
- दशहरे के बाद होगी नियुक्तियां
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। निगम-मंडलों में राजनीतिक नियुक्तियों और संगठन की प्रदेश कार्यकारिणी का मध्यप्रदेश के कई भाजपा कार्यकर्ता बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इनमें कुछ सत्ता और संगठन में पदों के दावेदार हैं तो कुछ उनके समर्थक और सहयोगी हैं, जो राजधानी से जुड़े सूत्रों, वरिष्ठ नेताओं से हर दिन इन नियुक्तियों के संबंध में अपडेट लेने का प्रयास कर रहे हैं। पार्टी के प्रदेश नेतृत्व एवं सरकार व मुख्यमंत्री की व्यस्तता के चलते यह तय है कि अब दोनों ही प्रकार की नियुक्तियां दशहरे के बाद ही हो सकेंगी। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन 17 सितम्बर से महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती 2 अक्टूबर तक भारतीय जनता पार्टी और मप्र सरकार सेवा पखवाड़ा मनाएगी। इस अवधि में पार्टी कार्यकर्ता और सरकारी मशीनरी समाजसेवा, जनकल्याण एवं जनहितैशी कार्यक्रमों में व्यस्त रहेंगे। इसलिए न तो प्रतीक्षारत पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी घोषित हो सकेगी और न ही सरकार निगम-मंडलों की तैयार हो चुकी सूची ही जारी करेगी। मध्यप्रदेश में निगम-मंडलों, प्राधिकरणों सहित अन्य शासी निकायों, केन्द्र व राज्य से जुड़े विभिन्न राजनीतिक नियुक्ति वाले लगभग सभी पद अभी रिक्त हैं। आगामी समय में इनमें से अधिकांश पदों पर नियुक्तियां की जानी हैं। हालांकि सूत्रों का कहना है कि पहले चरण में राज्य स्तरीय निगम-मंडलों और कुछ बोर्ड-प्राधिकरणों में नियुक्तियों की घोषणा होगी। अध्यक्ष-उपाध्यक्ष जैसे पदों पर नाम एवं पदनाम तय हो चुके हैं, अब सिर्फ इसकी घोषणा शेष है।
पितृपक्ष और नवदुर्गा उत्सवों के कारण भी देरी
पितृपक्ष में नए काम की शुरूआत अथवा नियुक्तियों को शुभ नहीं माना जाता है। इस कारण भी 21 सितम्बर तक प्रदेश कार्यकारिणी अथवा निगम-मंडलों की नियुक्तियां नहीं हो सकेंगी। 22 सितम्बर से 2 अक्टूबर दशहरे तक प्रदेशभर में नवदुर्गा उत्सवों की धूम रहेगी। कई कार्यकर्ता भी इन आयोजनों से जुड़े होते हैं, नेताओं की भी व्यस्तता रहती है और कई संवेदनशील स्थानों पर सरकारी मशीनरी को भी इनकी सुरक्षा-व्यवस्थाओं में व्यस्त रहना पड़ता है। सरकारी नियुक्तियों में देरी का एक कारण यह भी है।
सेवा पर्व में लगेंगे विशाल रक्तदान शिविर
सेवा पर्व के अवसर 17 सितंबर से मेगा ब्लड डोनेशन शिविरों का आयोजन होगा। शिविरों की रूपरेखा तय करने के लिए जिला पंचायत में ब्लड बैंक प्रभारियों की बैठक हुई। जिपं सीईओ इला तिवारी ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि रक्तदान शिविरों के दौरान प्रत्येक व्यवस्था चौकस रखी जाए। जबकि सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा ने ब्लड बैंक प्रभारियों को निर्देश दिए कि शिविर से पहले ई-रक्तकोष पोर्टल पर शिविरों एवं रक्तदाताओं का पंजीयन करा लिया जाए। महाविद्यालयों में भी रक्तदान जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएंगे। शिविरों में गैर सरकारी संगठनों, राष्ट्रीय सेवा योजना, रेड रिबन क्लब, जनअभियान परिषद, लायंस क्लब, रेडक्रॉस, रोटरी क्लब सहित अन्य संगठनों की सहभागिता रहेगी।
प्रदेश कार्यकारिणी तैयार, सिर्फ घोषणा शेष
भाजपा से जुड़े सूत्र बताते हैं कि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने स्थानीय वरिष्ठ नेताओं, सभी जिलाध्यक्षों, जिला प्रभारियों से मंथन के बाद क्षेत्र, समाज और वरिष्ठता के संतुलन के साथ प्रदेश कार्यकारिणी तैयार कर ली है। कार्यकारिणी में 30 प्रतिशत से अधिक महिला पदाधिकारी भी रखी गई हैं और इसे केन्द्रीय नेतृत्व की हरी झंडी भी मिल चुकी है। एक-एक कर जिलों की कार्यकारिणी घोषित की जा रही हैं, जो माह अंत तक ही घोषित हो सकेंगी। दशहरे के बाद अक्टूबर के पहले अथवा दूसरे सप्ताह तक प्रदेश कार्यकारिणी घोषित हो सकती है।
कांग्रेस अध्यक्षों को नियुक्तियों के लिए फ्री-हैंड
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की मंशा के अनुरूप संगठन सृजन अभियान के माध्यम से बने जिला कांग्रेस अध्यक्षों को नियुक्तियों के लिए फ्री-हैंड यानी सर्वाधिकार दिया गया है। वे क्षेत्र के जातीय और स्थानीय समीकरणों को देखते हुए नियुक्तियां करेंगे। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस ने उन्हें जिले के जातिगत समीकरण का डाटा भी भेजा है। नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी करने के लिए 40 दिन का समय दिया गया है। प्रदेश में कांग्रेस के 1,004 ब्लाक हैं। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भाजपा के हाथों कांग्रेस को मिली करारी हार का बड़ा कारण संगठन की कमजोरी को माना गया था। संगठन को सशक्त बनाने के लक्ष्य को लेकर वर्ष 2025 को संगठन वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। जिला इकाइयों को मजबूत बनाने के लिए मशक्कत के बाद जिला अध्यक्षों का चयन किया गया।