मंत्रियों के खिलाफ… ‘भ्रष्ट पत्र’ लाएगी कांग्रेस

  • विभागवार मंत्रियों की करनी की कुंडली बना रही कांग्रेस
  • हरीश फतेहचंदानी
कांग्रेस

कर्नाटक में जिस फॉर्मूले से कांग्रेस ने सरकार बनाने में सफलता पाई है, उसका प्रयोग वह मप्र में भी कर रही है। इसी के तहत पार्टी प्रदेश के सभी 30 मंत्रियों की कुंडली बना रही है। इसमें उनके विभाग में भ्रष्टाचार सहित तमाम खामियां समाहित की जाएंगी। पार्टी ने इसे आरोप पत्र नाम दिया है, लेकिन इसे मंत्रियों के खिलाफ ‘भ्रष्ट पत्र’ के नाम से प्रचारित किया जाएगा। गौरतलब है कि बजट सत्र के दौरान भी कांग्रेस मंत्रियों के खिलाफ आरोप पत्र लाने वाली थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। गौरतलब है कि मप्र में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। राज्य की दोनों प्रमुख पार्टियां, भाजपा और कांग्रेस, अभी से चुनावी बिसात बिछाने में लग गई हैं। शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट के मंत्रियों की सीटों पर कांग्रेस की खास नजर है। कांग्रेस की रणनीति है कि मंत्रियों के विभाग में हुए भ्रष्टाचार के साथ ही विभाग की खामियों को जनता के बीच परोसा जाए। जानकारों का कहना है कि कर्नाटक में भी कांग्रेस ने मंत्रियों के खिलाफ आरोप पत्र लाकर हमला किया था। जिसका फायदा यह हुआ कि भाजपा के खिलाफ माहौल बना और कांग्रेस को बड़ी जीत मिली।
बड़े विभागों पर सबसे अधिक फोकस
कांग्रेस का सबसे अधिक फोकस बड़े विभागों और तेज तर्रार मंत्रियों पर है। इसमें प्रमुख रूप से जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, लोक निर्माण, महिला एवं बाल विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय विकास एवं आवास, उद्यानिकी सहित अन्य विभागों के मामले शामिल किए हैं। आरोप पत्र में अनियमितता के 172, कुशासन के 126 और कुप्रबंधन के 98 विषय शामिल किए हैं। इसमें महिला और बच्चों के प्रति बढ़ते अपराध, इसके अलावा प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई, अनुसूचित जाति-जनजाति पर हुए अत्याचार, पदोन्नति न देने, पेंशन व मंदसौर गोलीकांड की रिपोर्ट सदन के पटल पर न रखने, प्रदेश पर बढ़ते ऋण, पिछड़ा वर्ग को आरक्षण का लाभ न देने सहित अन्य बिंदु भी आरोप पत्र में शामिल हैं। पारस सकलेचा ने बताया कि प्रत्येक आरोप के प्रमाणिक दस्तावेज है, जो सूचना का अधिकार, विधानसभा की कार्यवाही सहित अन्य माध्यम से एकत्रित किए गए हैं।
श्रीमंत समर्थकों को घेरने का स्पेशल प्लान
मंत्रियों को घेरने का कांग्रेस ने जो स्पेशल प्लान बनाया है उसके तहत श्रीमंत समर्थक मंत्रियों के साथ और विधायक भी शामिल हैं। बता दें कि, अब तक कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ही चुनावी मैदान में नजर आ रहे थे, लेकिन अब कांग्रेस के बाकी नेता भी मैदान में नजर आएंगे। दरअसल, कांग्रेस ने प्लानिंग बनाई है कि, अब मप्र सरकार के मंत्रियों को उन्हीं के गढ़ में घेरना है। इसके लिए कांग्रेस के नेता इन मंत्रियों के क्षेत्रों का भ्रमण कर जनता को सरकार की खामियां बताएंगे।
