भाजपा नेताओं के भ्रष्टाचार को उजागर करेंगे कांग्रेसी

कांग्रेसी
  • पचमढ़ी में 10 दिवसीय शिविर में जिलाध्यक्षों को दिया गया टारगेट

    भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। कांग्रेस अब प्रदेशभर में भाजपा नेताओं के भ्रष्टाचार को उजागर करेगी। इसके लिए पचमढ़ी के 10 दिवसीय शिविर में जिलाध्यक्षों को विशेष प्रशिक्षण और दिशा-निर्देश दिया गया है। पार्टी के नेता जल्द ही लक्ष्य बनाकर मैदानी मोर्चा संभालेंगे। पार्टी से मिली गाइड-लाइन के अनुसार, विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जहां संगठन को मजबूत किया जाएगा, वहीं ब्लॉक, जिला से लेकर प्रदेश स्तर तक भाजपा नेताओं के भ्रष्टाचार की कुंडली खंगाली जाएगी और उन्हें जनता के सामने लाया जाएगा।
    गौरतलब है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठन सूजन अभियान के तहत जिलाध्यक्षों का 10 दिनी प्रशिक्षण शिविर 11 नवंबर को पचमढ़ी में सम्पन्न हो गया, जिसमें जिलाध्यक्षों से कहा गया है कि उनके द्वारा अपने क्षेत्र के एक-एक भाजपा नेताओं और मंत्रियों के भ्रष्टाचार से जुड़ी जानकारी जुटाकर उन्हें जनता के सामने एक्सपोज करें। शिविर में नेताओं ने साफ किया जो जिलाध्यक्षों सरकार और भाजपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर नहीं होगा, उससे जिलाध्यक्षी वापस ले ली जाएगी। दस दिन चले प्रशिक्षण शिविर में जिलाध्यक्षों को कैसे संगठन का विस्तार और उसे मजबूत करना है, इस पर विशेषज्ञों ने अपने तरह से सीख दी।
    एग्रेसिव मोड में काम करेंगे जिलाध्यक्ष
    पार्टी सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी सहित दूसरे अन्य नेताओं ने जिलाध्यक्षों को एग्रेसिव राजनीति करने की सलाह दी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यदि हमें भाजपा के संगठन और सरकार से लड़ाई लडऩी है, तो अपने काम के तरीके को बदलना होगा। भाजपा और उनके नेताओं पर हम तभी दवाब बना सकेंगे, जब हम उनकी गलत नीतियों और गलत कामों के बारे में जनता को अवगत कराएंगे। विशेष तौर पर भ्रष्टाचार के मामलों की जानकारी जिलाध्यक्षों को निचले स्तर से निकलवानी होगी और फिर उस पर प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करने के बाद एक्शन लेना होगा। प्रशिक्षण शिविर के दौरान जिलाध्यक्षों को बताया गया है कि उनकी मैदानी और संगठनात्मक सक्रियता पर कांग्रेस की नजर है। प्रति दिन उनके द्वारा क्या किया गया, इसके बारे में स्टेट कनेक्ट सेंटर के जरिए एआईसीसी के पास जानकारी जाएगी, जहां जिलाध्यक्षों के कामकाज का पूरा ब्यौरा रहेगा और उसी आधार पर उनकी रेटिंग तैयार की जाएगी। बताया गया है कि हर तीन महीने में जिलाध्यक्षों का काम काज का विश्लेषण होगा और उसी के आधार पर उनके भविष्य का निर्णय होगा।
    अब लगातार आंदोलन करेगी कांग्रेस
    कांग्रेस से जुड़े सूत्रों की माने तो राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी की मौजूदगी में अगले तीन साल का रोडमैप पचमढ़ी में नेताओं के साथ हुई बैठक में रखा था, जिसे लेकर कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व जल्द ही बैठक कर उस पर चर्चा करेगा। ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस के नेताओं को अलग-अलग मुद्दों को लेकर पद यात्रा करने और भोपाल स्तर के बड़े प्रदर्शनों के स्थान पर संभाग और जिला मुख्यालयों पर आंदोलन करने के लिए कहा जाएगा। इसके अलावा गांव-गांव में कांग्रेस कैसे पहुंचे, इस पर भी कांग्रेस बैठक कर रणनीति तैयार करेगी। जानकारों की माने तो राहुल गांधी ने अपने पचमढ़ी बैठक के दौरान जिलाध्यक्षों के अलावा दूसरे ऐसे नेताओं पर भी नजर रखने और उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने की बात कही है, जो काफी अरसे से सक्रिय है, लेकिन उन्हें अहम पद नहीं दिए जा सके है। बताया गया है कि बैठक में ऐसे दो दर्जन से अधिक युवाओं के नामों की सूची राहुल गांधी को सौंपी गई है, जो भाजपा नेताओं के ऑफर को ठुकरा कर पार्टी को मजबूत बनाने के लिए काम कर रहे है। इनमें भोपाल से पूर्व पार्षद अमित शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रदीप मोनू सक्सेना सहित दूसरे कई नाम बताए जा रहे है। जानकारों की माने तो अब प्रशिक्षण शिविर के उपरांत जिलाध्यक्षों को सबसे पहले एसआईआर पर पैनी निगाहें रखने का टास्क दिया गया है। जिलाध्यक्ष अपने क्षेत्र के एक-एक बूथ पर नजर रखेंगे कि कोई वास्तविक मतदाता का नाम मतदाता सूची से हट नहीं सके और गलत नाम सूची में शामिल नहीं हो सके।

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