ग्रामीण इलाकों पर कांग्रेस करेगी फोकस, लगाएगी चौपाल

  • पार्टी से लोगों को जोड़ने की कवायद, रणनीति तैयार
  • विनोद उपाध्याय
कांग्रेस

मध्य प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अब पार्टी के रणनीतिकारों ने ग्रामीण इलाकों पर फोकस करने की रणनीति बनाई है। इसके तहत पार्टी ने तय किया है कि वह मास्टर ट्रेनर्स तैयार करेगी और गांवों में चौपाल लगाकर आमजन को पार्टी से जोड़ने का प्रयास करेगी। दरअसल, प्रदेश में ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस की मजबूत पकड़ रही है, लेकिन धीरे-धीरे यह पकड़ कमजोर होती चली गई है। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी जहां एक तरफ युवा चेहरों को अपनी टीम में शामिल करना चाहते हैं, वहीं वे गांव-गांव में कांग्रेस की छवि को निखारना चाहते हैं। इसके लिए वे लगातार बैठकें कर रहे हैं। इन बैठकों में निकल रहे सार के आधार पर ही रणनीति बनाई जा रही है।  कांग्रेस ने अब प्रदेश में मजबूती लाने के लिए प्लॉनिंग करने लगी है। कांग्रेस अब प्रदेश में कैडर वोटर्स की तलाश में है। कांग्रेस अब पंचायतों तक अपनी जड़ें मजबूत करने की प्लानिंग कर रही है। ताकी इसका फायदा आने वाले चुनावों में उठाया जा सके। कांग्रेस अब पंचायत स्तर तक कमेटियां बनाएगी। इसके के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी एक बैठक करके रूपरेखा तैयार कर चुके है। अब इसे जल्द ही अमल में लाया जाएगा। इसके तहत तय किया गया है कि प्रदेश की हर पंचायत में कमेटी का गठन करने के बाद पंचायतों में चौपालों का आयोजन किया जाएगा। चौपाल में शामिल होने वालों के लिए बैठने और खाना पान तक की व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक चौपाल में 40 लोगों को शामिल किया जाएगी। चौपालों में कांग्रेस की नीति, रणनीति, विचारधारा को बताया जाएगा और लोगों को पार्टी से जोड़ा जाएगा। साथ ही कांग्रेस के खिलाफ फैलाया जाने वाले दुष्प्रचार के बारे में बताया जाएगा। कांग्रेस अपने इस अभियान को सही रूप देने के लिए एक मास्टर ट्रेनर भी तैयार करेगी। मास्टर ट्रेनर वही होगा जो कभी चुनाव नहीं लड़ेगा। मास्टर ट्रेनर पंचायत ही नहीं बल्कि, शहर से लेकर प्रदेश स्तर तक पार्टी कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देगा। कांग्रेस अपने पंचायत चौपाल अभियान की शुरुआत 15 अगस्त के बाद से शुरू करेगी। बता दें कि कांग्रेस अब पूरे एक्शन मोड में आ गई है। पार्टी को सही धारा में लाने के लिए कांग्रेस गांव-गांव तक अपने कार्यकर्ता खड़े करेगी।
बदले दिए गए चुनाव प्रभारी
उल्लेखनीय है कि इस सीट पर पहले उपचुनाव के मद्देनजर कांग्रेस अपनी रणनीति बार-बार बदल रही है। पहले इस सीट उपचुनाव के लिए प्रभारी पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह और शैलेंद्र पटेल बनाए गए थे। लेकिन अब कांग्रेस ने उनकी जगह मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को बुधनी उपचुनाव की कमान सौंपी है।
बुधनी में पैदल यात्रा करेंगे पटवारी
हाल ही में कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में अमरवाड़ा विधानसभा सीट हारने के बाद अब कांग्रेस ने तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गढ़ बुधनी विधानसभा उपचुनाव को लेकर नए सिरे से रणनीति तैयार की है। यह बात अलग है कि फिलहाल बुधनी उपचुनाव की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है। इसके बाद भी कांग्रेस ने अभी से इस उपचुनाव के लिए तैयारियां शुरु कर दी हैं। इसके तहत प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने तय किया है कि वे खुद बुधनी जाकर पैदल चलकमर बुधनी विधानसभा क्षेत्र के गांव- गांव जाएंगे और लोगों से सीधे मुलाकात करेंगे। इस दौरान वे कार्यकर्ताओं के साथ टिफिन पार्टी भी करेंगे। बुधनी विधानसभा सीट खाली होने के बाद अब भाजपा-कांग्रेस ने पूरा फोकस इस सीट पर दिया है। हालांकि यह सीट विशुद्ध रूप से भाजपा की है और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यहां से लगातार विधायक रहे हैं। उनके सांसद बनने के बाद ये सीट खाली हुई है। उधर, भाजपा को  अपनी जीत पर विश्वास है, लेकिन कांग्रेस यहां पैतरा बदलकर काम कर रही है। यही वजह है कि पटवारी अभी से ही बुधनी विधानसभा में सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने मिशन बुधनी की शुरुआत करते हुए सलकनपुर मंडल के रेहटी से चुनाव अभियान की शुरुआत की है। उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ यहां न केवल टिफिन पार्टी की, बल्कि एक-एक कार्यकर्ता से मिले भी और उनसे बातचीत की। वैसे पटवारी ने चुनाव की तारीख के पहले पूरी विधानसभा के गांवों में जाने का ऐलान किया है। वे पैदल यात्रा के माध्यम से गांव-गांव पहुंचेंगे और कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। अब यह देखना है कि भाजपा के गढ़ बुधनी में पांव-पांव वाले शिवराज भैया को वे पैदल यात्रा से कैसे चुनौती दे पाएंगे।
11 लोगों की बनेंगी कमेटी
कांग्रेस में मजबूती लाने के लिए कांग्रेस अब प्रदेश, शहर, जिला, तहसील से लेकर पंचायत स्तर तक उतर आई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस अब पंचायत स्तर तक 11 लोगों की कमेटी बनाएगी। कमेटी के मेंबर ग्रामीणों को पार्टी की विचारधार और सरकार की नाकामी से अवगत कराएंगे। कांग्रेस प्रदेश की करीब 27 हजार पंचायतों में यह कैंपियन चलाएगी।

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