‘कूनो’ बनाएगी ग्वालियर-चंबल अंचल को आत्मनिर्भर

कूनो
  • 6600 करोड़ में तैयार होगी ग्वालियर-चंबल की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना, छह बड़े बांध बनेंगे

भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। ग्वालियर-चंबल अंचल को सदानीरा बनाने के लिए सरकार अंचल की कूनो नदी पर श्रीमंत माधवराव सिंधिया बहुद्देश्यीय परियोजना के तहत 6 बांध बनाने जा रही है। इस परियोजना से ग्वालियर-चंबल अंचल को पेयजल भी उपलब्ध होगा, साथ ही बिजली उत्पादन भी हो सकेगा। श्रीमंत माधवराव सिंधिया बहुद्देश्यीय परियोजना के नाम से प्रस्तावित इस परियोजना पर 6600 करोड़ रूपए की लागत आएगी। कूनों नदी पर बनने वाली यह परियोजना ग्वालियर-चंबल अंचल को आत्मनिर्भर बनाएगी। कूनो नदी पर बनने वाली श्रीमंत माधवराव सिंधिया बहुद्देश्यीय परियोजना पर कुल 6 हजार 601 करोड़ की लागत आएगी। हालांकि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए विधानसभा में पेश बजट में इस साल माधवराव सिंधिया वृहद सिंचाई परियोजना के लिए मद का प्रावधान करते हुए 1000 रुपए की टोकन मनी रखी गई है। इस परियोजना से 4 जिलों के 800 गावों में 2 लाख परिवारों को पेयजल और 2.5 लाख हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई प्रस्तावित है। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट का कहना है कि कूनो नदी पर श्रीमंत माधवराव सिंधिया वृहद सिंचाई परियोजना में 6 बांध बनेंगे, 4 की डीपीआर बन गई है। यह परियोजना मुख्यमंत्री के सिंचाई का रकबा बढ़ाने के विजन और आत्मनिर्भर मप्र के लक्ष्य में मील का पत्थर साबित होंगे। इससे बारिश में चंबल की बाढ़ कंट्रोल होगी और 2.5 लाख हेक्टेयर में सिंचाई क्षमता विकसित होगी।
परियोजना को दो हिस्सों में बांटा
परियोजना के तहत कूनो नदी पर प्रस्तावित 6 बांधों में फेस-1 में गुना और शिवपुरी जिले में 4 बांधों की डीपीआर तैयार हो गई है, जिनका निर्माण जल्द शुरू हो सकता है। श्रीमंत माधवराव सिंधिया बहुउद्देश्यीय वृहद सिंचाई परियोजना को दो हिस्सों में बांटा गया है। पहले फेज-1 में गुना और शिवपुरी इलाके में 4 छोटे बांध बनेगे। जबकि फेस-2 में श्योपुर जिले में एक बड़ा और एक छोटा बांध बनाया जाएगा। फेस-1 के चार बांधों में में एक गुना जिले के धनवाही गांव में, एक गुना-शिवपुरी बॉर्डर पर नैनागढ़ में और दो बांध शिवपुरी के पोहरी के सोमनपुरा और बदरवास के पवा गांव में बनेगें। इन चारों बांधों के निर्माण पर 2006.31 करोड़ की लागत आएगी। इससे 60 हजार 620 हेक्टेयर में सिंचाई क्षमता भी विकसित होगी। फेज-2 में प्रस्तावित श्योपुर जिले में कटीला और श्यामपुर बांध का सर्वे पूरा हो गया है, अभी डीपीआर तैयार नहीं हुई है। कटीला बांध कूनो पार्क के दक्षिण में पोहरी – श्योपुर मार्ग पर और श्यामपुर बांध कूनो पार्क के उत्तर में बीरपुर में बनेगा। कटीला बांध से कूनो में बारिश में आने वाली अचानक बाढ़ नियंत्रित होगी, जबकि श्यामपुर बांध के बैक वाटर से कूनो में सालभर जल उपलब्धता बनी रहेगी।
नेशनल पार्क को दो हिस्सों में बांटती है कूनो नदी
गुना से निकलकर मुरैना में चंबल में मिलने वाली कूनो नदी मप्र के ऐसी नदी है, जिसमें हर साल बारिश में अचानक तेज बाढ़ आती है। इस नदी की खास बात यह है कि यह किसी पहाड़ के बजाय एक ओवरफ्लो होने वाले कुएं से निकलती है। सिर्फ 180 किलोमीटर लंबी यह नदी गुना- शिवपुरी के बॉर्डर पर बहने के बाद राजस्थान के बारां जिले में प्रवेश कर वापस शिवपुरी के पोहरी से मप्र में दाखिल होती है और श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क के बीचों-बीच होकर बहती है। कूनो पार्क को कूनो नदी दो हिस्सों में बांटती है। पार्क के कुछ ही किलोमीटर दूर से मालवा के मऊ से निकली चंबल नदी बहती है। यह श्योपुर जिले में पाली गांव से दाखिल होती है।

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