
- प्रदेश के करीब 44 लाख किसानों को मिलेगा फायदा…
भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश के किसानों के लिए राहत की बात है कि अब उन्हें जल्द ही सरकार आर्थिक मदद देने जा रही है। इसकी घोषणा खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की है। इसकी वजह से अब किसानों को लग रहा है कि जल्द ही उन्हें यह राहत राशि मिल सकती है।
माना जा रहा हे कि इसका फायदा प्रदेश के करीब 44 लाख किसानों को मिल सकता है। दरअसल प्रदेश में बीते दिनों बे मौसम बारिश और ओलावृष्टि से सोयाबीन सहित कई अन्य तरह की फसलें बुरी तरह से चौपट हो गई थीं। इसके बाद प्रदेश सरकार द्वारा क्षतिग्रस्त फसलों का सर्वे कराया गया था और किसानों को भरोसा दिलाया गया था कि जल्द ही सरकार उन्हें बीमा कंपनी से राशि दिलाएगी। इस दौरान सर्वाधिक नुकसान मालवा और निमाड़ क्षेत्र में होने का अनुमान लगाया गया है। इसके बाद प्रदेश का बुंदेलखंड अंचल है। इस अंचल में सर्वाधिक नुकसान सोयाबीन की फसल को हुआ है। यही वजह है कि अब सरकार की मंशा और मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद कृषि विभाग द्वारा बीमा राशि को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। माना जा रहा है कि इस हफ्ते तैयारी पूरी करने के बाद अगले हफ्ते से राशि किसानों के खाते में भेजना शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए सरकार द्वारा मिशन मोड में काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद से बड़ी संख्या में किसानों द्वारा हर दिन इस राशि को लेकर जानकारी मांगी जा रही है। इस मामले में उज्जैन जिले के नागदा तहसील के ग्राम पीपलिया सारंग के किसान हाकम सिंह का कहना है कि उनके द्वारा 43 बीघा में सोयाबीन बोई थी, जो बारिश और ओलावृष्टि की वजह से पूरी तरह से खराब हो गई है। इसकी वजह से अब उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। परिवार पूरी तरह से टूट चुका है। उनका कहना हे कि पहले भी कई बार बीमा की राशि मिलने की खबरें आती रही हैं , लेकिन इस बार उन्हें लग रहा है कि जल्द ही राशि मिल जाएगी।
दिख रही है उम्मीद
इस मामले में उज्जैन जिले के झिरिन्या खाचरोद के एक किसान का कहना है कि उनकी 90 प्रतिशत सोयाबीन की फसल चौपट हो चुकी है। इस बार एक बीघा में 50 क्विंटल तक सोयाबीन होने की संभावना थी। परिवार के चार लोगों की जमीन है। सवा तीन लाख रुपए तक लागत आई है। खुशी है कि सर्वे के लिए उन्हें कोई पैसा खर्च नहीं करना पड़ा। इसी तरह से बैतूल जिले के एक किसान का कहना है कि बारिश से 30 एकड़ की फसल चौपट हो गई है। बीमा की राशि मिलने की हर दिन उम्मीद रहती है। चार लाख रुपए की लागत के बाद कितना मिलेगा कह नहीं सकते हैं। सर्वे में पटवारी ने 40 प्रतिशत नुकसान होना लिखा है। मुआवजे की राशि मिलने से बड़ी राहत मिल सकेगी। इसी तरह से देपालपुर तहसील के किसान राम अवतार का कहना है कि जब से मुख्यमंत्री ने फसल बीमा राशि देने की बात कही है तब से खुशी का ठिकाना नहीं है। कब 12 फरवरी आए और उनके खाते में राशि आए। उनका कहना है कि पांच बीघा में सोयाबीन की बोवनी की थी। जिस पर 50 हजार रुपए से अधिक बीज-दवाई और अन्य में खर्च हुआ था। इससे उन्हें कुछ तो राहत मिल जाएगी।