एसआईआर को लेकर बोले दिग्विजय…. हमारी मांगें स्पष्ट हैं, डिजिटल सत्यापन और आधार कार्ड शामिल करें

 दिग्विजय

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश में प्रत्येक मतदाता की पहचान की दोबारा जांच होगी। भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान की शुरुआत की घोषणा की। इस प्रक्रिया के तहत प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों के मतदान केंद्रों की वोटर लिस्ट को नए सिरे से परखा जाएगा।
इधर एसआईआर के दूसरे चरण पर कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि एसआईआर के संबंध में हमारी मांग स्पष्ट है। पहली, हमें जो मतदाता सूची दी जा रही है, उसमें मशीन द्वारा पढ़ी जा सकने वाली सूची होनी चाहिए ताकि हम डिजिटल रूप से सत्यापित कर सकें कि किसी व्यक्ति का नाम दो या तीन जगहों पर है या नहीं। दूसरी, उन्होंने (चुनाव आयोग ने) जो प्रमाण पत्र मांगे हैं, उनमें आधार कार्ड को शामिल नहीं किया गया है… हम इसका विरोध करते हैं… यह प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार है कि उसका नाम मतदाता सूची में जोड़ा जाए। इसकी जिम्मेदारी और कर्तव्य चुनाव आयोग का है।
एसआईआर क्या है?
यह निर्वाचन आयोग की विशेष प्रक्रिया है। इसमें 18 वर्ष से अधिक आयु के नए मतदाताओं का पंजीकरण किया जाएगा। साथ ही मृत, स्थानांतरित, या डुप्लिकेट नामों को हटाया जाएगा। साथ ही गलत पते या नाम की त्रुटियों का सुधार किया जाएगा। इसके लिए बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर फॉर्म भरवाना और पहचान सत्यापन।
प्रदेश में करीब 5.74 करोड़ मतदाता
मध्य प्रदेश में कुल मतदाता करीब 5.74 करोड़ हैं। प्रदेश में 65,014 पोलिंग बूथ, 1 लाख 19 हजार 940 बीएलओ, 762 सहायक रिटर्निंग ऑफिसर और 55 जिला निर्वाचन अधिकारी हैं।  वहीं, जानकारी के अनुसार प्रदेश में 2.92 करोड़ पुरुष मतदाता और 2.78 करोड़ के करीब महिला मदताओं क संख्या हैं। प्रदेश में आयुवार मतदाताओं की संख्या में 18-19 वर्ष के 11 लाख 19 हजार 161, 20 से 29 वर्ष के 1 करोड़ 33 लाख 88 हजार 424, 30 से 39 वर्ष के 1 करोड़ 51 लाख 44 हजार 883, 40 से 49 वर्ष के 1 करोड़ 15 लाख 28 हजार 407, 50 से 59 वर्ष के 81 लाख 31 हजार 709, 60 से 69 वर्ष के 48 लाख 15 हजार 858 और 70 से 79 वर्ष के 22 लाख 11 हजार 505 मतदाता हैं। इसी तरह 80 वर्ष से अधिक उम्र के प्रदेश में कुल 7 लाख 52 हजार 420 मतदाता हैं।

Related Articles