
भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। स्वास्थ्य विभाग अब प्रदेश के नर्सिंग होम्स और निजी अस्पतालों की निरंतर मॉनिटरिंग करेगा। इसके लिए नर्सिंग होम्स और निजी अस्पतालों को सारी सुविधाओं की जानकारी अस्पताल को बोर्ड पर अंकित करना होगा।
ऐसा न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है की पिछले कुछ माह पहले ऐसे मामले सामने आए थे कि कई अस्पताल बिना सुविधा और बिना डॉक्टर के संचालित हो रहे थे। ऐसे कुछ अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई थी। गौरतलब है कि कोरोना काल में नर्सिंग होम्स में गड़बड़ियों को लेकर तमाम शिकायतें स्वास्थ्य विभाग के पास पहुंची। अक्सर निजी अस्पतालों में डॉक्टर के साथ सुविधाओं की कमी के कारण मरीजों को परेशान होना पड़ा। ऐसे में अब विभाग ने निजी अस्पतालों की मनमानी रोकने के लिए अस्पतालों पर नकेल डालने की तैयारी कर ली है। अब निजी अस्पतालों को अपनी सारी सुविधाओं और वार्डों के वास्तविक फोटोग्राफ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को देने होंगे।
अस्पतालों में सुविधाओं की कमी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी का कहना है कि कोरोना काल के दौरान निजी अस्पतालों की बहुत सारी शिकायतें मिली। सबसे ज्यादा ज्यादा बिलिंग और सुविधाओं की कमी की शिकायतें थीं। ऐसे में अब तय किया गया है कि जो अस्पताल अपनी सुविधाओं के बारे में मरीजों को बता रहा है, उसकी पूरी जानकारी वास्तविक फोटो के साथ विभाग को भी देनी होगी।
इस तरह रखी जाएगी नजर
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के अनुसार, अस्पताल के आवेदनों का बारीकी से निरीक्षण किया जाएगा। अस्पतालों को अपनी सुविधाओं सहित चिकित्सकों की फोटो सहित जानकारी डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित करनी होगी। स्टाफ की शैक्षणिक योग्यता सहित पूरी जानकारी विभाग के पास भेजनी होगी। अस्पताल किसी शैक्षणिक संस्थान से संबद्ध हो तो उसकी पूरी जानकारी देनी होगी।