
- भोपाल, इंदौर ही नहीं पूरे प्रदेश में लव जिहाद बना संगठित साजिश का हिस्सा
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में हाल के दिनों में हिंदू युवतियों और महिलाओं के साथ रेप और ब्लैकमेलिंग के संगठित मामले सामने आ रहे हैं। न केवल राजधानी भोपाल और बल्कि छोटे शहरों में भी एक ही पैटर्न पर आधारित रेप के मामले उजागर हो रहे हैं। सभी मामलों में आरोपियों के मुस्लिम और पीडि़ताओं के हिंदू होने के कारण इन घटनाओं को कथित तौर पर लव जिहाद गैंग का नाम दिया जा रहा है, जिससे प्रदेश की सियासत गरमा गई है। पिछले एक महीने में मुस्लिम युवकों द्वारा हिंदू युवतियों को प्रेम जाल में फंसाकर उनका शारीरिक शोषण करने और अंतरंग पलों के वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने के मामले सामने आए हैं। पुलिस ने अब तक विभिन्न शहरों में 12 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह इस बात का संकेत है कि मप्र लव जिहाद का एपिक सेंटर बन गया है। राजधानी भोपाल में गत माह सनसनी खुलासे के बाद लव जिहाद के एपिक सेंटर का जो भंडाफोड़ हुआ, उसने पूरे प्रदेश में हलचल मचा दी थी। राजधानी भोपाल में हिंदू लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बनाकर उनसे दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का बहुचर्चित मामला अभी थमा भी नहीं था, क्योंकि महिला आयोग अपनी जांच रिपोर्ट सौंप चुका है। अनेक स्तर पर कार्रवाई होना है। लेकिन इस बीच प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में भी भोपाल जैसा ही संगठित लव जिहाद का मामला सामने आया है। इसके बाद यह तो तय हो गया है कि भोपाल, इंदौर ही नहीं मालवा-निमाड़ के वे क्षेत्र जहां पर कभी प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन सिमी की गतिविधियां चलती रही है, जिन केंद्रों पर बड़े स्तर पर सिमी के गुर्गे आतंकवादियों की स्लीपर सेल के रूप में काम करते रहे है, वहां पर सख्त जांच शिकंजा कसा जाए तो लव जिहाद और ब्लैकमेलिंग जैसे अनेक मामले खुलकर सामने आएंगे। शूटिंग एकेडमी का मुस्लिम डायरेक्टर हिंदू लड़कियों से लव जिहाद कर रहा था। उसके मोबाइल में 100 से ज्यादा युवतियों से चेटिंग, करीब 10 युवतियों के वीडियो, जिनमें से कुछ आपत्तिजनक हालत में भी मिले हैं। हालाकि अभी इस मामले में एक आरोपी ही गिरफ्त में आया है, लेकिन हिंदू संगठन को शंका है कि उसके दो भाई, जो कि स्कूलों में शूटिंग के कोच हैं वो और एक दोस्त भी कहीं न कहीं इस पूरे खेल में शामिल हो सकता है। इन सभी के मोबाइलों की जांच हो तो भोपाल से बड़ा लव जिहाद कांड सामने आ सकता है। यही नहीं देवास, शाजापुर, उज्जैन, नागदा, रतलाम, मंदसौर-नीमच में भी अगर इस तरह के शैक्षणिक केंद्रों पर जांच शिकंजा कसा जाए तो चौंकाने वाले खुलासे हो सकते है।
संगठित साजिश का हिस्सा लव जिहाद
प्रदेश में जिस तरह सपने दिखाकर लव जिहाद में हिंदू युवतियों को फंसाया जा रहा है, वह संगठित साजिश का हिस्सा लगता है। अप्रैल माह के अंत में भोपाल में संगठित लव जिहाद का मामला सामने आया था। कॉलेज की हिंदू युवतियों को महंगे उपहार, कपड़े और मोटरसाइकिल के माध्यम से प्रेमजाल में फंसाकर नशीला पदार्थ खिलाकर उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें खींचकर उन्हें ब्लैकमेल कर दुष्कर्म किया गया। साथियों से भी ज्यादती कराई और पीडि़ताओं की