
बिजली महकमे ने अभी से की पूरी तैयारी
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश के किसानों के लिए अच्छी खबर है। यह खबर है बिजली के क्षेत्र से। इस बार प्रदेश में अब तक मानसून की मेहरबानी अच्छी बनी हुई है, जिसकी वजह से प्रदेश के सभी पन बिजली परियोजनाओं के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था बनी हुई है। इसकी वजह से इन दिनों प्रदेश में पानी से बिजली बनाने का काम पूरी क्षमता से किया जा रहा है। जिसकी वजह से प्रदेश में बीते कई दिनों से मांग कम और बिजली का उत्पादन अधिक हो रहा है। इसकी वजह से अब प्रदेश का बिजली महकमा मांग के दिनों का आंकलन कर अभी से बिजली की अतिरिक्त रूप से बैंकिंग करने में जुटा हुआ है। फिलहाल अभी मप्र द्वारा चार प्रदेशों में 1150 मिलियन यूनिट बिजली की बैंकिंग की जा रही है। यह बैंकिंग का काम अक्टूबर तक चलेगा। जिन प्रदेशों को अभी बिजली देकर बैंकिंग का काम किया जा रहा है, उनमें उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब और छत्तीसगढ़ शामिल हैं। इसके बाद रबी फल के मौसम में जब नवम्बर और दिसम्बर में किसानों को फसल की सिंचाई के लिए सर्वाधिक बिजली की जरुरत होती है, तब इसे वापिस लेने का काम किया जाएगा। इसकी वजह से उस समय किसानों को भरपूर बिजली उपलब्ध हो सकेगी। इस बार रबी फसल के दौरान विभाग द्वारा अधिकतम मांग का अनुमान 18500 मेगावॉट का लगाया गया है।
मांग कम, उत्पादन अधिक
प्रदेश में मार्च से अक्टूबर तक बिजली की मांग कम रहती है। इस दौरान जल विद्युतगृह शुरू हो जाने से बिजली का उत्पादन अधिक होता है। जबकि इसी सीजन में उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब और छत्तीसगढ़ में बिजली की मांग अधिक होती है। उत्पादन बढऩे पर मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी बिजली की बैंकिंग करती है और प्रदेश में उपलब्ध अतिरिक्त बिजली इन राज्यों से मिल सकेगी। इस साल बैंकिग के लिए 1150 मिलियन यूनिट का लक्ष्य तय किया गया है।