‘माननीयों’ को सिखाया जाएगा संवाद का संस्कार

भाजपा
  • लंबे ब्रेक के बाद पचमढ़ी में मंत्रियों, विधायकों की क्लास

गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर विवादित व बड़बोले बयानों से किरकिरी के बाद भाजपा संगठन ने अपने नेताओं को नसीहत व प्रशिक्षण देने का फैसला किया है। पार्टी अपने सांसदों और विधायकों को पार्टी की रीति-नीति के अनुरूप संवाद शैली और आचरण का प्रशिक्षण देने जा रही है। इसके लिए 14, 15 और 16 जून को पचमढ़ी के हिल स्टेशन पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर प्रस्तावित है। इसे लगातार सत्ता में बने रहने का असर कह लीजिए या पार्टी संगठन में कमजोर होती क्लास का नतीजा, मप्र में नेताओं की बदजुबानी और वायरल वीडियो अब पार्टी के लिए सिरदर्द बनते जा रहे हैं। पिछले एक महीने में मप्र में भाजपा के मंत्री और नेताओं के बयान देश भर में सुर्खियां बनें रहे। पार्टी अब इन बयानवीर मंत्रियों के साथ ही विधायकों की क्लास लगाने जा रही है।
गौरतलब है कि भाजपा संगठन के पाठ्यक्रम में एक क्लास जनप्रतिनिधियों के आचार-व्यवहार को लेकर भी रहती है। लंबे समय से प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के साथ ही इस तरह के प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किए जाते रहे हैं। लेकिन बीते काफी समय से इस तरह की कार्यशालाएं पार्टी में नहीं हुई हैं। इससे पहले जब सिंधिया समर्थक विधायकों की भाजपा में एंट्री हुई थी तब एक कार्यशाला रखी गई थी। अब एक बार फिर से पार्टी उसी तरह की कार्यशाला करने जा रही है। 14 से 16 जून तक चलने वाली इस कार्यशाला में पार्टी के सभी 165 विधायक और 29 लोकसभा के सदस्य आमंत्रित किए गए हैं। इन जनप्रतनिधियों को कार्यशाला में आचार-व्यवहार के साथ फिर एक बार पार्टी की रीति-नीति से अवगत कराया जाएगा। सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि अभी हम पार्टी की कैबिनेट पचमढ़ी में कर रहे हैं। इसके बाद 14, 15 और 16 जून को विधायक, मंत्री और सांसदों की कार्यशाला भी यहीं आयोजित होगी।
प्रशिक्षण में यह होगा
तीन दिवसीय ट्रेनिंग कैंप में सांसदों-विधायकों को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण दिए जाएंगे। प्रशिक्षण शिविर में पहले दिन विचार व कार्यपद्धति की सीख दी जाएगी, जनता के बीच लोक व्यवहार के बारे में बताया जाएगा। दिनचर्या कैसी रखें, इसके टिप्स दिए जाएंगे। दूसरे दिन योग व प्रार्थना, प्रणायाम को जीवन में अनिवार्य कर अच्छे जनप्रतिनिधि के रूप में स्वयं की स्थापित करने की शिक्षा दी जाएगी। सोशल मीडिया प्रबंधन, विकसित मप्र 2047 के अवसर व चुनौती, निर्वाचन प्रबंधन, नवाचार एवं चुनौतियों की सीख व अन्य। तीसरे दिन योग, प्रार्थना, पंच परिवर्तन एवं शताब्दी कार्यक्रम, विकसित भारत, मोदी सरकार के परिवर्तनकारी कदमों से रूबरू कराया जाएगा। इस दौरान प्रैक्टिकल सेशन होगा। प्रैक्टिकल सेशन में विधायक-सांसदों की सोशल मीडिया एक्टिविटी, पॉड कॉस्ट, फॉलोअर, इंफ्लूएंसर आदि का ओरिएंटेशन होगा। वहीं फ्लैगशिप स्कीम के बारे में जानकारी दी जाएगी। फ्लैगशिप स्कीम के तहत केंद्र और राज्य सरकार की वो योजनाएं, जिनसे ज्यादा हितग्राही या लाभ लेने वाले जुड़े हैं, वह क्या हैं, उन्हें समझना और जनता तक ले जाने के बारे में बताया जाएगा। वर्किंग कल्चर के तहत भाजपा की रीति-नीति और चलन पर इसमें बात होगी। कार्यपद्धति और अनुशासनहीनता जैसे काम बताए जाएंगे। वहीं भाजपा का इतिहास भी बताया जाएगा। भाजपा की शुरुआत, उससे पहले संगठन और बाद में उसकी वैचारिक यात्रा कैसे आगे बढ़ी। कौन लोग थे जिन्होंने यह काम किया, इसकी जानकारी दी जाएगी। वहीं इकोनॉमी 2047 के बारे में बताया जाएगा। इसके तहत केंद्र और मप्र सरकार के 2047 के विजन और रोडमैप के बारे में केंद्र और प्रदेश के नेता विधायकों को विस्तृत जानकारी देंगे।
नेताओं के बयानों ने बढ़ाई चिंता
मप्र भाजपा का संगठन जिसकी गिनती आदर्श संगठन के तौर पर होती रही है, बीते कुछ महीनों में नेताओं के विवादित बयानों ने पूरे देश में पार्टी के सामने मुश्किल खड़ी की हैं। पार्टी में नेताओं के बिगड़ते बोल और गुटबाजी हर दिन संगठन के लिए नई मुसीबत खड़ी कर रहे हैं। इसलिए पचमढ़ी में 14 जून से शुरू होने वाले विशेष प्रशिक्षण सत्र में सांसद व विधायकों को भाजपा लोक व्यवहार करना सिखाएगी। यानी जनता के बीच खुद को पेश करने व संवाद के तौर-तरीकों की बारिकियां बताई जाएंगी। इसके अलावा चुनावों के समय क्षेत्रों में आने वाली चुनौतियों से निपटने के गुर बताए जाएंगे। स्वयं के सोशल मीडिया प्रबंधन से लेकर पंच परिवर्तन के टिप्स भी दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विशेष सत्र के संबंध में पचमढ़ी में मंत्रि

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