अरे ये क्या दस अरब की खैरात बांट दी…

शिवराज सरकार

भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश की शिवराज सरकार निजी अस्पतालों पर जमकर मेहरबानी बनी हुई है। यह हम नहीं बल्कि सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ों से पता चलता है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बीते तीन सालों में ही सरकार ने इलाज के नाम पर निजी अस्पतलों को आयुष्मान योजना के तहत दस अरब से अधिक राशि खैरात के रुप में बांट डाली।
प्रदेश में यह हाल तब हैं जबकि ,सरकार का दावा है कि सरकारी अस्पतालों में बेहतर इलाज की व्यवस्थाएं हैं। यह बात अलग है कि सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाओं की पोल तो तभी बार-बार खुलती रहती है जब मंत्रीगणों से लेकर आला अफसर तक निजी अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती होते रहते हैं। सरकार ने बीते तीन साल में आयुष्मान भारत योजना में  निजी अस्पतालों को  वर्ष 2020-21 मुकाबले वर्ष 2021-22 में अस्पतालों को ढाई गुना ज्यादा राशि का भुगतान किया। इसके पहले वर्ष 2019 20 में 141 करोड़ 72 लाख, वर्ष 2020 21 में 265 करोड़ 14 लाख रुपए वर्ष 2021-22 में निजी 1-22 में 642 करोड़ 11 लाख रुपए का भुगतान निजी अस्पतालों को किया गया। इस राशि का भुगतान योजना में रजिस्टर्ड प्रदेश के 620 निजी अस्पतालों को किया गया है।  यह जानकारी कांग्रेस विधायक कमलेश्वर पटेल के एक लिखित सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी द्वारा सदन में दी गई है। इसमें बताया गया कि इंदौर के श्री अरविंदो इंस्टीटयूट आॅफ मेडिकल साइंसेस को तीन साल में करीब 87 करोड़ 60 लाख, जवाहर लाल  नेहरू कैंसर हॉस्पिटल को करीब 69 करोड़, चिरायु मेडिकल कॉलेज को करीब 56 करोड़, विंध्या हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर को करीब 11 करोड़, अमलतास इंस्टीटयूट आॅफ मेडिकल साइंसेस को 18 करोड़ 50 लाख रुपए, बीआईएमआर हॉस्पिटल को 23 करोड़, इंडेक्स मेडिकल कॉलेज को 14.50 करोड़, कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीटयूट जन विकास न्यास ट्रस्ट को 3 (4) करीब 17 करोड़, सागर श्री हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट को करीब 17.50 करोड़, सेठ मन्न्नुलाल जगन्नाथ दस ट्रस्ट हॉस्पिटल को करीब 9 करोड़, सिद्धांता रेडक्रॉस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को क्रास सुपर 17.50 करोड़ रुपए, जेके हॉस्पिटल को करीब 23 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया।
इसके अलावा योजना में रजिस्टर्ड सभी निजी अस्पतालों को करोड़ों और लाखों रुपए का भुगतान किया गया। मंत्री ने बताया कि निरीक्षण के दौरान आयुष्मान योजना में गड़बड़ी पाए जाने पर 120 अस्पतालों पर अर्थदंड लगाया गया और कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
इस तरह की गड़बड़ियां
प्रदेश में आयुष्मान योजना में निजी अस्पतालों द्वारा किया जा रहा एक और फर्जीवाड़ा बीते माहों में सामने आ चुका है।  शहर के डीआईजी बंगला क्षेत्र में स्थित गुरुआशीष अस्पताल ने फर्जी मरीजों के आधार पर आयुष्मान योजना से करीब 4.5 करोड़ का क्लेम ले लिया। यह वे मरीज थे जो अस्पताल में भर्ती ही नहीं हुए। पिछले महीने योजना का संचालन करने वाली स्टेट हेल्थ एजेंसी (एसएचए) की तरफ से चिकित्सकों की टीम भेजकर प्रदेश भर के कुछ अस्पतालों की जांच की गई थी। इसमें यह अस्पताल भी शामिल था। इसी तरह से अन्य दो दर्जन से अधिक अस्पतालों में भी इस योजना में बेहद गंभीर गड़बड़ियां  मिल चुकी हैं। कई अस्पताल प्रबंधनों ने तो बगैर मरीज भर्ती किए ही क्लेम कर लिया।

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