- आज से यूके-जर्मनी के दौरे पर सीएम डॉ. मोहन यादव
- गौरव चौहान

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज से विदेश दौरे पर हैं। सीएम ने सुबह मुंबई से लंदन के लिए प्रस्थान किया। वे आज से 30 नवंबर तक यूके और जर्मनी दौरे पर रहेंगे। जहां मप्र में निवेश को लेकर अलग -अलग बैठकों में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेश से बड़ी संख्या में औद्योगिक निवेश आएगा और मप्र विकास की नई गाथा लिखेगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का यूके एवं जर्मनी दौरा मध्यप्रदेश को वैश्विक निवेश, तकनीकी साझेदारी और सांस्कृतिक संबंधों के केन्द्र में स्थापित करने का महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मध्यप्रदेश की समृद्धि के लिये 24 से 30 नवम्बर तक 2 देशों यूके और जर्मनी की यात्रा पर रहेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव यूके और जर्मनी की यात्रा के दौरान प्रदेश में ऑटोमोबाइल सेक्टर, इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल, नवकरणीय ऊर्जा, शिक्षा और खाद्य प्र-संस्करण के क्षेत्र में निवेश के लिये उद्योगपतियों एवं निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा करेंगे। मध्यप्रदेश से यूके और जर्मनी को मशीनरी, फार्मास्यूटिकल, मेडिकल डिवाइस, टेक्सटाइल, गारमेन्ट, प्लास्टिक का निर्यात किया जाता है। प्रदेश औद्योगिक नीतियों और निवेश के अनुकूल वातावरण बनाकर देश के अग्रणी राज्यों में शुमार होने के लिये निरंतर प्रयत्न कर रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यात्रा मध्यप्रदेश को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
महत्वपूर्ण होगी यूके एवं जर्मनी यात्रा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यात्रा में यूके और जर्मनी के उद्योगपतियों, निवेशकों और एनआरआई समुदाय को मध्यप्रदेश में व्यापार-व्यवसाय के अनुकूल वातावरण और अधोसंरचनात्मक विकास से परिचित कराया जायेगा। उन्हें प्रदेश की इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट पॉलिसी और एमएसएमई प्रोत्साहन योजनाओं से भी अवगत कराया जायेगा। यात्रा में यूके और जर्मनी के प्रमुख उद्योगों और एमएसएमई से साझेदारी के अवसर तलाशे जायेंगे। प्रदेश को न्यूनतम लागत राशि में कुशल विनिर्माण केन्द्र के रूप में प्रस्तुत किया जायेगा। साथ ही राज्य के स्पेशल इकोनॉमिक जोन की जानकारी साझा की जायेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यात्रा से यूके-जर्मनी में निवासरत मध्यप्रदेश के लोगों को प्रदेश की प्रगति में योगदान के लिये प्रेरित किया जायेगा। फ्रेंड्स ऑफ एमपी और रूट-टू-रूटस् जैसे अभियान भी इसमें मददगार रहे हैं। इससे शैक्षिक, औद्योगिक और शोध संस्थानों के साथ दीर्घकालिक साझेदारी स्थापित करने में मदद मिलेगी। इसमें तकनीकी हस्तांतरण और सुदृढ़ विकास के लिये सहयोग सुनिश्चित करने के प्रयास भी किये जायेंगे।
2025 उद्योग वर्ष के रूप में मनेगा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वे 24 नवम्बर से लेकर एक सप्ताह तक जर्मनी और यूके के दौरे पर रहेंगे। मध्यप्रदेश आर्थिक रूप से सम्पन्न बने, रोजगारपरक बने, प्रदेश के युवाओं की वर्तमान क्षमता का सदुपयोग करने के लिए सरकार अभियान चला रही है। वर्ष 2025 को हम उद्योग वर्ष के रूप में मनाने जा रहे हैं, तो स्वाभाविक रूप से हमारा दायित्व बनता है कि हम हर जगह जहां भी निवेशक मिलें वहां-वहां अवश्य जाएं। हमारे सभी सेक्टरों में निवेश की संभावनाओं को साकार करने के लिए यू.के. और जर्मनी के बाद अलग-अलग देशों से निवेशकों को आमंत्रित करने का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जब मुख्यमंत्री स्तर पर निवेशकों से सीधी चर्चा होती है तब निवेशक अपना पैसा लगाना चाहते हैं। ऐसी स्थिति में निवेशकों का विश्वास मजबूत होता है। हम सभी मिलकर मध्यप्रदेश को आगे बढ़ाएं, इस अभियान में आप सब भी शामिल हों, ऐसा मेरा विश्वास है।
मप्र औद्योगिक रूप से बनेगा सक्षम
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विदेश रवाना होने के पूर्व मीडिया को जारी संदेश में कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मप्र औद्योगिक रूप से सक्षम होने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। निश्चित ही हम इस दिशा में सफल होंगे। हमने मप्र में संभाग स्तर पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव करते हुए हर संभाग को सक्षम बनाने के लिए औद्योगीकरण के लगातार प्रयास किए हैं। यही कारण है कि उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, सागर और रीवा के साथ शेष संभागों पर भी हम निवेश के अलग-अलग प्रकार के घरानों को आमंत्रित कर रहे हैं। नर्मदापुरम और शहडोल में रीजनल कॉन्क्लेव प्रस्तावित हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अपने प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए और हमारे बेरोजगार युवाओं को काम देने के लिए खासकर आईटी इंडस्ट्री सहित सभी प्रकार के उद्योग क्षेत्रों में बौद्धिक क्षमता वालों, तकनीकी रूप से दक्ष और सामान्य युवा, महिला, किसान सहित आदि सबको काम मिले ऐसा प्रयास किया जा रहा है। मध्यप्रदेश आर्थिक रूप से समृद्धशाली बने, सक्षम बने, हमारी बौद्धिक क्षमता के मित्रों को अपने घर पर ही काम मिले और मध्यप्रदेश को उनकी क्षमता का लाभ मिले, इस नाते हमने मध्यप्रदेश के साथ-साथ देश के कई राज्यों से निवेशकों को बुलाने का अभियान चलाया था। कोलकाता, मुंबई, कोयम्बटूर, बेंगलुरू ऐसे कई स्थानों पर रोड शो करते हुए कई उद्योगपतियों को आमंत्रण दिया जा चुका है। अब आवश्यकता इस बात की है कि हमारी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट जो भोपाल में आगामी फरवरी 2025 में होने जा रही है, तो हमारा फर्ज बनता है कि हम विदेशी निवेशकों को भी इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित करें।