प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद ‘विस्तार’ पर फोकस

प्रदेश अध्यक्ष
  • जल्द शुरू होंगी राजनीतिक नियुक्तियां

गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद अब भाजपा का फोकस सरकार और संगठन के विस्तार पर होगा। उम्मीद की जा रही है कि प्रदेश में सबसे पहले राजनीतिक नियुक्तियां की जाएंगी। निगम-मंडल और प्राधिकरणों में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनने के लिए भाजपा के नेता पिछले डेढ़ साल से इंतजार कर रहे हैं। पहले लोकसभा चुनाव, फिर संगठन चुनाव के कारण राजनीतिक नियुक्तियां नहीं हो पा रही थीं। लेकिन अब प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद  निगम-मंडल में नियुक्ति की राह खुल सी गई है।
गौरतलब है की अभी तक सत्ता और संगठन दोनों का कहना था कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद निगम, मंडल, बोर्ड और प्राधिकरणों में अध्यक्ष और उपाध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी। अब प्रदेश अध्यक्ष बनने के साथ ही राजनीतिक नियुक्तियों के कयास लगने लगे हैं। हेमंत खंडेलवाल के प्रदेश अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस बात के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मंडल व जिलों के बाद राज्य में भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित होने के साथ ही संगठन के चुनाव संपन्न हो गए हैं। अब निगम मंडलों में नियुक्तियां कर दी जाएंगी।
दावेदारों की बढ़ेगी सक्रियता
निगम, मंडल, बोर्ड और प्राधिकरणों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनने के लिए भाजपा के दावेदार नेताओं की अब सक्रियता बढ़ेगी। दरअसल, पार्टी कार्यकर्ताओं को उपकृत करने के लिए निगम मंडलों में राजनीतिक नियुक्तियां की जाती है। नए प्रदेश अध्यक्ष का चयन न होने के कारण यह नियुक्तियां टलती गईं। अब हेमंत खंडेलवाल प्रदेश अध्यक्ष बन गए हैं। ऐसे में निगम-मंडलों में अध्यक्ष उपाध्यक्ष की नियुक्तियां भी जल्द शुरू की जाएंगी। वर्ष 2020 में विष्णुदत्त शर्मा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद मध्य प्रदेश भाजपा में सात मोर्चा और विभिन्न प्रकोष्ठों में अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित कार्यकारिणी बनाई गई थी। इनका कार्यकाल पूरा हो चुका है। अब भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल मप्र में पार्टी संगठन को नया स्वरूप देंगे। वह नए सिरे से मोर्चा व प्रकोष्ठों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष की नियुक्तियां कर जिम्मेदारी देंगे।
पहले ही दिन पढ़ाया अनुशासन का पाठ
भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष घोषित होने के बाद हेमंत खंडेलवाल ने कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि अनुशासन से दाएं-बाएं होने वालों को दिक्कत आएगी। उन्होंने कहा कि बूथ स्तर तक काम करने वाले कार्यकर्ता का मान-सम्मान कम न हो और सत्ता-संगठन मिलकर समन्वय के साथ काम करे। उन्होंने कहा कि मेरे रग-रग में भाजपा है। मेरे पिता ही नहीं, बल्कि परदादा भी कांग्रेस के खिलाफ लड़ते आए हैं। उन्होंने कहा कि मेरा परिवार पिछले 100 सालों से कांग्रेस के विरूद्ध अपना झंडा बुलंद करता आया है। 1930 में मेरे ग्रैंडफादर ने कांग्रेस को हराया था। उन्होंने एक गरीब दल बनाया था। इसके बाद परदादा के भाई और बाद में मेरे पिता तक कांग्रेस के खिलाफ लड़ते आए। बाद में पार्टी ने मुझे जिम्मेदारी सौंपी। मेरे रग-रग में भाजपा है। हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि पार्टी में किसी भी कार्यकर्ता की अनदेखी नहीं होगी। जिनकी जो क्षमता है, उसके हिसाब से उसे काम मिलेगा। पार्टी में हर कार्यकर्ता का सम्मान होगा। उन्होंने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि जनता की अपेक्षा अनुसार अनुशासन के साथ काम करें और जो व्यक्ति पार्टी के अनुशासन के दाएं-बाएं होता है, तो उसे दिक्कत आएगी।
