केपी सिंह की होगी घर वापसी, रघुवंशी शिवपुरी से आजमाएंगे किस्मत

शिवपुरी

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। कांग्रेस की पहली सूची के बाद मचे बवाल के बीच पार्टी ने अपने तीन प्रत्याशियों में बदलाव करने का लगभग तय कर लिया है। यह तीनों प्रत्याशी ग्वालियर- चंबल अंचल के हैं। पार्टी द्वारा किए जाने बदलाव की वजह से वरिष्ठ विधायक केपी सिंह कक्का जू की घर वापसी तय हो गई है, तो वहीं भाजपा छोडक़र कांग्रेस में आए विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी का भी चुनावी मैदान में उतरना तय हो चुका है। पार्टी द्वारा उठाए जाने वाले इस कदम से शिवपुरी जिले की दो विधानसभा सीट प्रभावित होंगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इसके साथ ही कुछ अन्य सीटों पर भी प्रत्याशियों के नाम बदलने की तैयारी की जा रही है। इसमें बिजावर सीट का नाम प्रमुखता से चर्चा में बना हुआ है। दरअसल दो दिनों से विधायक रघुवंशी को टिकट न दिए जाने से नाराज उनके समर्थक भोपाल में बेहद सक्रिय बने हुए हैं। इसके बाद से ही तेजी से यह खबर आना शुरु हुई है कि शिवपुरी सीट पर पार्टी अपना प्रत्याशी बदलने जा रही है। पार्टी द्वारा इस सीट पर अपने वरिष्ठ विधायक केपी सिंह को प्रत्याशी घोषित किया जा चुका है , लेकिन बदलाव के चलते अब एक बार फिर से उनकी परंपरागत सीट पिछोर से उन्हें मैदान में उतारा जा सकता है। ऐसे में पिछोर से प्रत्याशी बनाए गए शैलेन्द्र सिंह से टिकट वापस लेकर उनकी जगह भाजपा छोडक़र कांग्रेस में शामिल हुए विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी को अपना उम्मीदवार बना सकती है।
बिजावर में भी हो सकता है बदलाव
पहली सूची में बिजावर सीट पर चरण सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया गया है, उनका टिकट भी बदलने की संभावना है। वे मूल रुप से उप्र के झांसी जिले के रहने वाले हैं।  उन्हें कुछ दिन पहले ही उप्र में गैंगस्टर घोषित किया गया था। वे ऐसे नेता हैं, जो 2013 में टीकमगढ़ से सपा और 2018 में पन्ना से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। जबकि, चरण सिंह को झांसी की शहर कोतवाली पुलिस ने 2023 में ही गैंगस्टर घोषित किया था और इसी वर्ष सितंबर 2023 में चरण सिंह की करोड़ों की संपत्तियां भी कुर्क हो चुकी हैं। इससे पहले भी चरण सिंह पर कई मामलों में प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है और धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। विपक्ष ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है।
आज होगा फैसला
इस मामले में आज दिल्ली में होने वाली बैठक में अंतिम निर्णय किया जाएगा। इससे पहले पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे ऐसा रास्ता निकालें कि यदि टिकट बदला जाता है, तो शिवपुरी जिले में किसी भी तरह का असंतोष नहीं पैदा हो सके। गौरतलब है कि भाजपा छोडक़र कांग्रेस में शामिल हुए कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी शिवपुरी से टिकट मांग रहे थे, किन्तु पार्टी ने उनके स्थान पर वरिष्ठ विधायक केपी सिंह को उनका क्षेत्र बदलकर शिवपुरी से प्रत्याशी बना दिया। इसके बाद रघुवंशी के समर्थकों ने इसका विरोध किया और उन्होंने कमलनाथ से मुलाकात की थी। इसका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें नाथ को इस मामले पर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़े जाने की बात कहते सुना गया था। इनके अलावा कांग्रेस ने असंतोष सामने आने के बाद कुछ और विधानसभा सीटों को लेकर फीडबैक लेना शुरू किया है। जहां की रिपोर्ट मिलने के बाद वरिष्ठ नेताओं द्वारा विचार विमर्श किया जाएगा।

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