
- थाना प्रभारी ने गुप्त योजना का पता चलते ही दर्ज की पशु क्रूरता की एफआईआर
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। राजधानी में मवेशी कारोबार की आड़ में पशुओं का बाजार सजाकर कुछ मुस्लिम कारोबारियों द्वारा लैंड जिहाद किए जाने का मामला सामने आया है। ईटखेड़ी थाने के प्रभारी को एक सप्ताह पहले यह बात यह बात सरपंच के माध्यम से पता चली। पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है।
दबाव में हटाए थाना प्रभारी, सच पता चलने पर आदेश निरस्त
लैंड जिहाद की शिकायत पर कार्रवाई करने से नाराज मुस्लिम समुदाय के सैंकड़ों लोगों ने इकट्टा होकर पुलिस और प्रशासन पर दबाव बनाया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस अधीक्षक (देहात) रामशरण प्रजापति को घेर लिया। इसके बाद एसपी ने थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया। लेकिन, जब यह बात शासन तक पहुंची और वास्तविकता का पता किया गया तो थाना प्रभारी को लाइन अटैच किए जाने का आदेश वापस ले लिया गया।
सरकारी जमीन पर भू-माफिया की नजर
जानकारी के अनुसार ईटखेड़ी थाना क्षेत्र स्थित परेवाखेड़ा में सरकार की बेशकीमती जमीन हैं। इस जमीन पर कई भू माफियाओं की नजर है। यहां अवैध कॉलोनियां बनाई जा रही है। इन पर प्रशासन भी कार्रवाई कर रहा है। इस दौरान प्रशासन को परेवाखेड़ा में मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों द्वारा कबाड़े की दुकान खोले जाने की सूचना लगी। स्थानीय के विरोध के बाद प्रशासन के संज्ञान में आने पर दुकान को हटाया गया।
डेयरी के बहाने बसाहट की तैयारी
परेवाखड़ा से हटाए गए लोगों ने जहांगीराबाद स्थित जिंसी के नजदीक स्लाटर हाउस के कारोबारियों की बड़ी संख्या में भैंस खरीदीं और रातों-रात डेयरी की आड़ में यहां बसाहट चालू कर दी। अचारपुरा की सरपंच प्रतिनिधि मायाराम अहिरवार को यह बात पता चली तो उन्होंने विरोध करते हुए ईटखेड़ी थाने में शिकायत कर दी।
इनके विरुद्ध दर्ज हुआ प्रकरण
शिकायत मिलने पर थाना प्रभारी ने हनुमानगंज स्थित बाफना कॉलोनी निवासी रेहान खान पिता मन्ना खान, तलैया स्थित इस्लामपुरा निवासी उस्मान कुरैशी पिता अब्दुल बैंकी, मोहम्मद नवेद पिता नवाब अहमद, मुजम्मिल कुरैशी पिता अनीश कुरैशी, जहांगीराबाद स्थित जिसी निवासी अयानु कुरैशी पिता नवाब कुरैशी और वसीम कुरैशी के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया। पुलिस ने यह प्रकरण सोमवार को दर्ज किए। प्रकरण दर्ज होने की जानकारी लगते ही दर्जनों वाहनों में सवार होकर सैकड़ों मुस्लिम समुदाय के लोग विरोध करने पहुंच गए। हालांकि थाना प्रभारी आशीष सप्रे ने राजस्व और पशु चिकित्सालय के अधिकारियों को मौके पर बुला लिया। आरोपियों ने अपने नेताओं के माध्यम से पुलिस पर दबाव बनाकर थाना प्रभारी को लाइन हाजिर करा दिया था। मुस्लिम कारोबारियों ने भोपाल शहर में आकर अपने नेताओं से मदद मांगी।
राष्ट्रवादी संगठनों के विरोध के बाद निरस्त हुआ आदेश
दबाव में थाना प्रभारी पर हुई कार्रवाई का विरोध राष्ट्रवादी संगठनों ने किया। उन्होंने आदेश निरस्त नहीं होने और आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी तो थाना प्रभारी के लाइन अटैच आदेश को निरस्त कर दिया गया। घटनाक्रम को लेकर भोपाल देहात एसपी रामशरण प्रजापति से प्रतिक्रिया के लिए संपर्क किया गया तो उन्होंने कोई जवाब ही नहीं दिया। घटना स्थल पर खसरा नंबर 112 की जमीन का मालिक रेहान खान हैं। उसकी जमीन से सटा सरपंच के रिस्तेदारों के नेशनल शादी हाल है। रेहान ने शादी हॉल के पास बिना प्रशासनिक अनुमत के पशुओं के खरीदी-विक्रय शुरू कर दिया। उसने कई पशु व्यापारियों से अनुबंध भी कर लिया।
