
- शीतकालीन सत्र के बाद होगी राजनीतिक नियुक्तियां
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम
प्रदेश में निगम, मंडल, बोर्ड, प्राधिकरणों में राजनीतिक नियुक्ति की आस लगाए बैठे नेताओं को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। जानकारी के अनुसार, सत्ता और संगठन ने फिलहाल राजनीतिक नियुक्तियों को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के कारण रोक दिया है। यानी प्रदेश में अब राजनीतिक नियुक्तियां 5 दिसंबर के बाद ही संभव है। इस बीच खबर है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश कार्यकारिणी में एक और विस्तार करने की तैयारी कर रहे हैं।
भाजपा सूत्रों की माने तोभाजपा की प्रदेश इकाई में जल्द ही बड़ा विस्तार देखने को मिलेगा। प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल द्वारा टीम विस्तार की तैयारियां लगभग अंतिम चरण में हैं। इस विस्तार के बाद प्रदेश कार्यकारिणी सदस्यों और विशेष आमंत्रित सदस्यों की नई सूची जारी होगी। काफी हद तक नामों का चयन भी कर लिया गया है। भाजपा की छोटी टोली की पिछले दिनों सीएम हाऊस में हुई बैठक में भी इस बात पर चर्चा हो चुकी है। विधानसभा सत्र के दौरान ही भाजपा एक बड़ी बैठक का आयोजन कर सकती है। इसमें जिलाध्यक्ष से लेकर विधायकों तक से एसआईआर के काम को लेकर फीडबैक लिया जाएगा साथ ही अगले साल की कार्ययोजना को लेकर उन्हें विस्तार से बताया जाएगा।
सौ के आसपास हो सकती है संख्या
दरअसल भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के लिए प्रदेश कार्यकारिणी का गठन जरूरी होता है। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक अमूमन हर तीन माह में होती है पर इस बार यह लंबे समय से नहीं हुई है। इसलिए खंडेलवाल अपनी शेष बची टीम का ऐलान कर प्रदेश कार्यसमिति की बैठक बुला सकते हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अपनी टीम में एक नया विस्तार जल्द कर सकते है। इस विस्तार में विशेष आमंत्रित और स्थाई आमंत्रित सदस्यों समेत प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों की नियुक्त किया जाएगा। इनकी संख्या करीब सौ के आसपास हो सकती है। विशेष आमंत्रित सदस्यों में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, मप्र के केन्द्रीय मंत्रियों समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं को मौका मिलेगा तो प्रदेश कार्यकारिणी में कई पूर्व जिलाध्यक्ष समेत पूर्व पदाधिकारी भी शामिल हो सकते हैं। प्रदेश अध्यक्ष बनने के तीन महीने बाद ही हेमंत खंडेलवाल ने अपनी नई टीम का ऐलान कर दिया था।
वे उन अध्यक्षों में शामिल हैं जिन्होंने जल्द टीम का ऐलान किया। इसके पहले प्रदेश अध्यक्ष नई टीम बनाने में चार से आठ महीने तक का वक्त ले लेते थे। हेमंत खंडेलवाल ने उपाध्यक्ष, महामंत्री, प्रदेश मंत्री समेत कार्यालय की व्यवस्थाओं तक के लिए नियुक्तियां कर दी है। वहीं सभी मोचों के अध्यक्षों का भी ऐलान हो गया है।
अभी एसआईआर पर फोकस
भाजपा अभी केन्द्रीय नेतृत्व से मिली गाइडलाइन के अनुसार एसआईआर को लेकर प्रदेश में बैठकें कर रही है। एसआईआर अभियान के राष्ट्रीय प्रभारी और महामंत्री तरूण चुघ भी प्रदेश के दौरे पर हैं। वहीं खुद खंडेलवाल, संगठन महामंत्री हितानंद समेत अन्य नेता भी एसआईआर की विशेषताएं लोगों को बताने के लिए दौरे कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष अपने दौरे में स्थानीय सांसद, विधायक और अन्य नेताओं से भी मिलकर उनके विचार जान रहे हैं साथ ही नेताओं की सक्रियता का भी आंकलन कर रहे हैं। माना जा रहा है कि उनके दौरे निपटते ही प्रदेश कार्यकारिणी सदस्यों समेत सभी सदस्यों के नामों का ऐलान कर दिया जाएगा।
निगम-मंडलों में नियुक्तियां टली
वहीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चलते निगम-मंडलों में होने वाली नियुक्तियों को टाल दिया गया है। राजनीतिक नियुक्तियों के लिए दावेदारों को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। निगम-मंडलों में नियुक्तियों को लेकर बैठक तो सीएम हाउस में हो चुकी है पर कांग्रेस से आए नेताओं में से किसे लिया जाए, इसे लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। इसके अलावा भाजपा को अपने मूल पिंड के नेताओं को भी एडजस्ट करना है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वीडी शमां के जमाने में जिलों से नाम मांगे गए थे पर सहमति के अभाव में प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई थी। अब फिर से कवायद शुरू की गई है पर इसे अमलीजामा दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के बाद ही पहनाया जाएगा। भाजपा सूत्र इस मामले में अब विधानसभा सत्र के बाद ही विचार होने की बात कह रहे हैं।
पुराने नेताओं को मिलेगा मौका: जानकारी के अनुसार, लंबे समय से संगठनात्मक जिम्मेदारियों से मुक्त चल रहे नेताओं को भी इस बार मौका मिलने के संकेत मिल रहे हैं। टीम विस्तार में उन वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को भी अवसर दिया जाएगा, जिन्होंने वर्षों तक संगठन को समय दिया है। पदाधिकारियों की नियुक्ति में क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन को ध्यान में रखा गया है और यही फार्मूला कार्यकारिणी विस्तार में भी अपनाया जाएगा। प्रदेश भाजपा में इस बार पीढ़ी परिवर्तन की झलक साफ दिखी है। खंडेलवाल ने भोपाल से केवल राहुल कोठारी को प्रदेश महामंत्री बनाकर नई पीढ़ी को बढ़ावा देने का संकेत दिया है। इसके साथ ही युवा मोर्चा की कमान 35 वर्षीय श्याम टेलर को सौंपना इसी दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। लंबे समय से संगठन से दूर चल रहे मनोरंजन मिश्रा को मोर्चा प्रभारी बनाकर यह स्पष्ट कर दिया गया है कि पुराने, अनुभवी कार्यकर्ताओं को भी पुन: सक्रिय भूमिका दी जाएगी।
खास बात यह है कि पदाधिकारियों की घोषणा में महिला नेतृत्व को भी उचित जगह मिली है। कुल सात महिलाओं को विभिन्न जिम्मेदारियां दी गई हैं।
