एआईसीसी डेलिगेटस नियुक्ति पर विवाद शुरू

एआईसीसी
  • पूर्व सांसद नटराजन ने नाराजगी भरा किया ट्वीट

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। अहमदाबाद में होने वाली कांग्रेस के अधिवेशन के पहले पीसीसी चीफ जीतू पटवारी द्वारा पार्टी छोडक़र जाने वाले या मृत्यु होने से रिक्त एआईसीसी प्रतिनिधियों के चुनाव का विरोध शुरू हो गया है। इसकी सूची सामने आने के बाद पूर्व सांसद मंदसौर मीनाक्षी नटराजन ने नीमच के एआईसीसी प्रतिनिधि के स्थान पर नर्मदापुरम के नेता को मौका दिए जाने पर घोर आपत्ति जताई है और इसको लेकर ट्वीट भी किया है। बीजेपी ने इस मामले में चुटकी लेते हुए कहा है कि पीसीसी चीफ पटवारी ने इस सूची में अपनों को उपकृत किया है तो बवाल होना तो तय ही है।  प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी द्वारा 27 मार्च को सूची घोषित की गई है। पटवारी ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का अधिवेशन 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद में होना है। इसके लिए एआईसीसी डेलिगेट्स मध्य प्रदेश से घोषित किए जा रहे हैं, क्योंकि पार्टी के कई एआईसीसी डेलिगेट्स की मृत्यु हो गई है या वे पार्टी छोड़ गए हैं। इसलिए कुछ डेलिगेट्स में बदलाव किया जा रहा है। पटवारी द्वारा जो एआईसीसी डेलिगेट्स घोषित किए गए हैं उनमें से अधिकांश उसी जिले से लिए गए हैं, जिस जिले से पूर्व में काम कर रहे डेलिगेट्स चुने गए थे, लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी के स्थान पर रायसेन के बजाय शाजापुर से पूर्व विधायक कुणाल चौधरी और पूर्व मंत्री रामनिवास रावत के स्थान पर श्योपुर के बजाय मुरैना से विधायक पंकज उपाध्याय को मौका दिया गया है। इसी तरह नीमच जिले से उमराव सिंह गुर्जर के स्थान पर नर्मदापुरम से गौरव रघुवंशी को शामिल किया गया है। यहां नीमच को प्रतिनिधित्व नहीं मिला है।
 ट्वीट कर जताया विरोध
मंदसौर से पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने पीसीसी चीफ पटवारी द्वारा 27 मार्च को जारी एआईसीसी डेलिगेट्स की सूची में शामिल नाम गौरव रघुवंशी का विरोध किया है। नटराजन ने कहा है कि रघुवंशी नीमच से हैं और उनसे व्यक्तिगत तौर पर कोई दुराव नहीं है, लेकिन नीमच से दूसरे नेता उनसे ज्यादा काबिलियत रखते हैं। ऐसे में गौरव का नाम भोपाल या उनके जिले से होता तो कोई आपत्ति नहीं थी। उन्हें नीमच से चुने जाने पर घोर आपत्ति है जो वे दर्ज करा रही हैं।
इनको किया एआईसीसी प्रतिनिधि नियुक्त
जिन नेताओं को नया एआईसीसी प्रतिनिधि बनाया गया है, उनमें आरिफ अकील के स्थान पर आतिफ अकील भोपाल, सीपी शेखर के स्थान पर संजय कामले इंदौर, दीपक सक्सेना के स्थान पर गुरुशरण खरे छिंदवाड़ा, गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी के स्थान पर उमंग सिंघार धार, रामलाल मालवीय के स्थान पर दिनेश जैन उज्जैन, रामनिवास रावत के स्थान पर पंकज उपाध्याय मुरैना, सुरेश पचौरी के स्थान पर कुणाल चौधरी शाजापुर, अजय शाह के स्थान पर आरके दोगने हरदा, संजय शुक्ला के स्थान पर अश्विन जोशी इंदौर, उमराव सिंह गुर्जर के स्थान पर गौरव रघुवंशी नर्मदापुरम और विशाल पटेल के स्थान पर जय हार्डिया इंदौर शामिल हैं।
पहले भी मच चुका है बवाल: उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी दो बार पटवारी की टीम को लेकर बवाल मच चुका है। बीते साल जब लंबे इंतजार के बाद जब प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा की गई थी, तब भी भारी बवाल मचा था, तब पार्टी को डैमेज कंट्रोल करने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी थी। इसी तरह से इसी साल जनवरी में जब उनके द्वारा मीडिया विभाग के प्रवक्ताओं की नई लिस्ट जारी की गई तो भी जमकर विरोध शुरु हो गया था। इसको देखते  हुए जारी सूची को ही स्थगित करना पड़ गया था। इसमें 34 लोगों के नाम शामिल थे, जिनमें 8 अन्य पिछड़ा वर्ग ,7 अनुसूचित जाति और 2 अनुसूचित जनजाति के साथ साथ 7 महिलाओं के नाम शामिल थे।

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