पचमढ़ी में कांग्रेसी सीखेंगे मार्शल आर्ट

  • कांग्रेस के पचमढ़ी शिविर पर बीजेपी का तंज

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम
मध्य प्रदेश कांग्रेस के 10 दिवसीय पचमढ़ी शिविर पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। शिविर में नेताओं को प्रशिक्षण के साथ मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दिए जाने पर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कटाक्ष किया। शर्मा ने कांग्रेस को ‘राजनीति में तमाशा की आदी’ बताते हुए कहा, पार्टी योग नहीं करेगी, क्योंकि इससे ‘भारतीय संस्कृति का ठप्पा’ लग जाएगा, जो मुसलमानों और ईसाइयों को नाराज कर देगा। नतीजतन, वोट बैंक खिसक जाएगा। शर्मा ने कहा, कांग्रेस नेताओं को मार्शल आर्ट जरूर सीखना चाहिए, क्योंकि उनके यहां अभी वाक युद्ध चल रहा है। फिर हाथापाई पर आएंगे, मंच पर हाथापाई होगी। एक-दूसरे को पटकेंगे, इसलिए बचाव के लिए मार्शल आर्ट जरूरी है। कांग्रेस में गृह युद्ध चल रहा है, अपने-अपने नेता को मजबूत करने के लिए यह ट्रेनिंग फायदेमंद साबित होगी। उन्होंने व्यंग्य किया कि 10 दिन का शिविर व्यर्थ है, क्योंकि ‘राहुल गांधी तो 1 घंटे की पुडिय़ा हैं’।
ताकि भारत में रहना सीख जाएं: शर्मा ने सलाह दी, इससे अच्छा 10 दिन का रामायण पाठ, गीता उपदेश या भारत के इतिहास पर चर्चा रख लेते। अगर बीजेपी प्रशिक्षण की नकल करनी है, तो धरती माता को प्रणाम करने की नकल करें। राष्ट्रीय भाव जागे तो आरएसएस का शताब्दी वर्ष मनाएं, संघ की शाखाओं में जाएं और ज्वाइन करें, ताकि भारत में रहना सीख जाएं।
कांग्रेस ने किया पलटवार
रामेश्वर शर्मा के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा, मार्शल आर्ट कई जगह काम आएगा। देखते हैं कि कमजोर आदमी को प्रताड़ित किया जा रहा हो, तो वहां कूदना पड़े। ऐसे में इसका मुकाबला कर सकें। कांग्रेस प्रवक्ता ने इसे बीजेपी की ‘विभाजनकारी राजनीति’ का हिस्सा बताया, जो अल्पसंख्यकों को निशाना बनाती है। उन्होंने शर्मा के योग वाले बयान को ‘हास्यास्पद’ करार दिया, कहा कि कांग्रेस समावेशी हैं और योग सबके लिए है। बता दें कि पचमढ़ी शिविर में करीब 200 कांग्रेस नेता हिस्सा ले रहे हैं। यहां पार्टी की विचारधारा, संगठन मजबूती और नेतृत्व विकास पर फोकस है। मार्शल आर्ट सेशन को आत्मरक्षा और अनुशासन सिखाने के लिए शामिल किया गया। बीजेपी ने हाल ही में पचमढ़ी में अपना तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया था, जहां अमित शाह ने उद्घाटन किया। शर्मा के बयान ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है, जहां बीजेपी समर्थक इसे ‘सटीक व्यंग्य’ बता रहे हैं, तो कांग्रेस वाले ‘घृणा फैलाने वाला।

Related Articles