आत्मविश्ववास से लबरेज नाथ ने ली कांग्रेसियों की कड़ी क्लास

कमलनाथ
  • समझाइश के साथ ही दी चेतावनी , नहीं चलेगी आपसी कलह

भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। नगरीय निकाय चुनावों में पांच शहरों में अपने महापौर बनने से उत्साहित और अति आत्मविश्वास से लबरेज पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी प्रमुख बीते रोज हुई पार्टी के प्रमुख नेताओं की बैठक में नए रुप में नजर आए। इस दौरान उनके द्वारा कड़ी क्लास लेते हुए न केवल उन्हें चेताया बल्कि समझाइश भी देते नजर आए। कमलनाथ ने साफ कर दिया की अब ताम झाम नेता नहीं बल्कि मैदानी पकड़ रखने वाले नेताओं को ही महत्व मिलेगा, फिर चाहे कोई भी हो। दरअसल यह पूरी कवायद अब कमलनाथ द्वारा अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर की जा रही है। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पार्टी के जिलाध्यक्षों, जिला प्रभारियों, सह प्रभारियों और विधायकों की संयुक्त बैठक में नाथ के नए तेवरों से सनाका खिचां नजर आया।
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, सुरेश पचौरी, अजय सिंह राहुल सहित पूर्व मंत्री,  विगत विधानसभा, लोकसभा एवं महापौर पद के पूर्व प्रत्याशी, मोर्चा संगठनों व विभागों के प्रदेश प्रभारी भी मौजूद थे। उन्होंने साफ कहा की अगले साल विधानसभा के चलते अब हवाबाजी से काम नहीं चलेगा। जमीन पर काम करने से ही सफलता मिलेगी। दो सौ गाड़ियों का काफिला लेकर भोपाल आने वाले नेता खुद चुनाव हार जाते हैं। ऐसे नेताओं को जमीन पर संगठन को मजबूत करने पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि कारों के काफिले से नहीं जमीन पर काम करने से ही चुनाव जीता जाता है।  उन्होंने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि जिनके पास पार्टी के लिए काम करने का समय नहीं है, वे साफ-साफ बता दें, अभी उन्हें बदलकर दूसरे मेहनती कार्यकर्ता को अवसर देंगे।  बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, सुरेश पचौरी, अजय सिंह राहुल, जेपी धनोपिया सहित पूर्व मंत्री, विधायक, जिलाध्यक्ष, विगत विधानसभा, लोकसभा एवं महापौर पद के पूर्व प्रत्याशी, जिला प्रभारी, सह-प्रभारी, मोर्चा संगठनों व विभागों के प्रदेश प्रभारी उपस्थित रहे। नाथ ने  चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि आप से ज्यादा अच्छा कांग्रेस तो बाल कांग्रेस कर रही है। बाल कांग्रेस के कार्यकर्ता जब भी मिलते हैं, उनमें उत्साह नजर आता है। कमलनाथ ने कहा कि जितना उत्साह मुख्य कांग्रेस में नहीं है, उससे ज्यादा उत्साह बाल कांग्रेस में है। उन्होंने पार्टी नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि सबके पास बंदूक है, लेकिन हमने अपनी बंदूक का मुंह अपनी तरह कर रखा है।
हमें बंदूक का मुंह सामने करना है। बैठक में मंडलम, सेक्टर आदि में सक्रिय कार्यकर्ताओं की नियुक्तियों पर भी चर्चा की गई। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने महंगाई के मुद्दे पर 4 सितंबर को नई दिल्ली में होने जा रही कांग्रेस की हल्ला बोल रैली की चर्चा की तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक प्रस्तावित कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर चर्चा की।
विधायक यादव बोले, अब कोई शिकायत नहीं
