दिल्ली के सबक से… मध्यप्रदेश पर फोकस

अमित शाह
  • शाह के साथ कई केन्द्रीय नेता बने हुए हैं सक्रिय

    भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। चंद घंटो के लिए प्रदेश के प्रवास पर आए गृह मंत्री अमित शाह ने जिस तरह से प्रदेश सरकार की प्रशंसा की उससे सरकार से लेकर संगठन तक उत्साहित है। उन्होंने कहा कि मप्र में अनुकूल माहौल है। यह संगठन के गढ़ जैसा है। यहां संभलकर काम करें। यदि मप्र बिगड़ेगा तो पूरे देश में असर जाएगा। उन्होंने यहां के नेताओं का बताया कि दिल्ली में लापरवाही हुई, इस कारण दिल्ली में स्थिति बिगड़ गई है। यही वजह है की माना जा रहा है की भाजपा ने दिल्ली से सबेक लेकर मप्र पर फोकस करना शुरु कर दिया है।  अत: अब मप्र में संभलकर काम करें। शाह ने कहा कि कार्यकर्ता अपने स्तर पर काम कर रहे हैं, लेकिन कमजोर व हारे बूथ अब बड़े नेता संभालें। उन्होंने सीएम शिवराज सिंह, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, सह-प्रभारी पंकजा मुंडे, समेत कुछ बड़े नेताओं से अलग से मंथन किया। शाह ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से कहा कि भाजपा में नेता-कार्यकर्ता एक समान हैं। सरकार कितना भी अच्छा काम करे, अच्छे संगठन के बिना चुनाव नहीं जीता जा सकता। संगठन से ही सरकार है। नेता छोटा हो या बडा, सभी को बूथ पर जाना होगा। अध्यक्ष भले ही उम्र में छोटा हो, पर अध्यक्ष होता है। उन्होंने किस्सा  सुनाते हुए कहा कि मैं जब अध्यक्ष था, तब ओड़िसा में पंचायत चुनाव पर काम किया। लोग हंसते थे, क्योंकि सभी सीनियर थे। बाद में काम का असर दिखा। शाह ने आगे कहा, पिछली बार जबलपुर आया था तो बूथ विस्तार के लिए कहा था। इसमें अच्छा काम हुआ है। अब और भी गहराई से काम करने की जरूरत है। हर बूथ तक पकड़ होनी चाहिए। भाजपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भोपाल यात्रा के दौरान चुनाव से पहले पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को मिलकर मिशन 2023 को साधने का बूस्टर डोज दिया है। अघोषित तौर पर भाजपा ने  मिशन 2023 का आगाज कर दिया है। अमित शाह का दौरा सियासी मायनों में बेहद महत्वपूर्ण है। केंद्रीय गृहमंत्री ऐसे समय में भोपाल आए जब प्रदेश में चुनावों का सिलसिला शुरू होने वाला है। पंचायत, नगरीय निकाय और विधानसभा चुनाव सब होना हैं। भाजपा इलेक्शन मोड पर आ चुकी है इसलिए पार्टी की तैयारियों से लेकर बड़े वोट बैंक को साधने के लिए अमित शाह का यह दौरा रखा गया था। इस दौरे से भाजपाइयों को जोश का बूस्टर डोज मिला है।
    भाजपा नेतृत्व शिवराज सरकार से खुश!
    अमित शाह ने भोपाल दौरे के दौरान जहां पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कामों की तारीफ की। वहीं संगठन और पार्टी के नेताओं के साथ बैठक भी की। इस दौरान अमित शाह ने संगठन को आने वाले चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार रहने के लिए कहा। शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रशंसा की और कहा कि जिस तरह से सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को लागू कर रही है, वह काबिले तारीफ है। अमित शाह ने जंबूरी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि, मुख्यमंत्री शिवराज जी आदिवासियों को समृद्ध बना रहे हैं। जब तक जनजातीय भाइयों-बहनों का कल्याण नहीं होता तब तक प्रदेश का कल्याण नहीं होता। पहली बार देश में कोई राज्य सरकार जंगलों के मालिक जनजातीय भाइयों को बनाने का काम कर रही है। पहली बार जंगल से जो भी कमाई होती है, इसका 20 प्रतिशत हिस्सा वन समिति के हाथ में सौंपकर आपको इसका सीधा मालिक बनाने का काम किया है।  