नेता प्रतिपक्ष सिंघार बोले- परिवहन विभाग में जन्म ले चुका नया सौरभ

उमंग सिंघार
  • सिंघार ने पूछा- मंत्री स्टाफ में तिवारी की ऑफिशियल पोस्टिंग है क्या?; मंत्री बोले- तथ्यहीन बयान न दें

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। एमपी का परिवहन विभाग एक बार फिर चर्चा में है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह के स्टाफ में पदस्थ वीरेन्द्र तिवारी पर निशाना साधा है। नेता प्रतिपक्ष ने ङ्ग पर मंत्री के स्टाफ में पदस्थ वीरेन्द्र तिवारी और रिटायर्ड आरटीआई बघेल की फोटो शेयर की है।
परिवहन विभाग में लिखी जा रही घोटाले की नई पटकथा
उमंग सिंघार ने आगे लिखा- मध्यप्रदेश परिवहन विभाग का नया सौरभ शर्मा। मध्यप्रदेश के परिवहन विभाग में एक और पोस्टिंग और वसूली घोटाले की पटकथा लिखी जा रही है।
रिटायर्ड आरटीआई नाकों से वसूली का जाल बिछा रहा
नेता प्रतिपक्ष ने आगे लिखा- बघेल नाम का एक रिटायर्ड आरटीआई पूरे प्रदेश में पोस्टिंग के नाम पर बोली और नाकों की वसूली का जाल बिछा रहा है और सरकार खामोश है। भ्रष्टाचार की सडक़ पर तेज रफ़्तार से दौड़ रहा है परिवहन विभाग। लगता है, अब भ्रष्टाचार परिवहन विभाग की कार्य संस्कृति बन चुका है, जहां योग्यता नहीं, जेब की गहराई तय करती है पोस्टिंग।
मंत्री के स्टाफ में वीरेन्द्र तिवारी की आधिकारिक पोस्टिंग नहीं
सिंघार ने लिखा- अब परिवहन विभाग में फिर एक नया सौरभ शर्मा जन्म ले चुका है। बताया जा रहा है कि इस खेल में मंत्री के स्टाफ वीरेंद्र तिवारी, जिसकी कोई आधिकारिक पदस्थापना तक नहीं है, सीधी संलिप्तता है। दोनों मिलकर पोस्टिंग और वसूली का कारोबार चला रहे हैं और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। सिंघार ने लिखा- भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली भाजपा सरकार अब विभागों में नए दलाल पैदा कर रही है। परिवहन विभाग के भ्रष्टाचार की गाड़ी बिना ब्रेक के दौड़ रही है और सरकार सिर्फ ड्राइवर बदलने में लगी है। मध्यप्रदेश में अब सिस्टम नहीं, सौदेबाजी चल रही है।
मंत्री का जवाब- बिना तथ्यों की बातें न करें
नेता प्रतिपक्ष के आरोपों पर परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा- मैंने हमेशा नेता प्रतिपक्ष से विधानसभा के अंदर और बाहर आग्रह किया है और आज भी कह रहा हूं कि जिम्मेदार राजनेता को तथ्यों के बिना स्टेटमेंट नहीं देना चाहिए। आप किसी के बारे में इस तरह से आरोप लगाएंगे, कीचड़ उछालेंगे तो कीचड़ आप पर ही आएगा। वो मुझे लंबे समय से जानते हैं। मेरी राजनीति का आधार शुचिता और नैतिक मूल्यों पर टिका है। सिंघार जी पहले तथ्यों की जानकारी लें, फिर बात करें। तथ्यहीन और मनगढ़ंत बातें करना उचित नहीं है। यदि आपके पास कोई चीज है तो न्यायालय भी सबूतों के बिना आगे नहीं बढ़ता। सार्वजनिक जीवन में अगर हम चुनौती दे रहे हैं तो तथ्यों के साथ चुनौती दें।

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