जबलपुर नगर निगम चुनाव के बाद कमलनाथ के नेतृत्व पर सीधे सवाल खड़े करने वाले बरगी विधायक संजय यादव भी गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई बैठक में शामिल हुए। इस दौरान मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि पार्टी हमारा परिवार है और परिवार में ऐसा होता रहता है। अब कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ के नेतृत्व में हमें अगले विधानसभा चुनाव में 200 सीटें जीतेंगे। जबलपुर को लेकर जो शिकायतें थीं उनके संबंध में आज सारी बातें हो गईं हैं। हम कार्यकर्ताओं के लिए लड़ रहे थे
दिग्विजय सिंह ने भी जताई नाराजगी
बैठक में दिग्विजय सिंह ने 7 सितंबर से शुरू हो रही भारत जोड़ो यात्रा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए हमें करो या मरो की तर्ज पर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व की ओर से भेजे जा रहे कार्यक्रमों को मप्र कांग्रेस कमेटी गंभीरता से नहीं ले रही है। फिर चाहे वह जन जागरण यात्रा हो, तिरंगा पदयात्रा हो या अन्य कोई कार्यक्रम बैठक में 4 सितंबर को दिल्ली में महंगाई के विरोध में आयोजित महारैली को सफल बनाने पर भी चर्चा हुई।
जनता के सर्वे पर ही कमलेगा टिकट
विधानसभा और हाल में हुए नगर निगम चुनाव में महापौर का चुनाव हार चुके पूर्व प्रत्याशियों को इंगित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि टिकट के लिए भोपाल पहुंचकर शक्ति प्रदर्शन करने से नहीं बल्कि क्षेत्र में, जमीन पर आपकी कितनी पकड़ है, इसके लिए मैं जतना के बीच सर्वे कराता हूँ, मुझे जनता के सर्वे पर भरोसा है । इसलिए भीड़ लाकर नहीं, बल्कि जमीन पर काम करके पार्टी-संगठन को मजबूत करें। उन्होंने कहा की राजनीति में बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है। लोगों को राजनीतिक सोच बदल रही है, जिसको आप ज्ञान देने जाओगे, वह आपको ज्ञान देने के लिए तैयार है। गांवों में कांग्रेस की मजबूत करना है, राजनीति स्थानीय हो गई है। आज माइक्रोस्कोप की राजनीति का समय है। हर पांच साल में राजनीति का विषय बदल जाता है। भाजपा से मुकाबला करना बड़ी चुनौती है सेक्टर और मंडलम को मजबूत करके ही हम भाजपा संगठन का मुकाबला कर सकेंगे। नाथ ने कहा कि निकाय चुनाव रिहर्सल थी, सबके चेहरे सामने आ गए। निकाय चुनाव में मेरे पास जानकारी थी कि कौन से नेता भाजपा से मिले हुए हैं। नाथ ने कहा कि भाजपा के लोग भ्रम फैलाते है, इसका ध्यान रखना है। भाजपा के नेता एजेंडा सेट करते हैं। भाजपा वाले जन्मदिन में बधाई नहीं देने पर मुद्दा तक बना देते हैं।
कहा नहीं छोडूंगा मध्यप्रदेश
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में शामिल कमलनाथ ने मीडिया के सवाल पर कहा कि मैंने साफ कर दिया है कि मैं मध्यप्रदेश नहीं छोडूंगा। मध्यप्रदेश में ही रहूंगा। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि कई विधायक ऐसे थे ,जिनके पास एक से अधिक पद थे । उन्होंने इस्तीफा दिया है। उन जिलों में हम नए जिलाध्यक्ष बनाएंगे। धार के कारम बांध को लेकर उन्होंने कहा कि धार में मिट्टी का बांध बनाया था, वह टूट गया । प्रभावितों को मुआवजा कब मिलेगा, कुछ पता नहीं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शिवराज सिंह का हवाई सर्वे भी हवाई है, मुआवजा क्यों नहीं दे रहे हैं। शिवराज जी मीडिया इवेंट करने में माहिर हैं ।

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