
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। भाजपा के प्रदेश संगठन को अभी से दो साल बाद होने वाले चुनाव की चिंताए सताने लगी है। पार्टी इसकी वजह से हर हाल में अभी से उन बूथों पर पार्टी की पकड़ मजबूत करना चाहती है, जिस पर पार्टी कमजोर रहती है। यही वजह है कि प्रदेश संगठन द्वारा पार्टी विधायकों और मंत्रियों को चार मुद्दों पर नए निर्देश थमा कर उन पर अमल करने को कहा गया है। इन निर्देशों पर चार दिनों तक काम करने को कहा गया है। दिए गए निर्देशों में कहा गया है कि वे अपने क्षेत्र में उन कमजोर बूथों का चयन करें, जहां पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ता है। उन बूथों पर जाएं और दस दिन तक उन पर काम कर उन्हें मजबूत करने का पूरा प्रयास करें। इसके साथ ही उनसे एक सेवा का प्रकल्प अपने हाथ में लेने को भी कहा गया है। यह निर्देश राष्ट्रीय महामंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत और सह संगठन महामंत्री हितानंद ने विधायकों से चर्चा के दौरान दिए हैं। इन नेताओं ने विधायकों से कहा कि वे संगठन को कैसे मजबूत कर सकते हैं, इसकी योजना बनाएं और उसे लागू करें। इन नेताओं ने कहा कि सरकार ने हर वर्ग के लिए योजनाएं शुरू की हैं। इनका लाभ पात्र लोगों को मिले इसकी निगरानी करने का काम विधायक का है। उनका कहना है कि केन्द्र और राज्य की कल्याणकारी योजनाएं कैसे आम आदमी तक पहुंचे, इस पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। इसके अलावा उनसे संगठन हित में सुझाव भी लिए गए।
बैठक चार मुद्दों पर ही रही केन्द्रित
मुरलीधर राव ने बैठक शुरू होते ही कहा कि कोरोना काल में इनोवेटिव काम, केन्द्र-राज्य की योजनाएं, बूथ को मजबूत करने और ठाकरे की जयंती पर नया सेवा प्रकल्प हाथ में लेने पर जैसे ही चर्चा शुरू हुई, उसके बाद तो पूरी बैठक इन्ही चार मुद्दों पर केन्द्रित होकर रह गई। इस दौरान राव ने विधायकों से कोरोना काल में किए गए नवाचारों पर जानकारी ली। इसकी वजह से कई मंत्री और विधायकों ने अपने अनुभव बताए।