
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश के एक सैकड़ा से अधिक गांवों को पूरे 24 घंटे रोशन करने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए अब इन गांवों को सोलर से बिजली देने की तैयारी की जा रही है। इसकी वजह से अब बिजली जाते ही सोलर ग्रिड से इन गांवों में स्वत: ही बिजली की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। इसके लिए हर जिले के उन दो गांवों का चयन किया जा रहा है, जो जिले के मुख्य मार्ग से जुड़े हुए हैं। यह काम सरकार द्वारा टाटा पॉवर कंपनी को दिया गया है। खास बात यह है कि इसमें भी यह ध्यान रखा गया है कि उन गांवों का ही चयन किया गया है, जिनमें बिजली की समस्या अधिक रहती है। यह वे गांव होंगे जिनमें छह सौ तक लोग रहते हैं। टाटा पॉवर कंपनी द्वारा ही इन गांवों को सोलर ग्रिड के माध्यम से बिजली के उत्पादन से लेकर उसके वितरण का काम करने का जिम्मा दिया गया है। इसके लिए टाटा की कंपनी द्वारा गांवों में ही सोलर पैनल लगाकर बिजली का उत्पादन किया जाएगा। इस बिजली को बैटरी के माध्यमों से गांवों मे ही संग्रहित कर उसे सोलर ग्रिड से जोड़कर उसकी जरुरत पड़ने पर उपयोग किया जाएगा। खास बात यह है कि इसके लिए कंपनी द्वारा अलग-अलग सोलर ग्रिड बनाए जाएंगे, जिनके माध्यम से सौर ऊर्जा को बिजली के रुप में परिवर्तित कर उसका उपयोग किया जाएगा।
हो जाएगा स्थाई समाधान
इस नई व्यवस्था के लागू होने की वजह से संबंधित गांवों में बिजली कटौती से मुक्त होने का स्थाई समाधान हो जाएगा। खास बात यह है कि इसका उपयोग घरों के अलावा स्ट्रीट लाइट और सिंचाई के लिए भी किया जा सकेगा। इसकी वजह से न तो सिंचाई के लिए गांवों के किसानों को बिजली आपूर्ति का इंतजार करना पड़ेगा और न ही रात में सिंचाई के लिए खेंतों में जाना होगा। यही नहीं उन्हें बिजली आने जाने की निगरानी करने से भी मुक्ति मिल जाएगी।