
- नई व्यवस्था: भोपाल में ओम जैन व बजरंग पुरोहित को जिम्मा
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। जिला संगठन और सरकार में राजनीतिक नियुक्तियों के लिए भाजपा ने नई व्यवस्था बना दी है। पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने तय किया है कि सभी जिलों में दो-दो ऑब्जर्वर जाएंगे। ये स्थानीय स्तर पर न केवल जन प्रतिनिधियों और नेताओं से बात करेंगे, बल्कि पारदर्शी तरीके से नामों की सूची बनाएंगे। इन्हें सात दिन का समय दिया गया है। आगामी 17-18 अगस्त तक इनसे नाम ले लिए जाएंगे। नए नाम आने के बाद ही जिलों में कार्यकारिणी, एल्डरमैन, बचे हुए मंडल अध्यक्ष, जनभागीदारी समितियां और मंडलों की समितियों में नियुक्तियों का निर्धारण इसी आधार पर होगा। पार्टी के नेता इसे ‘हेमंत शैली’ बता रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी ने संगठन को और अधिक मजबूत करने के साथ सामूहिक निर्णय लेने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। भाजपा में संभाग प्रभारी तैनात हैं, लेकिन इन्हें 2-3 साल हो गए हैं। पार्टी चाहती है कि नए लोग आएं तो अच्छे कार्यकर्ता निकलें। ये ऑब्जर्वर वरिष्ठ नेता, प्रदेश पदाधिकारी, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक और पूर्व जिलाध्यक्ष जैसे अनुभवी और संगठन के कार्यकर्ताओं में से होंगे।
4-5 माह से रिक्त पद
जिलाध्यक्षों का निर्णय हुए 4 माह और मंडल अध्यक्षों को बने हुए करीब 5 माह का समय हो गया है। अभी तक इनकी टीम नहीं बनी है। इसी को बनाने का काम ऑब्जर्वर करेंगे। बता दें कि भाजपा के संगठनात्मक ढांचे के मुताबिक इस समय शहर और ग्रामीण मिलाकर62 जिले हैं।
मनमानी पर लगाम
पार्टी का मानना है कि इससे किसी जिलाध्यक्ष की मनमानी नहीं चलेगी। न ही किसी एक जनप्रतिनिधि की पसंद से संगठन संचालित होगा। अभी तक हर जिले में जिलाध्यक्ष और स्थानीय विधायकों के लोगों का दबदबा होता था। नई व्यवस्था से अब निर्णयों में सामूहिक सहभागिता, संस्थागत प्रक्रिया और संगठनात्मक अनुशासन दिखाई देगा।
कौन कहां जाएगा- आशुतोष तिवारी और विवेक जोशी इंदौर जाएंगे
– मुरैना – श्योपुर: गोपी कृष्ण नेमा और सुरेश आर्य
– भिंड – दतिया: जगदीश और विनोद यादव
– ग्वालियर शहर और ग्रामीण: विनोद गोटिया और भरत राजपूत
– शिवपुरी – गुना: देवीलाल धाकड़ और गौरव सिरोठिया
– अशोकनगर – विदिशा: सत्येन्द्र भूषण और संतोष पारेख
– सागर शहर और ग्रामीण: जयपाल सिंह चावड़ा और राधेश्याम पारेख
– टीकमगढ़ – निवाड़ी: नरेंद्र बिरथरे और आशीष अग्रवाल
– छतरपुर-दमोह: सुरेंद्र शर्मा और सीताराम यादव
– पन्ना – सतना: शैलेंद्र बरुआ और नरेश दिवाकर
– रीवा – मऊगंज: यशपाल सिंह सिसोदिया और जयप्रकाश चतुर्वेदी
– मैहर – उमरिया: राघवेंद्र शर्मा और अलकेश आर्य
– सीधी – सिंगरौली: अभय प्रताप सिंह और संजय
– शहडोल-अनुपपूर: सदानंद गौतम और भगत सिंह नेताम
– जबलपुर शहर और ग्रामीण: अंबा राम कराड़ा और रंजीत
– कटनी – डिंडोरी: रमेश भटेरे और सुजीत जैन
– बालाघाट – मंडला: वीरेंद्र गोयल और डॉ. निशांत खरे
– सिवनी – नरसिंहपुर: शैलेंद्र शर्मा और जोधा सिंह अटवाल
– छिंदवाड़ा – पांढुर्ना: आदित्य बबला और बहादुर मुकाते
– बैतूल – हरदा: नंदकिशोर पाटीदार और रामलाल
– नर्मदापुरम-रायसेन: हरीश कोटवाल और महेंद्र भटनागर
– सीहोर – राजगढ़: प्रदीप त्रिपाठी और महेंद्र यादव
– खंडवा – बुरहानपुर: अभय चौधरी और सुमीत पचौरी
– खरगौन – बड़वानी: कौशल शर्मा और दिलवर यादव
– अलीराजपुर – झाबुआ: सुदर्शन गुप्ता और वैभव पंवार
– धार शहर और ग्रामीण: रवि रवालिया और सुभाष कोठारी
– उज्जैन शहर और ग्रामीण: आलोक संजर और दिलीप पटोदिया
– शाजापुर – देवास: श्याम महाजन और राहुल कोठारी
– रतलाम – आगर: रजनीश अग्रवाल और जितेंद्र सुराना
– मंदसौर – नीमच: केशव भदौरिया और गौरव रणदिवे