
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन (जीडीसीए) की प्रबंध समिति 2025-26 के लिए मप्र प्रीमियर लीग (एमपीएल) गवर्निंग काउंसिल का गठन किया गया था। जीडीसीए के सचिव संजय आहूजा द्वारा 24 अक्टूबर को जारी एक लेटर में मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बेटे रिपुदमन सिंह तोमर और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निज सचिव पुरुषोत्तम पाराशर के छोटे भाई धीरज पाराशर को सदस्य के रूप में नियुक्ति का आदेश था। इसको लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई कि जिनका क्रिकेट से सरोकार नहीं, उनका नाम आखिर क्यों। बात दिल्ली तक पहुंची तो तत्काल इन नामों को हटाकर 28 अक्टूबर को पुन: एक लेटर जारी किया गया। इसमें संग्राम कदम, विजय प्रकाश शर्मा का नाम है। जानकारी के अनुसार, मप्र क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष महानआर्यमन सिंधिया ने रिपुदमन सिंह और धौरन पाराशर को एमपीएल गवर्निंग काउंसिल बॉडी में रखने का फैसला लिया था। बताया जा रहा है कि कॉन्ट्रोवर्सी के केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इन नियुक्तियों को कैंसिल कर दिया।
वंशवाद को बढ़ावा देने वाली पोस्टों की भरमार
इन दोनों की नियुक्तियों सामने आते ही सोशल मीडिया पर लोग पूछने लगे कि आखिर इनका क्रिकेट में योगदान क्या ही नहीं, सोशल मीडिया पर है? इतना ही न वंशवाद को बढ़ावा देने वाली पोस्टों की झड़ी लग गई।
क्रिकेट में लोग अपने लोग घुसेड़ रहे हैं। कभी शंकरपुर स्टेडियम की रोड देखी है। क्रिकेट स्ट्रीट लाइट् तक नहीं लगी है।
– पीबी कनेक्ट, सोशल मीडिया यूजर्स
रिपुदमन सिंह तोमर और धीरज पाराशर जीडीसीए के सदस्य नहीं हैं। इसलिए इन दोनों को किसी अन्य समिति में जोड़ा जाएगा।
– प्रशांत मेहता, चेयरमैन, एमपी लीग
काउंसिल मेंबर को जीडीसीए जरूरी है। रिपुदमन सिंह तोमर और धीरज पाराशर की मेंबर के लिए एप्लीकेशन लगी हुई है। इन दोनों को एमपीएल की अन्य कमेटियों में रखा जाएगा। लिस्ट कन्फ्यूजन में जारी हुई है, जिसे दुरुस्त कर दिया गया है।
– संजय आहूजा, सचिव, जीडीसीए
