने का प्रयास करें तो उसे सफल न होने दिया जाए। इसका सीधा आशय यही है कि कोई भी जनप्रतिनिधि संगठन को जेब में रखने यानी अपनी मर्जी से चलाने की कोशिश करेगा तो ऐसे प्रयास को विफल कर देना है। चुनाव से जुड़े प्रभारियों को भी स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि जनप्रतिनिधियों के घर बैठकर संगठन चुनाव की औपचारिकता नहीं निभाई जाए। इसकी वजह यह मानी जा रही है कि मप्र में सत्ता शीर्ष पर जो पीढ़ी परिवर्तन हुआ है, उससे संगठन प्रभावित नहीं हो।
समर्थक-रिश्तेदारों को बैठाने से परहेज
पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस पर भाजपा के संगठन चुनाव में विधायक-सांसदों पर कड़ी नजर है। स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि बूथ, मंडल या जिलाध्यक्ष के चुनाव निष्पक्ष और सर्वसम्मति से होने चाहिए। विधायक या सांसद अपने समर्थक या रिश्तेदार को संगठन में बैठाने का प्रयास करें तो उसे सफल नहीं होने दिया जाएगा। भाजपा पीढ़ी परिवर्तन की रणनीति पर काम कर रही है। इसका सीधा आशय यही है कि कोई भी जनप्रतिनिधि संगठन को जेब में रखने यानी अपनी मर्जी से चलाने की कोशिश करेगा तो ऐसे प्रयास को विफल कर देना है। पिछले संगठन चुनाव में बुंदेलखंड के एक विधायक ने अपने घर पर ही संगठन चुनाव की सारी प्रक्रिया पूरी करवा ली थी। बाद में शिकायत मिली तो नए सिरे से प्रक्रिया करवाई गई। महाकौशल और विध्य क्षेत्र में कुछ ताकतवर मंत्रियों ने भी अपने समर्थकों को ही पदाधिकारी बनवा दिया था। पार्टी चाहती है कि ऐसे किसी मामले की पुनरावृत्ति न हो। पिछली बार हुए चुनावों में अधिकांश विधायकों ने अपने चहेते कार्यकर्ताओं को मंडल अध्यक्ष बनवा लिया था। इसकी शिकायत दिल्ली तक हुई थी। तब शिकायतों के आधार पर प्रदेश संगठन ने कुछ मंडल अध्यक्ष भी बदले थे। इस बार संगठन सांसद, विधायकों और संगठन के जिले के नेताओं से चर्चा के बाद मंडल अध्यक्ष का निर्वाचन करेगा। पार्टी का प्रयास होगा कि सर्वसम्मति से अध्यक्ष का नाम तय हो और कही भी चुनाव की नौबत न आए।
माननीयों के खास को न बनाएं पदाधिकारी
गौरतलब है कि भाजपा में बूथ स्तरीय चुनाव के बाद जिला और मंडल समितियों के चुनाव की तैयारी हो गई है। 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक मंडल अध्यक्ष और 16 दिसंबर से 31 दिसंबर तक जिलाध्यक्ष का चुनाव होगा। संगठन ने दो टूक शब्दों में यह भी साफ कर दिया है कि ऐसे कार्यकर्ताओं को मंडल और जिलाध्यक्ष नहीं बनाएं जो सांसद, विधायक या मंत्री के जेब में हैं और केवल उन्हीं के हिसाब से काम करते हैं। बल्कि संगठन की लाइन पर चलने वाले जमीनी कार्यकर्ताओं को ही मौका दें। बैठक में संगठन मंडल अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष के लिए उम्र की सीमा भी तय कर दी है। मंडल अध्यक्ष के लिए 45 साल और जिलाध्यक्ष के लिए अधिकतम 60 साल की उम्र तय की गई है। लेकिन यह भी स्पष्ट किया है कि उन नेताओं को ही अध्यक्ष बनाया जाए जो भविष्य में पार्टी के लिए मूल्यवान साबित हों। इसके लिए खास तौर से युवाओं को ही मौका दिया जाएगा।
विधायक पटेल पर कार्रवाई के दिए निर्देश
मऊगंज बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल कई दिनों से सुर्खियों में हैं। मऊगंज के देवरी गांव में एक मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर विधायक बवाल कर चुके हैं। विवादित क्षेत्र में जाने को लेकर लगातार प्रशासन से टकराव में हैं। उधर मामले की शिकायत पार्टी आलाकमान के पास नई दिल्ली तक पहुंची हैं और पटेल पर कार्रवाई के निर्देश भी जारी हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक शनिवार को प्रदेश संगठन पटेल के खिलाफ कोई एक्शन ले सकता है। साथ ही पटेल का समर्थन करने वाले मनगवां विधायक इंजी नरेंद्र प्रजापति पर भी कार्रवाई के आदेश हुए हैं।
विदेश यात्रा पर जाने से पहले सीएम हाउस में हाई टी
निवेश की संभावनाओं को तलाशने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ करीब 20 से अधिक लोगों को दल आज विदेश यात्रा (इंग्लैंड और जर्मनी) पर रवाना होगा। इससे पूर्व सीएम हाउस में उद्योगपतियों के साथ एक हाई-टी रखी गई है। उद्योगपति भोपाल में इनवेस्टर्स समिट रखने के लिए सीएम का धन्यवाद भी करेंगे। साथ ही विदेश यात्रा की शुभकामनाएं भी देंगे। सीएम के साथ जाने वाले दल में एसीएस जीएडी संजय दुबे, पीएस इंडस्ट्री राघवेंद्र सिंह, एमपीआईडीसी के एमडी चंद्रमौली शुक्ला आदि शामिल है।

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