मिलकर बनाएंगे मजबूत संगठन
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नवागत प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि मुझमें कोई अतिरिक्त योग्यता नहीं है, मेरी योग्यता पार्टी के एक सामान्य कार्यकर्ता जितनी ही है, लेकिन यह भारतीय जनता पार्टी है, जो किसी कार्यकर्ता की योग्यता के अनुसार उसे पद पर बैठाने का काम करती है। हम सभी मिलकर मप्र में मजबूत संगठन का एक नया इतिहास बनाएंगे। हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि हम वो सौभाग्यशाली पीढ़ी हैं जिसका नेतृत्व नरेन्द्र मोदी कर रहे हैं। आज भारत विश्व गुरु बनने की दिशा में आगे हैं तो नरेन्द्र मोदी के कारण। भाजपा कार्यकर्ताओं के नाते अगली पीढ़ी आपका सम्मान केवल इसलिए करेगी, क्योंकि आपके नेतृत्व में नरेन्द्र मोदी जैसे नेता को चुना गया। वे बोले, हमारे मुख्यमंत्री उद्योग, रोजगार और प्रदेश कैसे उन्नति के रास्ते पर जाए इसे लेकर काम कर रहे हैं। बता दें कि मध्य प्रदेश में 18 साल बाद किसी विधायक को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। इससे पहले नवंबर 2006 में विधायक रहते नरेंद्र सिंह तोमर को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था।
खंडेलवाल को वरिष्ठों का भरपूर समर्थन
भाजपा के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल को पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं का भरपूर समर्थन मिला है। निर्विरोध निर्वाचित हुए भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की पसंद हैं और यही वजह रही कि गुरुवार को प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम इन्होंने हेमंत की जमकर प्रशंसा की। हेमंत को प्रदेश अध्यक्ष बनाने में विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर की भी भूमिका रही है। तोमर 2006 से 2010 तक और फिर 2012 स 2014 तक प्रदेश अध्यक्ष रहे। प्रदेश के पद पर खंडेलवाल के निर्विरोध निर्वाचन होने पर तोमर ने बधाई देते हुए विश्वास जताया कि हेमंत के नेतृत्व में प्रदेश संगठन नई ऊर्जा, नवाचार और समन्वय के साथ और राष्ट्र प्रथम के हमारे ध्येय की ओर अग्रसर होगा। भाजपा के प्रदेश चुनाव अधिकारी एवं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हेमंत खंडेलवाल को निर्विरोध प्रदेश अध्यक्ष चुनकर मध्य प्रदेश के संगठन पर्व में नया अध्याय जोड़ा गया है, उस परंपरा को पुष्ट किया है। हेमंत प्रदेश अध्यक्ष के रूप में सबको साथ लेकर संगठन को मजबूती देंगे। सभी के साथ मिलकर ऐसे समर्पित, संवेदनशील और जनकल्याणकारी संगठन की रचना करेंगे। कल रात तक किसी और उम्मीदवार का नामांकन नहीं आना यह बताता है कि सभी के मन में बस एक ही नाम था और वो हेमंत खंडेलवाल का था। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने निर्वाचन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस परेशान है कि भाजपा के खजाने में कितने रत्न है, जो खत्म ही नहीं हो रहे। कांग्रेस खत्म हो जाएगी लेकिन हमारे रत्न खत्म नहीं होंगे। भाजपा के राज्य निर्वाचन अधिकारी विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि मोदी ने भाजपा की सदस्यता लेकर दो सितंबर 2024 को जिस संगठन पर्व की शुरुआत की थी, वह पर्व आज नए प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन के साथ संपन्न हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब उनको प्रदेश चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया था, तब उन्होंने कहा था कि यह जिम्मेदारी मेरी योग्यता देखकर नहीं, अपितु आप सभी कार्यकर्ताओं की योग्यता पर विश्वास के चलते सौंपी गई है। सभी के सहयोग से इस दायित्व का निर्वाह संभव हुआ है।

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