मंत्रियों को पांच दिन बैठाने का नवाचार प्रारंभ

नवाचार
  • भाजपा कार्यालय में दो घंटे के प्रवास के दौरान अधिकांश समय पदाधिकारियों से घिरे रहते हैं मंत्री

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में भाजपा और सरकार के संयुक्त प्रयास से मंत्रियों को पांच दिन बैठाने का नवाचार प्रारंभ हुआ है। हर दिन दो घंटे तक मंत्रियों को प्रदेश भर से आए कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनकर उनका समाधान कराना है, लेकिन अधिकांश समय मंत्रियों को संगठन के पदाधिकारी और नेता घेरे रहते हैं, जिससे उनके पास कार्यकर्ताओं को सुनने के लिए कम समय मिल रहा है।
गौरतलब है कि सत्ता और संगठन के समन्वय वाली छोटी टोली में मंथन के उपरांत सप्ताह में पांच दिन सरकार के दो-दो मंत्रियों को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक भाजपा मुख्यालय में अलग-अलग कक्षों में बैठकर कार्यकर्ताओं की समस्याओं का त्वरित निराकरण कराना है। इसकी पहल करते हुए सीएम डॉ. मोहन यादव ने अपने मंत्रियों को रोस्टर के हिसाब से भाजपा दफ्तर में दो घंटे का समय तय करने के निर्देश दिए। इसके बाद से मंत्रियों ने भाजपा दफ्तर में बैठाना शुरु किया। पहले सप्ताह काफी कार्यकर्ता अपने आवेदन लेकर पार्टी कार्यालय पहुंचे भी और उनकी मंत्रियों से मुलाकात भी हुई। लेकिन कहा जा रहा है कि जितना समय कार्यकर्ताओं को मंत्रियों का मिलना चाहिए, उतना मिलता नहीं है, क्योंकि निर्धारित समय में आधे से ज्यादा वक्त मंत्रियों को पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी व दूसरे नेता घेरे रहते हैं। हालांकि मंत्रियों के लिए पदाधिकारी भी कार्यकर्ता होते हैं, ऐसे में उनके द्वारा पदाधिकारियों को मना नहीं किया जाता लेकिन इससे बाहर से आए दूसरे कार्यकर्ताओं को अपनी समस्याओं का निराकरण कराने में दिक्कतें आती है। बीते शुक्रवार को एक कार्यकर्ता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि वे दोनों माननीयों के पास कक्ष में अलग-अलग समय पर पहुंचे, लेकिन मंत्री जी बड़े नेताओं से चर्चा में व्यस्त रहे, जिससे वे उनके सामने अपनी समस्या को नहीं रख सके।
कार्यकर्ताओं को समय नहीं मिल पाने की बात अध्यक्ष तक पहुंची
जानकारों की मानें तो मंत्रियों के पास प्रदेश पदाधिकारियों और नेताओं की मौजूदगी की वजह से कार्यकर्ताओं को समय नहीं मिल पाने की बात प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल तक पहुंची है। कहा जा रहा है कि खंडेलवाल जल्द ही ऐसी स्थिति से मंत्रियों को दूर रखने के लिए जल्द ही नई व्यवस्था चना सकते हैं। पाठी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी की माने तो मंत्रियों के प्रवास के अंतिम 30 मिनट पदाधिकारियों और नेताओं को दिए जा सकते हैं, जबकि पहले के डेढ़ घंटे तक मंत्री केवल कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनेंगे और उनका निराकरण कराएंगे। हालांकि यह व्यवस्था खजुराहों की कैबिनेट बैठक के उपरांत यानि कि 9 दिसम्बर के बाद चलाई जा सकती है। इसके अलावा प्रभारी मंत्रियों के जिलों के प्रभार के दौरान भी जिला मुख्यालयों में भी कार्यकर्ताओं की समस्याओं का निराकरण करने की व्यवस्था की जाएगी। जिसके लिए प्रभारी मंत्री अपने जिले के भाजपा दफ्तर पर दो घंटे का समय बिताएगें। इसके पीछे पार्टी का मकसद है कि कार्यकर्ताओं की समस्याओं का निराकरण जिला मुख्यालय स्तर पर ही हो जाए, जिससे उन्हें भोपाल तक न भटकना पड़े।
केन्द्रीय मंत्री और छग के सीएम सहित वरिष्ठ नेता भोपाल में
केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, छग स्पीकर डॉ. रमन सिंह, भाजपा की वरिष्ठ नेत्री सरोज पांडे भोपाल में मौजूद रहे। दोनों केन्द्रीय मंत्रियों सहित दूसरे नेताओं ने अलग-अलग समय पर विधानसभाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री के निवास पहुंचकर उनसे सौजन्य भेंट की। मंत्री पटेल ने केन्द्रीय मंत्री प्रधान और शेखावत का अपने आवास पर आत्मीय स्वागत किया, तो उन्हें अपनी लिखित पुस्तक परिक्रमा कृपा सार भी भेंट की। मुलाकात के दौरान नेताओं के मध्य विभिन्न विकासात्मक मुद्दों एवं सहयोगात्मक प्रयासों पर चर्चा की।

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