पं. मिश्रा की शिव महापुराण कथा सुनने अमेरिका सहित अन्य देशों से आए श्रद्धालु

  • पहले दिन 40 क्विंटल से अधिक आटे की रोटी के अलावा नुकती और मिक्चर का किया वितरण
शिव महापुराण

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। भगवान शिव की शिव महापुराण कथा सुनने का सौभाग्य मिला है शिव महापुराण की कथा भक्ति और मुक्ति कि यह पावन कथा संपूर्ण जगत का कल्याण करने वाली है जगत का उद्धार करने वाली है। कुबेरेश्वरधाम की इस धरा से कथा का श्रवण करना एक साधना की तरह है। बाबा के घर आए हैं तो विश्वास रखें एक माह के अंदर ही आपकी पूजा सफल हो शेष जाएगी। देवराज प्रसंग के माध्यम से शिव महापुराण कथा का महत्व बताया। उक्त विचार जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में गुरुवार से आरंभ हुए रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन शिव महापुराण के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहे। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि तुलसी दल, जल, बेलपत्र तीनों चीजें हमारे व्रत, पूजन और साधना का प्रमाण हैं और हमारे मंत्र, हमारी साधना, तप का प्रमाण है। सृष्टि, पालन, संहार, तिरोभाव, अनुग्रह यह पांचों कार्य महादेव के हैं। प्रथम चार कृत्य संसार का विस्तार करने वाले हैं। पांचवा कर्म अनुग्रह मोक्ष के लिए है। जो भगवान शिव का जाप प्रतिदिन करता है वह शिव कृपा का भागी होता है।
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से मुक्ति
कथा के दौरान यहां पर अमेरिका से आए आस्थावान श्रद्धालु के बारे में चर्ण करते हुए पंडित मिश्रा ने कहा कि अमेरिका जैसे आधुनिक देश में निवास करने वाले कथा का श्रवण करने आए हैं, इन्होंने बताया कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त थे, कथा के तप और रुद्राक्ष की महिमा से अब रोग से मुक्ति मिली है। यह पंडाल में फूलों की साज-सज्जा की है, यह पहले बाबा की पौथी पर माला चढ़ाने आते थे, कुबेरेश्वरधाम के कारण इनका कल्याण हुआ। इस तरह के अनेक प्रमाण भगवान शिव की भक्ति के लिए प्रेरित करते हैं, आपको शिव की प्राप्ति के लिए भक्ति में संपूर्ण रूप से समर्पित भाव से करना होगा।
हार्ट अटैक से बुजुर्ग की मौत
सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में 65 साल के बुजुर्ग की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वे परिवार के साथ लखनऊ से दो दिन पहले रुद्राक्ष महोत्सव में शामिल होने आए थे। दोपहर उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी और वे बेहोश हो गए। परिजन उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बहन सुशीला देवी ने बताया कि भाई रामगोपाल समेत हम 6 लोग सोमवार शाम को सीहोर आए थे। सभी पंडाल में ही रुके हुए थे। दोपहर करीब 12 बजे भाई रामगोपाल बाथरूम जाने का कहकर निकले। लौटते समय ज्यादा गर्मी होने से गश खाकर गिर गए। उन्होंने बताया कि रामगोपाल रेलवे विभाग से रिटायर थे। उनको हार्ट की समस्या थी।

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