इधर अखिल भारतीय कांग्रेस द्वारा नियुक्त किए गए पर्यवेक्षक भी मंत्रियों के क्षेत्रों में पहुंचकर कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। जल्द ही मंत्रियों के क्षेत्रों में कांग्रेस एक-एक जनसभा आयोजित करने जा रही है। कांग्रेस ने जो रणनीति बनाई है उसमें केन्द्रीय मंत्री श्रीमंत के समर्थक मंत्री और विधायक खासे निशाने पर हैं। कांग्रेस तुलसीराम सिलावट, प्रद्युम्न सिंह तोमर सहित अन्य श्रीमंत समर्थक मंत्री व विधायकों को उन्हीं के गढ़ में घेरेगी। इसके अलावा गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेन्द्र सिंह, कृषि मंत्री  अरविंद भदौरिया, उच्च चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग के क्षेत्र में भी कांग्रेसी नेता दौरा करेंगे। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा के अनुसार शिवराज सरकार के मंत्रियों के गढ़ में अब कांग्रेस नेता दौरा करेंगे। जनता को प्रमाणिक जानकारियों के साथ सरकार का भ्रष्टाचार, कुशासन और कुप्रबंधन बताया जाएगा।
कद्दावर मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार
अपनी रणनीति के तहत कांग्रेस कई तरह से मंत्रियों को घेरेगी। कद्दावर मंत्रियों को उनके ही घर में घेरने के लिए पार्टी ने उनका रिपोर्ट कार्ड तैयार कर लिया है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार डा.नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव, भूपेन्द्र सिंह, विश्वास सारंग, सहित अन्य मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड जारी किए जाएंगे। इसमें मंत्रियों के विभाग में हुए भ्रष्टाचार, कुप्रबंधन और कुशासन के विषयों को उठाया जाएगा। आरोप पत्र राज्य, जिला और मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्र स्तर पर जारी होंगे। इसकी शुरुआत इसी महीने की जाएगी। कांग्रेस ने रिपोर्ट कार्ड के लिए उन मंत्रियों के विभागों को प्रमुखता से लिया गया है जो, सीधे जनता से जुड़े हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा.गोविंद सिंह की अध्यक्षता वाली आरोप पत्र समिति ने इसकी तैयारी कर ली है। इसमें महालेखाकार और विभाग के प्रतिवेदन, विधानसभा में दिए उत्तर, सूचना का अधिकार कानून सहित अन्य माध्यमों से मिली जानकारियों को आधार बनाया गया है।
विभागवार जारी होगा आरोप
प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे कांग्रेस अपनी रणनीति को और मजबूत करती जा रही है। जानकारी के अनुसार अब कांग्रेस ने शिवराज सरकार के मंत्रियों को घेरने की प्लानिंग बनाई है। गौरतलब है कि सत्र 27 फरवरी से शुरू हुए बजट सत्र में कांग्रेस ने सरकार के मंत्रियों को घेरने के लिए आरोप पत्र लाने की तैयारी की थी। पार्टी ने दावा किया था कि बजट सत्र में कांग्रेस सीएम और 15 मंत्रियों के खिलाफ आरोप पत्र लाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अब कर्नाटक की तर्ज पर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भ्रष्टाचार को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी की है। शिवराज सरकार के मंत्रियों को घेरने के लिए कांग्रेस विभागवार आरोप पत्र जारी करेगी। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह और पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने इसका प्रारूप तैयार कर लिया है। इसे राज्य स्तर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ 18 अगस्त को जारी कर सकते हैं। इसमें मंत्रियों के विभागों से जुड़े अनियमितता और दावों की वास्तविकता को जनता के बीच रखा जाएगा। समिति ने आरोप पत्र विधानसभा में दिए उत्तर, महालेखाकार के प्रतिवेदन और सूचना का अधिकार से प्राप्त दस्तावेजों का आधार बनाया है। प्रत्येक मंत्री की रिपोर्ट बनाई गई है, जिसे अलग-अलग जारी किया जाएगा। एक समग्र आरोप पत्र राज्य स्तर पर जारी होगा और इसके बाद जिलेवार जनता के सामने शिवराज सरकार की रिपोर्ट रखी जाएगी।

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