
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। विधानसभा चुनाव के पहले ही पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए अब कांग्रेस ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इसके तहत कांग्रेस ने प्रदेश में आने वाले समय में बड़ी रैलियां करने की तैयारियां तेज कर दी हैं। इसके लिए उन शहरों को चयन किया गया है, जहां से प्रदेश के सभी अंचलों को कवर किया जा सके और कमजोर सीटों वाले जिलों में पार्टी चुनावी दृष्टि से मजबूत हो सके। खास बात यह है कि इन रैलियों में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित उन नेताओं को भी बुलाया जा रहा है जिनका मतदाताओं पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सके। इन रैलियों के लिए जिन शहरों का चयन किया गया है , उनमें चारों महानगर भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर के अलावा रीवा, दतिया, उज्जैन, गुना और छिंदवाड़ा का नाम शामिल है। इसके अलावा कांग्रेस की प्रदेश चुनाव अभियान समिति चाहती है कि प्रत्येक विधानसभा में चुनाव से पहले एक -एक बड़ी सभा की जाए ताकि, पार्टी के पक्ष में माहौल बने और कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल बन सके। इसी तरह से जल्द ही प्रदेश में कांग्रेस परिर्वतन संकल्प अभियान प्रारंभ भी करने जा रही है। इसका पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। इस संकल्प यात्रा का दायित्व 16 बड़े नेताओं को सौंपा गया है, जो इसका नेतृत्व करेंगे और उनको अलग-अलग जिलों का दायित्व भी दे दिया गया है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह उन विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं, जहां पार्टी को लगातार हार का करना पड़ रहा है। इन्हीं क्षेत्रों में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ द्वारा सम्मेलन भी आयोजित किए जा रहे हैं। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक सभा के बाद सितंबर-अक्टूबर में प्रदेश के सभी अंचलों में महारैली आयोजित की जाएगी, ताकि पार्टी के पक्ष में माहौल बनाया जा सके और कार्यकर्ता उत्साहित हों। विंध्य और बुंदेलखंड में एक-एक रैली होगी। इसी तरह मालवा-निमाड़, ग्वालियर-चंबल, महाकोशल और मध्य भारत क्षेत्र में भी सभा प्रस्तावित की गई है। छिंदवाड़ा में भी पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की सभाएं होंगी।
होंगे संभागीय सम्मेलन
उधर, पार्टी सभी संभागीय मुख्यालयों पर कार्यकर्ता सम्मेलन करेगी। प्रदेश कांग्रेस ने इसकी तैयारी प्रारंभ कर दी है। लगातार हारने वाली सीटों पर कार्यकर्ता सम्मेलन होने के बाद यह आयोजन किए जाएंगे। इसमें स्थानीय नेताओं को आगे कर महत्व दिया जाएगा। इनमें संबधित संभागों के बूथ तक के पदाधिकारियों को बुलाने की तैयारी की जा रही है।