
- दोनों प्रमुख राजनैतिक दलों के संभावित उम्मीदवार दिल्ली में अपने संबंधों को भुनाने में पुरजोर जुटे हैं…
भोपाल/राजीव चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश की एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस के दावेदारों में चल रही खींचतान ने सरगर्मियां बढ़ा दी हैं। दावेदार भोपाल से लेकर दिल्ली तक दौड़ लगा रहे हैं। हालांकि केंद्रीय चुनाव आयोग की तरफ से अभी तक चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। कांग्रेस में खंडवा लोकसभा के टिकट के लिए जहां पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव प्रबल दावेदार है, वहीं खरगोन के विधायक रवि जोशी का नाम भी तेजी से उभर कर सामने आया है। यही नहीं एक अन्य निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा अपनी पत्नी जयश्री ठाकुर को टिकट दिलाने की मांग के साथ ही दिल्ली में कमलनाथ और प्रभारी मुकुल वासनिक से मिल चुके हैं। अरुण यादव ने भी विगत दिनों पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की है। उन्हें राहुल गांधी से रिश्ते और दिल्ली कनेक्शन पर अभी भी पूरा भरोसा है। हालांकि माना जा रहा है कि अरुण यादव और शेरा के बीच लड़ाई में रवि जोशी विकल्प हो सकते हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा में पांच नेता टिकट के दावेदार बनकर उभरे है । इनमें पूर्व सांसद स्वर्गीय नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्ष सिंह अपने पिता के निधन के बाद इस सीट पर स्वाभाविक दावेदार है, तो पूर्व सांसद कृष्ण मुरारी मोघे, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस के अलावा पूर्व महापौर सुभाष कोठारी और वरिष्ठ भाजपा नेता राजेश डोंगरे भी यहां से टिकट की मांग कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस जो टिकट दिलाने के लिए जहां तीन केंद्रीय मंत्री लॉबिंग कर रहे हैं, वहीं वरिष्ठ भाजपा नेता राजेश डोंगरे के लिए संगठन लगा हुआ है।
नाथ के करीबी हैं रवि जोशी
रवि जोशी कमलनाथ की पसंद है। वे फिलहाल जोबट के चुनाव प्रभारी का काम देख रहे हैं। अरुण यादव की नाथ से नाराजगी के बाद ही जोशी के नाम पर चर्चा शुरू हो गई है। ज्ञात रहे कि यादव चुनावी तैयारियों को लेकर नाथद्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं हुए थे। हालांकि यादव अपने मतभेद भुलाने के लिए बीते दिनों दिल्ली में रहकर कमलनाथ से मुलाकात कर चुके हैं। यही नहीं वे पार्टी के प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक पूर्व प्रभारी महासचिव मोहन प्रकाश राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह और विवेक तन्खा से भी मुलाकात कर चुके हैं।
सीएम की है हर्ष चौहान के साथ सहानुभूति
सूत्रों की माने तो पूर्व सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्ष सिंह के प्रति मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहानुभूति रखते हैं। वहीं पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस और पूर्व सांसद कृष्ण मुरारी मोघे भी अपने दिल्ली के नेताओं से संबंधों के जरिए टिकट के लिए तगड़ी लॉबिंग कर रहे हैं। यही नहीं मोघे ने तो क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी तेज कर दी है। वे कुछ दिनों पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत से मिलकर अपनी बात कह चुके हैं। दरअलस हर्ष को टिकट मिले इसके लिए क्षेत्र के नेता ही एकमत नहीं है। उन्होंने संगठन के सामने सर्वे और कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के आधार पर टिकट तय करने की मांग रख दी है। उल्लेखनीय है कि दमोह उपचुनाव में मिली करारी हार के बाद अब भाजपा टिकट के मामले में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।
3 विस सीटों पर इनकी है दावेदारी
रैगांव विधानसभा सीट पर भाजपा की ओर से पुष्पराज बागरी, देवराज बागरी के अलावा पूर्व जिला पंचायत सदस्य रानी बागरी दावेदारी कर रहीं हैं। वहीं कांग्रेस की ओर से कल्पना वर्मा, उषा चौधरी और गया बागड़ी टिकट की दौड़ में हैं। इसी तरह पृथ्वीपुर सीट पर भाजपा से पूर्व में सपा प्रत्याशी रहे शिशुपाल यादव, गनेशी नायक के साथ ही पूर्व राज्यपाल रामनरेश यादव की बहू रोशनी यादव दावेदारी जता रही हैं। वहीं कांग्रेस से पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर के पुत्र नितेंद्र सिंह को टिकट मिलना तय माना जा रहा है। उन्होंने क्षेत्र में अपना जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है। जोबट विधानसभा सीट पर भाजपा के माधौ सिंह डावर, नागर सिंह चौहान, इंदर सिंह व मधु पचाया दावेदारी कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस में विक्रांत भूरिया, सुलोचना रावत, महेश पटेल व विशाल राव टिकट के दावेदार है।