भोपाल-इंदौर में बदली जाएंगी महिला कांग्रेस अध्यक्ष

अर्चना जायसवाल

भोपाल/राजीव चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा प्रदेश महिला कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर अर्चना जायसवाल की नियुक्ति के बाद अब महिला शहर कांग्रेस की टीम में बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। सूत्रों की माने तो नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष अर्चना जायसवाल ने संगठन में मजबूती लाने के लिए बदलाव के अभियान की शुरुआत भोपाल और इंदौर से ही करने की तैयारी की है। ऐसे में भोपाल और इंदौर में सबसे पहले महिला अध्यक्ष की कमान किसी नए चेहरे को सौंपी जा सकती है।  इंदौर शहर में जहां शोभा ओझा समर्थक शशि यादव का पदमुक्त होना लगभग तय माना जा रहा है, वहीं भोपाल जिलाध्यक्ष संतोष कंसाना अपना पद बचा पाएंगी या नहीं इसका फैसला भी कुछ ही दिनों में हो जाएगा।
शहर अध्यक्ष पद के लिए वर्तमान में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा लगाकर पार्टी संगठन को मजबूती प्रदान करने वाली कि जिन चार महिला नेत्रियों के नाम सबसे आगे चल रहे हैं, उनमें एक अर्चना जायसवाल की कट्टर समर्थक बताई जा रही है। इनमें वर्तमान अध्यक्ष पद पर आसीन रीता डोंगरे के साथ ही साधना भंडारी, शशि हाडा, और पूर्व महिला अध्यक्ष शर्मिला धौलपुरे मुख्य रूप से शामिल है। बता दें कि पूर्व में जब अर्चना जायसवाल ने प्रदेश की कमान संभाली थी तो उन्होंने शर्मिला धौलपुरे को शहर में महिलाओं का नेतृत्व सौंपा था। ऐसे में उनकी दावेदारी बाकी महिला नेत्रियों से आगे मानी जा रही है। बहरहाल अब देखना होगा कि इन चारों महिला नेत्रियों में से किसके सिर पर ताज सजता है।
आगामी चुनावों को ध्यान में रखकर की जाएंगी नियुक्तियां
सूत्रों की माने तो नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अर्चना जायसवाल आगामी उपचुनावों और वर्ष 2023-24 के चुनावों को देखते हुए प्रदेशभर में महिला ब्रिगेड को मजबूत बनाने के काम में जुट गई हैं। ऐसे में वे शहर संगठन को मजबूत बनाने के लिए किसी नए चेहरे या फिर पूर्व महिला अध्यक्ष को शहर की बागडोर सौंप सकती हैं।
कमलनाथ ने दिया है फ्री हैंड
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने महिला कांग्रेस में काम करने वाली नेत्रियों को पद पर आसीन करने और निष्क्रिय लोगों को बाहर का रास्ता दिखाने के लिए अर्चना जायसवाल को फ्रीहैंड दिया है। दरअसल कमलनाथ चाहते हैं कि प्रदेश में होने वाले आगामी चुनावों को ध्यान में रखकर संगठन में कसावट लायी जाए। ऐसे में महिलाओं की भूमिका अहम रोल निभा सकती है। यही वजह है कि नाथ ने प्रदेशभर में महिला ब्रिगेड को मजबूत बनाने के लिए महिलाओं के नेतृत्व की बागडोर अर्चना जायसवाल को सौंपते हुए उन्हें संगठन को मजबूत बनाने की जिम्मेदारी दी है।

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