आईटी के नक्शे पर उभरता इंदौर

आईटी कंपनियों
  • इंदौरी कंपनियों ने एक्सपोर्ट में की  66 प्रतिशत ग्रोथ

भोपाल/विनोद उपाध्याय//बिच्छू डॉट कॉम। इंदौर में आइटी कंपनियों का बूम आ रहा है। यह शहर आइटी कंपनियों के लिए सबसे पसंदीदा बन गया है। इसकी वजह है यहां कंपनियों को ग्रोथ करने के सारे संसाधन आसानी से मिल रहे हैं। इसका परिणाम यह देखने को मिल रहा है कि दुनिया में आई डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की लहर में इंदौर की आईटी कंपनियां चांदी काट रही हैं। 2022-23 में आईटी इंडस्ट्री ने 2925 करोड़ का एक्सपोर्ट कर 66 प्रतिशत ग्रोथ हासिल की है। पिछले साल कारोबार 1761 करोड़ था। यह कारोबारी ग्रोथ एसईजेड (विशेष आर्थिक प्रक्षेत्र) की 26 आईटी-आईटीएस कंपनियों की है, जबकि नॉन एसईजेड क्षेत्र में एसेन्चर, महिंद्रा टेक, नगारो सहित 200 से ज्यादा कंपनियां काम कर रही हैं। इनका कारोबार शामिल करें तो आंकड़ा 5000 करोड़ होगा। 2021-22 में इंदौर की आईटी कंपनियों ने डेढ़ हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यवसाय किया था। मध्य प्रदेश स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कार्पोरेशन (एमपीएसआइडीसी) के अधिकारियों का कहना है पहले एक-दो साल में छोटी कंपनियां शहर में आती थी, लेकिन 2021 के बाद से इंदौर की पूछपरख बढ़ गई है। पिछले दो साल में छोटी-बड़ी कंपनियों की बात करें तो हर महीने किसी न किसी ने कार्य शुरू किया है। अभी भी बेंगलुरु, पुणे और हैदराबाद की कई कंपनियां यहां जगह तलाश रही हैं। 2023-24 में शहर में 20 से ज्यादा कंपनियां और शुरू हो सकती हैं।
आइटी टैलेंट डिमांड के क्षेत्र में हॉटस्पॉट बना इंदौर
आईटी का बूम अब टीयर-1 से टीयर-2 सिटी की ओर बढ़ने लगा है। इंदौर के विशेष आर्थिक प्रक्षेत्र में काम कर रहीं कंपनियों का परफॉर्मेंस इसका संकेत दे रहा है। शहर में क्रिस्टल आईटी पार्क व सुपर कॉरिडोर स्थित टीसीएस, इंफोसिस सेज ने इस साल जोरदार ग्रोथ हासिल की है। विश्लेषकों का कहना है कि इंदौर इस समय आइटी टैलेंट डिमांड के क्षेत्र में हॉटस्पॉट बना हुआ है।  यहां सबसे ज्यादा इनोवेटिव सॉल्यूशन दुनिया को मिल रहे हैं। इसी का परिणाम है, शहर में कंपनियों का कारोबारी ग्राफ चढ़ता जा जा रहा है। इसको देखते हुए नई-नई कंपनियां शहर का रुख कर रही हैं। शहर में आइटी का एक्सपोर्ट सिर्फ एसईजेड में ही नहीं बढ़ रहा है। दो अन्य आइटी पार्क की व अन्य क्षेत्रों में काम कर रही स्थानीय व अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के भी अच्छे परिणाम मिले हैं। एमपीएसईडीसी के जीएम द्वारकेश सराफ का कहना है, यह आंकड़ा 1500 करोड़ से ज्यादा है। शहर में 230 कंपनियां तो सीधे तौर पर काम कर रही हैं, जबकि कुछ कंपनियां सहयोगी की तौर पर काम कर रही है।
शहर में इस समय पांच आईटी पार्क
मप्र की व्यावसायिक राजधानी इंदौर सूचना प्रौद्योगिकी का बड़ा गढ़ बन चुका है। पिछले साल यहां से होने वाले आईटी एक्सपोर्ट ने 66 प्रतिशत की रफ्तार से वृद्धि दर्ज की है। शहर में इस समय पांच आईटी पार्क है और उसमें जगह नहीं बची है। कई सॉफ्टवेयर कंपनियां काम करने की जगह तलाश रही है। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में भी कई बड़ी कंपनियों ने इंदौर में दफ्तर खोलने में रुचि दिखाई है। आईटी कंपनियां बेंगलुरू, पुणे और हैदराबाद के बाद अब इंदौर का रुख कर रही है। 2022 में आठ बड़ी कंपनियों ने अपना काम शुरू किया है। इन्फोसिस और टीसीएस के इंदौर ऑफिस खुलने के बाद कई बड़ी कंपनियों ने इंदौर का रुख किया है। इनमें जापानी कंपनी राकुटेन के साथ-साथ इम्पैटस, परसिस्टेंट, एक्सेंचर, पेपरचेस, रिवेल, प्लांटिक्स, न्यूक्लियस-टेक, नगारो शामिल है। इन्हें मिलाकर इंदौर में 250 से अधिक आईटी कंपनियां रजिस्टर्ड है।

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