
भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। बिजली संकट के इस दौर में मप्र सरकार बिजली संरक्षण के लिए अभियान चलाएगी। साथ ही बिजली बचाने वालों को इनाम भी दिया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में लोगों में बिजली बचाने के लिए प्रतिस्पर्धा पैदा करनी होगी। अधिक बिजली बचाने पर पुरस्कार की व्यवस्था की जाए। बिजली बचाने के व्यक्तिगत और संस्थागत प्रयासों पर अलग-अलग पुरस्कार हो।
दरअसल, विगत दिनों मुख्यमंत्री ने सीएम हाउस में नवकरणीय ऊर्जा की समीक्षा की। इस दौरान निर्णय लिया गया कि ऊर्जा साक्षरता अभियान में बिजली बचाने के लिए मोबाइल ऐप और वेब पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। प्रशिक्षण पूर्ण होने पर संबंधित को ऊर्जा साक्षरता संबंधी प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। इस अभियान में क्रमबद्ध रूप से सभी प्रदेशवासियों को जोड़ा
जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में जन-अभियान परिषद के माध्यम से गतिविधियां संचालित होगी।
स्कूल और कॉलेजों के पाठ्यक्रमों में बिजली बचाने के उपाय
मुख्यमंत्री ने कहा है कि अनावश्यक बिजली जलाना अपने पैसे जलाने के समान है। इसलिए ऊर्जा संरक्षण अभियान प्राथमिकता के साथ चलाया जाए। पाठ्यक्रमों में बिजली बचाने पर मॉड्यूल सम्मिलित किए जाएं। इस पर बैठक में जानकारी दी गई कि ऊर्जा साक्षरता अभियान में एआईडी अभियान क्रियान्वित किया जाएगा। अवेयरनेस, इन्फॉर्मेशन और डिमॉन्सट्रेशन इस अभियान के मुख्य अंग होंगे। स्कूल और कॉलेजों के पाठ्यक्रमों में भी बिजली बचाने पर 15-15 मिनट के मॉड्यूल सम्मिलित किए जाएंगे। विद्यार्थियों को बिजली के महत्व और उसके मितव्ययी उपयोग और बिजली की बबार्दी के दुष्परिणामों को प्रयोगों के माध्यम से समझाने के लिए प्रशिक्षण सामग्री और टूलकिट उपलब्ध कराई जाएगी।
ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों को बढ़ावा
सरकार की कोशिश है की प्रदेश में बिजली संरक्षण के साथ ही ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों का अधिक से अधिक उपयोग किया जाए। इसलिए मुख्यमंत्री ने कहा है कि सौर ऊर्जा के अभियान को जन-जन से जोड़ना जरूरी है। सौर ऊर्जा पर्यावरण संरक्षण के लिए भी आवश्यक है। इसलिए अब सौर ऊर्जा विस्तार के लिए रोडमैप बनाकर हर महीने प्रगति की समीक्षा की जाए। प्रदेश में ऊर्जा साक्षरता अभियान में व्यावहारिक तरीके अपनाने की जरूरत है। कुसुम योजना की समीक्षा में शिवराज ने कहा कि इसे प्रोत्साहित करने की जरूरत है। इसमें दो मेगावॉट तक की सौर परियोजनाएं स्थापित करने संबंधी जानकारी जन-जन तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए। ऊर्जा साक्षरता अभियान में सांची शहर को सोलर सिटी बनाया जाएगा। सीधी जिले के सभी पंचायत भवनों और आंगनवाड़ी भवनों को सौर ऊर्जा से ऊजीर्कृत किया जाएगा।