वर्मा की मुसीबत बढ़ाएगा डीपीसी फर्जीवाड़ा!

डीपीसी फर्जीवाड़ा
  • विधानसभा में उठेगी आईएएस संतोष वर्मा पर कार्रवाई की मांग

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। बेटियों को लेकर आपत्तिजनक बयान देने वाले कथित अजाक्स गुट के नव-नियुक्त अध्यक्ष प्रमोटी आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा की मुसीबत अभी और बढ़ सकती है। आपत्तिजनक बयान मामले में कार्रवाई के अलावा डीपीसी मामले में किए गए फर्जीवाड़ा में उनका आईएएस अवार्ड वापसी और एफआईआर की मांग मप्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र में उठ सकती है। आईएएस संतोष वर्मा के विरुद्ध कार्रवाई की मांग विधानसभा सत्र के दौरान उठाए जाने का निर्णय हालांकि दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा अथवा कांग्रेस में संगठन स्तर से नहीं हुआ है। लेकिन दोनों ही दलों – के कई विधायक इस मुद्दे को विधानसभा में उठाकर वर्मा के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग कर सकते हैं।
वर्मा का बयान समाज को बांटने वाला: शुक्ला
आरक्षण को लेकर वर्मा के आपत्तिजनक बयान की निंदा करते हुए उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला ने कहा कि वर्मा का बयान बहन-बेटियों के सम्मान के विरुद्ध और समाज को बांटने वाला है। शुक्ला ने कहा कि कोई भी अधिकारी चाहे वह किसी भी रैंक का हो, द्वारा संवैधानिक नीतियों पर ऐसी टिप्पणी करना कदापि उचित नहीं है, इस बयान से सामाजिक सद्भाव और संविधान का भी अपमान हुआ है। इस आपत्तिजनक और अशोभनीय बयान को लेकर कानून अपना काम करेगा। आईएएस अधिकारी का यह बयान अखिल भारतीय सेवाएं आचरण नियम का भी घोर उल्लंघन है जिसे लेकर सरकार ने भी उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। इस संबंध में सरकार उचित और नियमानुसार कार्यवाही करेगी।
आईएएस अधिकारी का पुतला फूंका
आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण समाज की महिलाओं और बेटियों को लेकर की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी पर गुरुवार को भी विरोध प्रदर्शन हुआ। सकल ब्राह्मण समाज के बैनर तले रोशनपुरा चौराहे पर प्रदर्शनकारियों ने संतोष वर्मा का पुतला फूंकते हुए बर्खास्त करने की मांग की है। इसके पहले प्रदर्शन उग्र होता देख पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की और कई ब्राह्मण समाज के नेताओं को हिरासत में ले लिया। गिरफ्तार होने वालों में कर्मचारी नेता सुधीर नायक, नगर निगम भोपाल के पूर्व अध्यक्ष कैलाश मिश्र, पुष्पेंन्द्र मिश्रा और कर्मचारी नेता श्यामसुंदर शर्मा प्रमुख रूप से शामिल रहे। संगठन के पदाधिकारियों का कहना था कि जब तक संतोष वर्मा के खिलाफ कठोर विभागीय कार्रवाई नहीं होती, उनका विरोध जारी रहेगा। साथ ही चेतावनी दी कि आने वाले दिनों में पूरे प्रदेश में इस मुद्दे को लेकर आंदोलन को और तेज किया जाएगा। प्रदर्शन बता दें कि बतौर अजाक्स अध्यक्ष अशोक वर्मा के बयान के बाद कार्रवाई में देरी को देखते हुए प्रदेश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं।
भाजपा और कांग्रेस नेता एक साथ
आईएएस संतोष वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर भाजपा और कांग्रेस के कई नेता एक साथ हैं। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला, पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी, मप्र के पूर्व मंत्री और विधायक गोपाल भार्गव, उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे, भाजपा नेता कैलाश मिश्रा, कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष, पूर्व मंत्री मुकेश नायक सहित स्थानीय ब्राह्मण एवं कर्मचारी नेता लगातार वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन भी कर रहे है। जानकारी के अनुसार सुरेश पचौरी गुरुवार को मुख्यमंत्री से मिलकर वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर चुके हैं। वहीं गोपाल भार्गव इस मुद्दे पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव से मिलेंगे।

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