- जून भर पार्क में टेंट लगाकर पंखे के नीचे सोएंगे

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम
बिजली बचाने और प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने घोषणा की है कि वह जून के पूरे महीने घर, दफ्तर या सरकारी वाहन में रात के समय एयर कंडीशनर (एसी) का इस्तेमाल नहीं करेंगे। इसके बजाय वह ग्वालियर के एक पार्क में वाटर प्रूफ टेंट लगाएंगे और पंखे के नीचे सोएंगे। उन्होंने फ्रिज का ठंडा पानी नहीं पीने का भी फैसला किया है और इसके बजाय ठंडे पानी के पारंपरिक मिट्टी के बर्तन का इस्तेमाल करेंगे।
मंत्री जी रोजाना बिजली बचाने का डेटा शेयर करेंगे
प्रद्युम्न तोमर ने कहा कि यह सिर्फ शब्दों की बात नहीं है, यह काम की बात है। उन्होंने इसे हरियाली और स्वच्छ भारत की दिशा में एक छोटा सा योगदान बताया। जून महीने के लिए अपनी अनूठी प्रतिज्ञा की पुष्टि करते हुए मंत्री ने कहा कि मैं यह भी डेटा साझा करूंगा कि एक रात के लिए सिर्फ एक एसी बंद करने से कितनी यूनिट बिजली बचाई जा सकती है और कितना प्रदूषण कम किया जा सकता है।
हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि जब वह भोपाल और ग्वालियर में होंगे तो वह अपनी प्रतिज्ञा का सख्ती से पालन करेंगे, लेकिन दिल्ली में होने पर ऐसा करना संभव नहीं हो सकता है। मंत्रीने कहा कि दिन के दौरान, मैं जितना संभव हो सके एसी का उपयोग करने से बचने की कोशिश करूंगा, लेकिन ऐसे मौके हो सकते हैं जब मैं वरिष्ठ नेताओं के घर जाता हूं या बैठकों में भाग लेता हूं, जहां यह संभव नहीं हो सकता है। मैं उनसे अपने एसी बंद करने के लिए नहीं कह सकता – यह उनकी पसंद है। मैं किसी पर कुछ भी नहीं थोप रहा हूं। यह एक व्यक्तिगत प्रतिबद्धता है जो मैं खुद से कर रहा हूं। तोमर ने बताया कि एयर कंडीशनर न केवल काफी मात्रा में बिजली की खपत करते हैं, बल्कि कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन भी करते हैं। जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है।
कांग्रेस ने मंत्री को नौटंकीबाज कहा
ऊर्जा मंत्री के इन संकल्प को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। कांग्रेस ऊर्जा मंत्री को नौटंकी बाज बता रही है। कांग्रेस नेता आरपी सिंह का कहना है कि ऊर्जा मंत्री को सिर्फ मध्य प्रदेश में ही नहीं पूरे भारतवर्ष में एक एक्टर और नौटंकी मंत्री के नाम से जाना जाता है और यही कारण है कि रोज-रोज ढोंग लेकर आते है। बता दें कि मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री हमेशा अपने नए-नए अंदाज को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। मंत्री जी कभी नाले में उतरकर सफाई करने लगते हैं तो कभी लाइट ठीक करने लगते हैं। अभी हाल ही में ऊर्जा मंत्री ने बगैर प्रेस किए हुए कपड़े पहनने का संकल्प लिया था।