केंद्रीय गृह मंत्री शाह के भोपाल दौरे से पहले माना जा रहा था कि विधानसभा चुनाव से पहले सरकार में नेतृत्व परिवर्तन की दिशा में भाजपा कोई बड़ा कदम उठाने वाली है। भाजपा दफ्तर में हुई सत्ता और संगठन की संयुक्त बैठक में शाह ने जिस तरह से अपना संदेश दिया, उसने यह तय है कि अगला चुनाव शिवराज के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। शाह ने कहा- शिवराज जी प्रदेश के सर्वमान्य नेता हैं, संगठन को पूरी ताकत से उनके साथ खड़ा होना चाहिए। सरकार के फैसलों को अंतिम छोर तक पहुंचाना संगठन का काम है। उत्तराखंड, कर्नाटक और फिर गुजरात में मुख्यमंत्री बदलकर भाजपा ने अपने नेताओं को यह स्पष्ट संदेश दे दिया है कि अगर वे नॉन परफॉर्मर रहे तो उन्हें जाना पड़ेगा। पार्टी सूत्रों की मानें तो परफार्मेंस के आधार पर शिवराज अन्य भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की तुलना में सेफ जोन में दिखाई देते हैं।
    22 फीसदी वोट बैंक को साधा
    अपनी यात्रा के दौरान अमित शाह शिवराज सिंह चौहान के साथ मिलकर 22 फीसदी वोट बैंक को साध गए। शाह ने जम्बूरी मैदान में वन समितियों के सम्मेलन में आदिवासियों को बड़ी सौगात दी। शाह ने वन समिति को लाभांश की राशि वितरित की। हरदा की वन समिति को 5 करोड़ दिए गए। वन ग्रामों को राजस्व ग्राम बनाने का शुभारंभ किया। प्रदेश के 26 जिलों के 827 गांव अब राजस्व ग्राम होंगे। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि 2014 में जब सरकार बनी थी तब मोदी जी ने कहा था ये गरीबों की सरकार है। भाजपा की तमाम राज्य सरकार गरीबों के लिए काम कर रही हैं। वहीं 68 करोड़ रुपए तेंदूपत्ता संग्राहक को सीधे खाते में भेजा गया है। हर गरीब को घर देने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकल्प लिया है। हर घर में नल से जल पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज बहुत बड़ा बदलाव आया है। कोरोना की वैक्सीन देकर लोगों को सुरक्षित करने का काम भाजपा की सरकार ने किया है। आयुषमान योजना से हर बीमारी से लडऩे की शक्ति दी है। 19.7 फीसदी विकास दर हमने हासिल की है। सकल घरेलू उत्पाद में मप्र ने 200 फीसदी वृद्धि की है। प्रदेश में आदिवासियों के तीसरे बड़े कार्यक्रम को भाजपा की 2023 के चुनाव की तैयारियों के रूप में देखा जा रहा है।  
    सभी वर्गों को साधने की कवायद
    उधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा मिशन 2023 की तैयारी में जी जान से जुट गई है। मुख्यमंत्री ने हर वर्ग को साधने का प्लान तैयार किया है। निवेशकों से लेकर आधी आबादी यानी महिलाओं तक पर उसका फोकस है। हर वर्ग तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। लगातार प्रदेश में बड़े  प्रोग्राम हो रहे है।  शिवराज सरकार का प्रदेश में निवेश बढ़ाने पर फोकस है। शिवराज सरकार ने मिशन 2023 के लिए अपना पिटारा खोल दिया है। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के बाद सरकार कन्या विवाह योजना पर फोकस कर रही है।

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