एमओयू में नहीं सिमटेगा निवेश

एमओयू
  • निवेश को जमीन पर उतारना हमारी प्राथमिकता: मुख्यमंत्री

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश देश-दुनिया में निवेश के लिए हर दृष्टि से सबसे बेहतर जगह है। बिजली, पानी, मानव संसाधन, कानून व्यवस्था, अधोसंरचना सब कुछ यहां है। निवेश आकर्षित करने के लिए जब हम देश और दुनिया के अलग-अलग स्थानों पर गए तो जो सकारात्मक रुझान मिला, उसने मनोबल ऊंचा किया। रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव, इंटरैक्टिव सेशंस, जीआईएस में 30 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले। कई एमओयू हुए। निवेश केबल एमयूओ में नहीं सिमटेगा। इन्हें जमीन पर उतारकर विकसित मप्र बनाएंगे। यह बात मुख्यमंत्री ने प्रदेश में तेजी से विकसित होते औद्योगिक परिदृश्य को लेकर मंगलवार को सदन में कही। उन्होंने बताया कि उद्योग लगाने के लिए पुराने जमाने के जो नियम थे, उन्हें कम कर दिया। 29 अनुमतियों को घटाकर 10 पर ले आए। संभागों में जाकर निवेश की संभावनाएं टटोलीं, जिसमें साढ़े छह लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले। जीआईएस के एमओयू 30 लाख करोड़ रुपये से अधिक के हुए। इससे 21 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। विदेश के उद्योगपति यहां उद्योग लगाकर एशिया में अलग-अलग टायर, जगह उत्पाद देना चाहते हैं। कपड़ा, दवा आदि क्षेत्र में हमारे उत्पाद विदेश में बड़े पैमाने पर जा रहे हैं। हम रोजगारपरक उद्योगों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। जिन इकाइयों में महिलाएं हैं, उन्हें पांच हजार रुपये दे रहे हैं। सीएम ने कहा कि पांच-पांच जिलों को मिलाकर इंदौर और भोपाल मेट्रोपोलिटन क्षेत्र बनाएंगे हमारी प्राथमिकता औद्योगिक क्षेत्र को लेकर है क्योंकि इससे रोजगार के अवसर बनेंगे। बड़े उद्योग आएंगे तो स्वाभाविक रूप से मार्केट बनेंगे।
कांग्रेस ने उठाए विकास नीतियों पर सवाल
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मुख्यमंत्री के वक्तव्य पर विकास नीतियों पर सवाल उठाते हुए पूछा कि मेकिंग मध्य प्रदेश की बात तो हो रही है, लेकिन इसका स्वरूप कब और कैसे साकार होगा, यह स्पष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि करोड़ों का निवेश आया, लेकिन यह कहां आया, किसी को समझ में नहीं आया। महाराष्ट्र की तरह मध्य प्रदेश में निजी औद्योगिक पार्क की संकल्पना पर काम क्यों नहीं हो रहा है। बेरोजगारी बड़ी समस्या है। इंदौर के सांवेर औद्योगिक क्षेत्र में जहां पहले 500 से अधिक इकाइयां थीं, आज वहां केवल 100 बची हैं। आइटी कंपनियां मध्य प्रदेश नहीं आ रहीं। सरकार जनता के पैसों से अधोसंरचना विकास कर रही है, लेकिन इसका लाभ न जनता को मिल रहा है, न किसानों को और न ही उद्योगों को मजबूती मिल रही है। भूमि कम पडऩे लगी आज स्थिति यह बनने लगी है कि औद्योगिक क्षेत्रों में भूमि कम पडऩे लगी है। नर्मदापुरम के बाबई मोहास में दो बार भूमि बढ़ानी पड़ी। यही स्थिति पीएम मित्र पार्क को लेकर भी है। श्रम कानून में संशोधन करके कई परेशानियों को हल निकाल दिया है।
25 को पीएम मित्र पार्क का होगा भूमिपूजन
रायसेन जिले में रेल कोच बनाने की फैक्ट्री का भूमिपूजन दस अगस्त को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव करेंगे। वहीं, प्रधानमंत्री चुरेन्द्र मोदी 25 अगस्त को धार जिले में पीएम मित्र पार्क का भूमिपूजन करने आएंगे। इससे पहले आठ अगस्त को औबेदुल्लागंज स्थित तामोट प्लास्टिक पार्क में मुख्यमंत्री क्रीन औद्योगिक इकाइयों का भूमिपूजन करेंगे।

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