
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। कमलनाथ सरकार में मंत्री रहने के दौरान हमेशा चर्चा में रहे प्रदेश कांग्रेस के कद्दावर नेता उमंग सिंघार इन दिनों फिर चर्चा में हैं। इस बार चर्चा की वजह राजनैतिक नहीं बल्कि उनके बंगले पर एक विवाहिता द्वारा खुदकुशी किया जाना है। इस विवाहित महिला ने बीते रोज उनके शाहपुरा बी सेक्टर स्थित बंगले में खुदकुशी कर ली थी। इसके साथ ही उमंग और मृतक सोनिया के संबंधों को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। दरअसल मृतका विवाहित होने के साथ ही एक बेटे की मां भी थी। वह बीते एक माह से उमंग के निजी बंगले में रह रही थी। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें सीधे-सीधे उमंग को लेकर निशाना साधा गया है। यह बात अलग है कि अभी पुलिस उसकी हकीकत की जांच कर रही है। अभी मामले की जांच शुरू भी नहीं हुई , लेकिन पुलिस उनका रसूख देखकर उन्हें क्लीनचिट देने में जुट गई है। यही वजह है कि सुसाइड नोट में मृतका द्वारा लिखा गया है कि सोचा था लाइफ सेट हो जाएगी, लेकिन उमंग का गुस्सा बहुत तेज है। अब प्रताड़ना बर्दाश्त नहीं कर सकती हूं। इस मामले में शाहपुरा पुलिस बीते रोज से ही उमंग सिंघार की जांच शुरू होने से पहले ही क्लीन चिट देने में लगी हुई है। शाहपुरा पुलिस ने घटना के बाद से ही मान रखा है कि महिला ने अपनी मर्जी से यह कदम उठाया है। उधर उसका पोस्टमार्टम आज मृतका के बेटे के आने के बाद किया जाएगा। बताया जाता है कि इसके पहले भी उक्त महिला भोपाल आकर उमंग सिंघार के इसी बंगले में लंबे समय तक रुकती रही है। मृतका के पर्श से मिले सुसाइड नोट में जिस तरह की बातें कही गई हैं, उससे इस मामले में पूरी तरह से उमंग सिंघार और महिला के रिश्तों को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि सिंघार मृतका को अपनी मित्र बता रहे हैं। बताया जाता है कि महिला शादीशुदा है और उसका एक बेटा है। वह लंबे समय से पति से अलग रह रही थी। पुलिस का कहना है कि अम्बाला निवासी 40 वर्षीय सोनिया भारद्वाज पत्नी संजीव कुमार भारद्वाज बीते एक माह से बी सेक्टर 238 शाहपुरा में आकर रह रही थी। इसी मकान के सर्वेंट क्वार्टर में गणेश सिंह और उसकी पत्नी गायत्री भी रहते हैं, जो बंगले में ही काम करते हैं। उन्हीं ने बीते रोज दोपहर बाद उसे फांसी पर लटके हुए देखा था। उनके द्वारा ही उसे फंदे से उतारा गया था। इसके बाद उसके द्वारा ही पुलिस को इसकी सूचना दी गई थी।
इन सवालों के उत्तरों की तलाश
सुसाइड नोट में मृतका ने लिखा है कि वह उमंग के साथ अपनी लाइफ सेट करने में असफल रही है।
पत्र में उमंग का उसके प्रति व्यवहार गुस्से वाला बताया गया है। अगर वह मित्र थी तो हर बात पर कोई भी व्यक्ति अपने मित्र के प्रति गुस्से का व्यवहार नहीं करता है। इस गुस्से के मायने भी तलाशे जा रहे हैं।
कोई भी मित्र कुछ दिन के लिए ही किसी के पास आता है ,लेकिन बार-बार और लंबे समय के लिए आना और घर में रुकने पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
आखिर मृतका ने सुसाइड नोट में प्रताड़ना का उल्लेख क्यों किया है। उसे किस तरह से प्रताड़ित किया जाता था और इसकी वजह क्या है।
किया है प्रताड़ना का उल्लेख
पुलिस को मिले सुसाइड नोट में मृतका ने लिखा है कि मैंने अपनी तरफ से काफी प्रयास किया। लेकिन उमंग का गुस्सा बहुत तेज है। किसी भी चीज को टच भी नहीं करने देते। छोटी-छोटी बात पर प्रताड़ित करते हैं। कुल मिलाकर सोचा था कि उनके साथ लाइफ सेट हो जाएगी, लेकिन मैं अपनी जगह नहीं बना पाई। अब मैं और बर्दाश्त नहीं कर सकती। मृतका ने इसमें अपने बेटे से माफी भी मांगी है। साथ ही यह भी लिखा है कि चाह कर भी उमंग के जीवन का हिस्सा नहीं बन पाई। हालांकि घटना के समय पूर्वमंत्री अपने क्षेत्र धार में थे। वे बीती 13 मई को भोपाल से गए हैं। इस मामले में हालांकि पुलिस के आला अफसरों का कहना है कि जांच में मिलने वाले तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।