हिंदू सहेलियों पर भी मुस्लिम युवकों से दोस्ती कराने का दबाव बनाया जाता था। मामले में मंगलवार को ही महिला आयोग ने अपनी रिपोर्ट दी है। इस बीच कल ही इंदौर में भी लव जिहाद का मामला सामने आ गया। अन्नपूर्णा की सिल्वर ऑक्स कॉलोनी में रहने वाले मोहसिन पिता सलीम खान (38) ने कॉलोनी में ही ड्रीम ओलंपिक एकेडमी नाम से शूटिंग एकेडमी खोल रखी है। यहां मल्हारगंज क्षेत्र की एक नाबालिग हिंदू छात्रा शूटिंग सीखने आती थी। इस छात्रा ने मंगलवार को परिजन, हिंदू जागरण मंच और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ एकेडमी के डायरेक्टर मोहसिन पर छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट की धाराओं में स दर्ज कराया है। राजधानी भोपाल में कॉलेज छात्राओं से जुड़े लव-जिहाद मामलों को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। आयोग ने इन घटनाओं को महज व्यक्तिगत नहीं, बल्कि संगठित साजिश का हिस्सा बताया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपियों ने पीडि़ताओं पर धर्मातरण का दबाव बनाया। आयोग ने लव जिहाद के इस पूरे स्कैंडल पीछे किसी संगठित नेटवर्क या फडिंग की आशंका जताई है।
प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी मामले
सागर में फरहान मकरानी ने खुद को हिंदू बताकर युवती को प्रेम जाल में फंसाया और कई बार शारीरिक संबंध बनाए। बाद में उसने धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया। पीडि़ता को जब उसकी असली पहचान पता चली, तो उसने महिला थाने में शिकायत की। पुलिस ने फरहान को बीएनएस की धारा 64(2)(एम), 351(3), 3(5) और मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 की धारा 3/5 के तहत गिरफ्तार किया। छतरपुर में एक मुस्लिम युवक ने हिंदू बनकर पहले से शादीशुदा महिला का तलाक करवाया और हिंदू रीति-रिवाज से शादी की। बाद में उसकी असली पहचान उजागर होने पर उसने निकाह किया और मारपीट शुरू कर दी। उसने महिला को मांस खाने और पूजा-पाठ छोडऩे का दबाव डाला। पीडि़ता ने बताया कि उसकी पहली शादी 2015 में दमोह के कुलुआ गांव में हुई थी। 13 दिसंबर 2023 को उसकी मुलाकात समीर तिवारी उर्फ समीर खान से हुई, जिसने प्रेम जाल में फंसाकर तलाक दिलवाया और जटाशंकर धाम में शादी की। निकाह के बाद समीर ने मारपीट शुरू की, तीन लाख रुपये और जेवर छीने। 26 अप्रैल 2025 को उसे कमरे में बंद कर दिया। अगले दिन वह नंगे पैर 14 किलोमीटर पैदल चलकर छतरपुर पहुंची और मातगुवां थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने समीर खान को दहेज, धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम और मारपीट की धाराओं में गिरफ्तार किया। रायसेन जिले में मंडीदीप में पदस्थ महिला सब-इंस्पेक्टर कथित लव जिहाद का शिकार बनी। इश्तिहाक अहमद ने अमन बनकर उससे शादी की। दो साल बाद पोस्ट के जरिए उसकी असली पहचान उजागर हुई। पीडि़ता ने शिकायत की कि इश्तिहाक ने मारपीट शुरू की। पुलिस ने उसे धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। 2021 में तत्कालीन शिवराज सरकार ने लव जिहाद के मामलों के लिए धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम लागू किया, जिसमें दोषी को 10 साल की सजा और 1 लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान है। लेकिन लगातार सामने आ रहे मामलों से लगता है कि आरोपियों में इसका कोई खौफ नहीं है।