11 माह बाद मानक अग्रवाल की कांग्रेस में वापसी

मानक अग्रवाल

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। हिंदू महासभा से जुड़े बाबूलाल चौरसिया को कांग्रेस में शामिल किए जाने का विरोध करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ पर सवाल उठाने वाले प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता मानक अग्रवाल की आखिर 11 माह बाद ही पार्टी में वापसी हो गई है। कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने उनका निष्कासन समाप्त कर दिया है। इसके बाद उन्होंने प्राथमिक सदस्यता ले ली। इसकी पुष्टि प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने की है। अग्रवाल को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का समर्थक माना जाता है। पार्टी ने उन्हें पिछले साल मार्च में तब छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था, जब उन्होंने बाबूलाल चौरसिया को कांग्रेस की सदस्यता दिलाए जाने का विरोध किया था। उन्होंने उस समय ट्वीट कर कहा था कि कमल नाथ को स्पष्ट करना चाहिए कि वह गोडसे की विचारधारा के साथ हैं या गांधी की विचारधारा के साथ हैं। अग्रवाल द्वारा कमल नाथ पर सवाल उठाने पर नर्मदापुरम (होशंगाबाद) कांग्रेस कमेटी ने उन पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति की अनुशंसा पर प्रदेश कांग्रेस ने उन्हें छह साल के लिए प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया था। इसके बाद अग्रवाल ने कहा था कि वे चुने हुए एआईसीसी के सदस्य हैं। इसलिए प्रदेश की अनुशासन समिति को उनके खिलाफ किसी भी तरह का फैसला सुनाने का अधिकार नहीं है। मानक ने तब कहा था कि उनके खिलाफ एकतरफा फैसला सुनाया गया है। गौरतलब है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी से अग्रवाल ने सदस्यता बहाली के लिए अनुरोध किया था, जिसे स्वीकार करते हुए निष्कासन रद्द किया गया है। उल्लेखनीय है कि वे अब तक प्रदेश कांग्रेस के आधा दर्जन प्रदेश अध्यक्षों के साथ किसी न किसी महत्वपूर्ण भूमिका में रह चुके हैं। इसके अलावा वे ऐसे नेता हैं जिन्हें मीडियाकर्मियों की पहली पसंद भी माना जाता है। वे मीडिया के लिए सहज रूप से सुलभ रहते हैं। उन्हें कांग्रेस का ऐसा नेता माना जाता है जो संपर्क और संवाद में विश्वास रखते हैं।

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