मप्र में रहने वाले बिहारी वोटर्स की जुटाई जा रही सूची

बिहारी वोटर्स
  • भाजपा का मिशन बिहार फतह…

    भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम।  बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा अभी भले ही नहीं हुई है, लेकिन चुनाव जीतने के लिए मप्र में भाजपा की रणनीति बनने लगी है। भाजपा बिहार के चुनावी मैदान को फतह करने के लिए मप्र के नेताओं को जातीय समीकरण के साथ तैनात कर रही है। गौरतलब है कि जब भी किसी दूसरे राज्य में चुनाव होते हैं मप्र के नेता वहां अपनी-अपनी पार्टियों और प्रत्याशियों के लिए काम करते हैं। भाजपा ने बिहार चुनाव में आरजेडी गठबंधन को पटखनी देने के लिए मध्य प्रदेश के नेताओं को मैदान में उतार दिया है। भाजपा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को बिहार में भी यादव चेहरे के रूप में प्रस्तुत करेगी। मुख्यमंत्री जल्द ही बिहार में भी चुनावी रैली करते दिखाई देंगे। मुख्यमंत्री के अलावा मध्य प्रदेश के संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा सहित कई मौजूदा और पूर्व मंत्रियों को बिहार की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं नेताओं की तैनाती के साथ ही भाजपा मप्र में रहने वाले बिहारी वोटर्स की जानकारी जुटा रही है। ताकि इन्हें मतदान के दौरान बिहार में बुलाकर वोट डलवाया जा सके।
    मप्र भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं का फोकस अब बिहार चुनाव पर है। प्रदेश के कई नेताओं की ड्यूटी बिहार चुनाव में लग चुकी है। कुछ नेता बिहार चुनाव को लेकर हुई बैठक में शामिल होकर वापस आ चुके हैं, वहीं अभी से प्रदेश के कई पूर्णकालिकों को बिहार में तैनात कर दिया गया है। प्रदेश भाजपा ने बिहार चुनाव को लेकर जमीनी स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। दरअसल राजधानी सहित प्रदेश के कई शहरों में बिहारी वोटर्स रहते हैं। प्रदेश में रहने वाले बिहार के वोटर्स की जानकारी भाजपा के कार्यकर्ता और नेता जुटा रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं को इनके घर-घर जाने की जिम्मेदारी दी गई है। भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा मप्र में रहने वाले बिहारी वोटर्स के मोबाइल नंबर तक लिए जा रहे हैं। इन मतदाताओं से संपर्क किया जा रहा है। इनकी पूरी सूची बिहार चुनाव में तैनात मप्र के नेताओं को उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद ये नेता बिहार की चुनावी टीम के साथ मिलकर मतदाताओं से संपर्क करेंगे और उन्हें बिहार चुनाव में वोट डालने के लिए आमंत्रित करेंगे।
    वोट बैंक बढ़ाने पर प्रयास
    बिहार चुनाव में भाजपा अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए इस स्तर पर प्रयास कर रही है। गौरतलब है कि मप्र भाजपा का पूरा फोकस इस समय बिहार चुनाव पर है। बिहार चुनाव को देखते हुए प्रदेश में होने वाली राजनीतिक नियुक्तियों को भी रोक दिया है। प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल को अपनी नई प्रदेश कार्यकारिणी का गठन करना है। इस प्रक्रिया पर भी फिलहाल ब्रेक लग गया है। बिहार में विधानसभा चुनावों को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश के दिग्गज नेताओं की तैनाती बिहार की अलग-अलग विधानसभाओं में की गई है। एमपी बीजेपी के प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा को मिथिला और तिरहुत जोन में 12 जिलों की 50 सीटें और 10 लोकसभा सीटें कवर करनी है। भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो सांसद वीडी शर्मा को बेगूसराय क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी है। क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल को सारण और चंपारण क्षेत्र की करीब 45 विधानसभा सीटों का जिम्मा मिला है।
    मुख्यमंत्री मोहन यादव करेंगे बिहार का दौरा
    उधर मुख्यमंत्री मोहन यादव और केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी बिहार में चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे। ये दोनों नेता ओबीसी वर्ग से आते हैं। भाजपा का चुनाव में फोकस भी एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग के नेताओं को लेकर ज्यादा है। भाजपा मुख्यमंत्री मोहन यादव को ओबीसी वर्ग के चेहरे के रूप में चुनाव में प्रस्तुत करेगी। इसके पहले मोहन यादव ने उत्तर प्रदेश में भी जमकर प्रचार किया था और अखिलेश यादव के लिए चुनौती पेश की थी और अब बिहार में लालू परिवार के लिए परेशानी बनेंगे।

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