
- कांग्रेस जिलाध्यक्षों को 40 दिनों में करना होगा जिला कार्यकारिणी का गठन
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में भाजपा का संगठन काफी मजबूत है। ग्राम स्तर तक ढांचा बना हुआ है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस संगठन की कमजोरी दूर करने पर सर्वाधिक ध्यान दे रही है। इसके तहत अब प्रत्येक जिले में संगठन को मजबूत किया जा रहा है। इसके तहत कांग्रेस जिलाध्यक्षों को 40 दिनों में जिला कार्यकारिणी का गठन करने का निर्देश दिया गया है। लेकिन जिला कार्यकारिणी के गठन से पहले पहले बूथ, वार्ड और ब्लॉक स्तर पर इकाइयां गठित करना है।
मप्र में चुनाव का सिलसिला 2027 से प्रारंभ होगा। सबसे पहले नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायतराज संस्थाओं के चुनाव होंगे। नगरीय निकाय के चुनाव दलीय आधार पर होते हैं और प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए माहौल बनाने के साथ दलों की स्थिति की आकलन करने के लिहाज से महत्वपूर्ण होते हैं। कांग्रेस ने पिछले चुनावों से सबक लेते हुए सबसे पहले संगठन को सशक्त बनाने का लक्ष्य रखते हुए वर्ष 2025 को संगठन वर्ष के तौर पर मनाने का निर्णय लिया। इसके तहत पार्टी का पूरा फोकस संगठन को गढऩे पर है। जिलाध्यक्षों के पदभार ग्रहण के बाद अब जिला कमेटी के गठन की प्रक्रिया आगे बढ़ा दी गई है। दिल्ली से प्राप्त निर्देशों के अनुसार अध्यक्ष को एक माह के भीतर अपनी नई टीम तैयार करनी होगी।
जिला समन्वय समिति की बैठकें
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इसके लिए 13 से 26 सितंबर के बीच अलग-अलग स्थानों पर जिला समन्वय समिति की बैठकें आयोजित की जाएंगी। बैठकों में जिला कार्यकारिणी के गठन, मतदाता सूची के सत्यापन और जिला कार्यालय की स्थापना जैसे संगठनात्मक मुद्दों पर विचार किया जाएगा। इसी दौरान ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति पर भी चर्चा होगी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कार्यकारिणी में सभी विधानसभा क्षेत्रों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए हर क्षेत्र से कार्यकर्ताओं को शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं। अनुमान है कि लगभग 40 दिनों में जिला कार्यकारिणी के गठन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। पार्टी के निर्देशों के अनुसार पहले बूथ, वार्ड और ब्लॉक स्तर पर संगठन खड़ा किया जाएगा, उसके बाद शहर कार्यकारिणी का गठन होगा।
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से कार्यकर्ताओं का चयन
सूत्रों के अनुसार जिला कार्यकारिणी के गठन में किसी एक व्यक्ति या क्षेत्र का दबदबा नहीं रहने दिया जाएगा। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 20-20 कार्यकर्ताओं का चयन किया जाएगा। इन्हीं में से उपाध्यक्ष, महासचिव, सहसचिव, कोषाध्यक्ष और मीडिया व इंटरनेट मीडिया विभाग के अध्यक्ष नियुक्त किए जाएंगे। साथ ही सभी इकाइयों में अनुसूचित जाति-जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और महिलाओं को अनिवार्य रूप से प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस ने जिला कार्यकारिणी के गठन के लिए जो दिशा-निर्देश दिए गए हैं, उसके अनुसार इसमें सभी वर्गों का ध्यान रखा जाएगा। अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ा वर्ग के साथ-साथ महिलाओं का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाएगा। जिले में जनसंख्या के अनुपात में इनकी हिस्सेदारी तय की जाएगी। युवा कांग्रेस सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारियों को भी अवसर दिया जाएगा।
सक्रिय कार्यकर्ताओं को महत्व
जिला कार्यकारिणी के गठन के लिए नई रणनीति बनाई गई है। कार्यकारिणी में वेकार्यकर्ता जो नियमित रूप से पार्टी का काम संभालते हैं, कार्यालय में उपस्थित रहते हैं और संगठनात्मक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाते हैं उन्हें प्राथमिकता से जगह दी जाएगी। जो कार्यकर्ता निगम, विधानसभा और लोकसभा चुनावों में बूथ स्तर पर सक्रिय रहे हों और कांग्रेस के धरना-प्रदर्शनों में सहभागिता निभाई हो। कार्यकारिणी में प्राथमिकता उन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दी जाएगी, जिन्होंने अधिक सक्रिय सदस्य जोड़े हैं। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कार्यकारिणी में वही नेता और कार्यकर्ता शामिल किए जाएंगे जो संगठनात्मक गतिविधियों में सक्रिय हैं।