उड़ान भरो- आसमान तुम्हारा इंतज़ार कर रहा है

  • प्रवीण कक्कड़
  • करियर: वह राह चुनो
    जो तुम्हें खुशी दे  
  • तुम ही हो तुम्हारे भविष्य
    के निर्माता
     
उड़ान भरो

बोर्ड परीक्षाएं समाप्त हो चुकी हैं, और अब जीवन का एक नया अध्याय शुरू होने वाला है। कुछ छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हैं, तो कुछ अभी भी अपने करियर को लेकर अनिश्चितता में हैं। कुछ के लिए सपना इंजीनियर बनने का है, कुछ डॉक्टर बनना चाहते हैं, तो कुछ अपनी कला या शौक को ही अपना करियर बनाना चाहते हैं।  यह समय उथल-पुथल भरा हो सकता है, लेकिन याद रखो, हर महान सफर की शुरुआत एक छोटे से कदम से होती है। अगर तुम्हारे मन में भी यह सवाल है कि आखिर मैं क्या बनूं? क्या चुंनू? तो यह लेख तुम्हारे लिए ही है।  
1. अपने जुनून को पहचानो – सफलता वहीं मिलेगी  
सफलता का राज यह नहीं कि तुम किसी और की तरह बनो, बल्कि यह है कि तुम खुद को पूरी ईमानदारी से पहचानो।
– क्या तुम्हें गणित के फॉर्मूले हल करने में मजा
आता है?  
– क्या तुम मरीजों की सेवा करके संतुष्टि महसूस करते हो?  
– या फिर तुम्हारा दिल पेंटिंग, म्यूजिक या लेखन में धडक़ता है?  
– जवाब ढूंढो, और फिर उसी राह पर चल पड़ो। क्योंकि जो काम तुम्हें खुशी देता है, वही तुम्हें सफलता की ऊंचाइयों तक ले जाएगा।  
2. भेड़चाल से बचो – अपना पथ खुद बनाओ  
समाज कहता है—डॉक्टर-इंजीनियर बनो, वरना जीवन में कुछ नहीं बन पाओगे। लेकिन सच यह है—आज के दौर में हर क्षेत्र में संभावनाएं हैं।
– अगर तुम्हारा प्यार खेल में है, तो खिलाड़ी बन सकते हो।  
– अगर तुम्हें लिखना पसंद है, तो ब्लॉगिंग या कंटेंट राइटिंग में करियर बना सकते हो।  
– अगर तुम्हें टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी है, तो कोडिंग सीखकर स्टार्टअप शुरू कर सकते हो।
– याद रखो, जो लोग दूसरों के बताए रास्तों पर चलते हैं, वे कभी अपनी मंजिल नहीं पाते।
3. असफलता से डरो मत – यह सफलता की सीढ़ी है!  
हो सकता है, तुम्हारी पहली कोशिश में सफलता न मिले। हो सकता है, तुम्हारे द्वारा चुने गए कोर्स में दाखिला न मिले। लेकिन यह अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है। असफलता का मतलब हार नहीं, बल्कि एक नया सबक है।
– थॉमस एडिसन ने 1000 बार असफल होने के बाद बल्ब का आविष्कार किया।  
– एपीजे अब्दुल कलाम गरीबी से उठकर भारत के मिसाइल मैन बने।  
– विराट कोहली ने जब पहली बार क्रिकेट खेला, तो वह भी शुरुआती मैच हार गए थे।
– हर बार गिरने के बाद उठो, और और भी मज़बूती से आगे बढ़ो।  
4. वर्तमान में जियो – भविष्य अपने आप बन जाएगा  
कई बार हम या तो पिछली गलतियों में उलझे रहते हैं या भविष्य की चिंता में डूब जाते हैं। लेकिन सच्ची सफलता वर्तमान में मेहनत करने से मिलती है।  
– आज जो पढ़ाई करनी है, उसे पूरे मन से करो।  
– आज जो प्रैक्टिस करनी है, उसमें पूरा ध्यान लगाओ।  
– आज जो छोटा-सा कदम उठाना है, उसे बिना डर के उठाओ।  
– जो आज बोता है, वही कल काटता है।
5. सकारात्मक रहो – तुम्हारे विचार ही तुम्हारा भविष्य बनाते हैं  
जीवन में चुनौतियां आएंगी, लेकिन तुम्हारा नजरिया ही तुम्हें विजेता बनाएगा।  तुम्हारे विचार तुम्हारी ताकत हैं। उन्हें सकारात्मक रखो, और देखो कैसे पूरी दुनिया तुम्हारे सपनों के लिए रास्ता बनाती है  
– मैं नहीं कर पाऊंगा की जगह मैं जरूर करूंगा! कहो।  
– यह मुश्किल है की जगह मैं इसे आसान बना दूंगा! सोचो।  
– मेरे लिए नहीं है की जगह मैं इसे अपना बना लूंगा! मानो।  
याद रखो, तुम्हारे अंदर एक अनंत ऊर्जा है, जो कुछ भी कर सकती है। बस जरूरत है  खुद पर भरोसा रखने की। अपने सपनों को पूरी लगन से पकडऩे की। हर चुनौती को एक नए अवसर के रूप में देखने की। तुम्हारा भविष्य उवल है, बस पहला कदम बढ़ाओ और फिर पीछे मुडक़र मत देखो ।
(लेखक पूर्व पुलिस अधिकारी हैं)

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