
भोपाल/विनोद कुमार उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। अच्छी खबर यह है कि प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद उद्योगों की आय में वृद्धि दर्ज की गई है। इसमें खास बात यह है कि ऐसे संक्रमण काल में भी मप्र के आइटी-सॉफ्टवेयर, फार्मा व मल्टी प्रोडक्ट सेज के उद्योगों को विदेशों से भी अच्छा काम मिला है। यही वजह है कि इस संकट काल में भी विशेष आर्थिक प्रक्षेत्र की कंपनियों से हुए निर्यात के अप्रेल से अगस्त तक की तिमाही के आंकड़े बताते हहैं कि आईटी निर्यात में 42 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसी तरह से फार्मा और मल्टी प्रोडक्ट सेज की कंपनियों के निर्यात में 11 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। पीथमपुर में मल्टी प्रोडक्ट सेज, क्रिस्टल आइटी पार्क, टीसीएस, इंफोसिस व इम्पैटस इंदौर के प्रमुख निर्यातक हैं। कुछ मात्रा में फूड प्रोसेसिंग प्रोडक्ट भी निर्यात किए जाते हैं। बीते साल साल इसी अवधि में कोरोना की पहली लहर का प्रभाव था। इस साल भी दूसरी लहर में कोराना का कहर होने के बाद भी उद्योगों की गति में कोई कमी नही आयी। आइटी इंडस्ट्री ने बड़ी वृद्धि दर्ज की। पिछले साल 429 करोड़ का निर्यात हुआ, जो बढकर 609 करोड़ हो गया। 2019 में आंकड़ा 235 करोड़ था। लिहाजा कोरोना काल में आइटी उद्योग ने बेहतर काम किया। मल्टी प्रोडक्ट सेज में फार्मा इंडस्ट्री का कामकाज बेहतर रहा। विश्लेषकों का कहना है, 2020 में कोरोना लहर का असर उत्पादन पर ज्यादा नहीं हुआ था, क्योंकि मांग अच्छी रही। वर्तमान वृद्धि सालाना 24 प्रतिशत वृद्धि की आधी ही रही।